दुनियाभर में ऐसे बहुत सारे लोग है जिन्हें घबराहट, तनाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस समस्या को दूर करने के लिए उन्हें कई तरह के उपचारों की जरूरत पड़ती है. लेकिन काफी सारे लोग सुरक्षित वैकल्पिक उपचारों को बेहतर मानते हैं. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है घबराहट और तनाव के लिए होम्योपैथिक दवाएं –

घबराहट और तनाव के लिए होम्योपैथिक दवाएं? – Homeopathic medicine for anxiety and stress in hindi?

ऐकोनाइट

  • होम्योपैथिक डॉक्टर द्वारा इस दवा का प्रयोग गंभीर, अचानक होने वाली घबराहट, डर या पैनिक के लिए किया जाता है.
  • पैनिक को किसी पूर्व में हुई घटना से जोड़ा जा सकता है.
  • इस तरह के पैनिक के लक्षण – ड्राई स्कीन, ड्राई मुँह और हार्टबीट तेज़ होना हो सकता है.

लाइकोपोडियम

  • अपने ऊपर विश्वास न हो पाने वाले लोगों को यह दवा दी जाती है.
  • जो लोग अपने डर को छिपाते है या ज्यादा लोगों में बोल नही पाते है उन्हें यह दी जाती है.
  • ऐसे लोग तेज़ बोलकर या लगातार बोलकर अपने डर को छिपाते है.

आर्सेनिकम एल्बम

  • आमतौर पर उन लोगों के लिए निर्धारित की जाती है जो तनाव और घबराहट से परेशान रहते हैं.
  • जिसका कारण अकेलापन, अंधेरा आदि हो सकते है.
  • ऐसा होने पर दूसरों की आलोचना करके राहत महसूस होती है.

जेल्सीमियम

  • अपर्याप्तता की भावना होने पर घबराहट होने वाले लोगों को यह दी जाती है.
  • ऐसे लोग भीड़ में जाने से बचना, ज्यादा लोगों के सामने बोलना या बेहोश हो जाने का अनुभव करते है.
  • जो दूसरे लोगों से प्रेशर हेंडल नही कर पाते है उन्हें यह दवा दी जाती है.

ब्रायोनिया

  • यह सभी प्रकार के तनाव के लिए बहुत प्रभावी उपाय है.
  • इसका उपयोग कार्यस्थल और अनिश्चितता के कारण तनाव के इलाज के लिए भी किया जा सकता है.

कल्केरिया कार्बोनिका

  • यह कार्यस्थल से संबंधित तनाव के लिए एक सामान्य होम्योपैथिक उपचार है.
  • जो लोग आगामी डेडलाइन या तनाव से चिंतित रहते हैं, उन्हें इस दवा से फायदा हो सकता है.
  • इस तरह के तनाव आमतौर पर मूल्यांकनों के समय देखा जा सकता है.
  • ऐसे लोगों को सेफ रूटीन के टूटने का डर रहता है.

स्टैफिसैग्रिया

  • जो लोग बेहद संवेदनशील हैं और महसूस करते हैं कि दुनिया उनके लिए अन्यायपूर्ण और अनुचित है, उन्हें स्टैफिसैग्रिया द्वारा लाभान्वित किया जा सकता है.
  • इसका अक्सर स्कूल में और कॉर्पोरेट काम के माहौल में लोगों द्वारा धमकाए जाने वाले बच्चों द्वारा सामना किया जाता है.
  • स्टैफिसैग्रिया आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ावा देता है और इस प्रकार व्यक्ति कम कमजोर महसूस करता है.

इग्नेशिया

  • इग्नेशिया द्वारा भावनात्मक तनाव का बहुत अच्छा इलाज किया जाता है.
  • यह होम्योपैथिक उपचार निराशा, अपराध और तनाव की भावनाओं को सही करता है. 
  • भावनात्मक हानि जैसे कि किसी प्रीयजन की हानि या यह परिवार और दोस्तों और मनोदशा से वापस लेने की इच्छा से भी लड़ता है.
  • यह घबराहट और अवसाद के रोगियों के लिए भी अच्छी होती है.

काली आर्सेनिकम

  • यह सेहत आधारित घबराहट के लिए दी जाती है.
  • जैसे हार्ट अटैक का खतरा होना, सोने में परेशानी, ज्यादा सोचना आदि.

काली फास्फोरिकम

  • तनाव से ग्रसित लोगों को यह दी जाती है.
  • जिंदगी में बहुत कुछ करने के तनाव के कारण घबराहट होने पर यह दी जाती है.
  • घबराहट जिसका असर शरीर पर दिखने लगे ऐसे में भी यह दवा दी जाती है.

आर्जेन्टम नाइट्रिकम

  • अनिश्चिता के कारण होने वाली घबराहट के लिए इस दवा को दिया जाता है.
  • जिसमें ऊचाई से डर लगना, क्लौस्ट्रफ़ोबिया (बंद जगह में घूटन महसूस करना), विषाद रोग शामिल है.
  • इस तरह की घबराहट में पाचन समस्या जैसे डायरिया और मीठे की ललक होना देखने को मिलती है.

किसी भी रोग का उपचार करने के लिए बहुत सारे विकल्प है जिनमें से एक होम्योपैथी है. कुछ मेडिकल कंडीशन का इलाज करने के लिए इस नैचुरल ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है.

इन्ही कुछ मेडिकल कंडीशन जैसे घबराहट जिसके लिए लाइकोपोडियम, पल्सेटिला, ऐकोनाइट आदि.

हालांकि घबराहट के लिए होम्योपैथिक दवा के प्रभाव को जानने के लिए अभी रिसर्च जारी है. पिछले 200 वर्षों से होम्योपैथी का उपचार इस्तेमाल किया जा रहा है और बहुत से लोगों को का मानना है कि यह काम करती है.

चूंकि होम्योपैथी के बारे में कोई वैज्ञानिक पुष्टी नही है इसलिए इसे वैकल्पिक उपचार के रूप में जाना जाता है.

होम्योपैथी क्या है – what is homeopathy in hindi

इसकी शुरूआत 18 वी शताब्दी में हुई थी. यह ‘लाइक क्योर लाइक’ के मूल सिद्धांत पर काम करती है जिसका अर्थ होता है कि अगर कोई चीज़ बीमारी का कारण होती है तो वह उसका इलाज भी हो सकती है.

इसके लिए कुछ अर्क को पानी के साथ मिलाकर होम्योपैथिक दवाएं तैयार की जाती है. जिसमें से कुछ टॉक्सिक होती है. हालांकि यह काफी ज्यादा घूलनशील होते है जिसके लेवल माइक्रोस्कोप तक से देखे जाने मुश्किल होते है.

इसी कारण रोग का इलाज कर इसका प्रभाव देखने को मिलता है. 

क्या होम्योपैथी के कोई साइड इफेक्ट होते है? – Does homeopathic medicine have side effects in hindi?

  • घबराहट और तनाव के लिए होम्येपैथिक दवाओं को ठीक से पानी के साथ घोलाकर पीने से कोई खासा साइड इफेक्ट नही होते है.
  • हालांकि इनमें टॉक्सिक सामग्री होती है.
  • इन दवाओं को यूएस की एफडीए से मान्यता प्राप्त नही है.
  • इसके कुछ मेडिसन के हल्के साइड इफेक्ट महसूस हो सकते है लेकिन वह न के बराबर होते है.
  • होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पहले इसके चिकित्सक से सलाह जरूर ली जानी चाहिए.

घबराहट के लिए अन्य प्राकृतिक उपचार – other natural treatments for anxiety in hindi

  • विटामिन – ए, सी, डी, ई और बी को लंबे समय से चल रही घबराहट के उपचार में आराम के लिए जाना जाता है.
  • मिनरल – खासकर मैग्नीशियम बहुत उपयोगी है.
  • सप्लीमेंटओमेगा 3 फैटी एसिड, एमिनो एसिड आदि.
  • हर्ब्स – लेमन बाल्म, बकोपा आदि.
  • मेडिटेशन – ध्यान लगाना आदि से दिमाग को शांति मिलती है.

अंत में

नैचुरल ऑप्शन को आजमाने के लिए होम्योपैथी उपचार काफी अच्छा है. इससे न केवल पैनिक अटैक से राहत पाने बल्कि घबराहट की समस्या में भी आराम मिलता है. हालांकि इसके कुछ साइड इफेक्ट हो सकते है लेकिन हल्के से मध्यम घबराहट को ठीक करने के लिए दवाएं फायदा देती है.

होम्योपैथी दवाओं के उपयोग से पहले होम्योपैथिक डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए जिससे वह आपके लक्षण और स्थिति के आधार पर उचित ट्रीटमेंट लिया जा सकें.

References –

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