इस लेख में आप जानेंगे आईक्यू लेवल को बूस्ट कैसे करें, यह क्या होता है, आईक्यू टेस्ट, मिथक और प्रेगनेंसी –

आईक्यू लेवल कैसे बढ़ाएं – how to increase IQ level

  • जब बात आती है इंसानों की इंटेलिजेंस की तो इसकी दो केटेगरी होती है – फ्लूइड इंटेलिजेंस और क्रीस्टलाइज़ड इंटेलिजेंस.
  • फ्लूइड इंटेलिजेंस भाववाचक तर्क से जुड़ी होती है.
  • जबकि क्रीस्टलाइज़ड इंटेलिजेंस को बौद्धिक कौशल विकास से जोड़ा जाता है.
  • इस तरह की इंटेलिजेंस को कई जेनेटिक्स और वातावरण फ़ैक्टर से जोड़ा जाता है.
  • इन फ़ैक्टरो में माता-पिता का आईक्यू, जिन्स, पोषण, घरेलू जीवन, परवरिश और शिक्षा अहम भूमिका निभाते है.
  • कुछ एक्टिविटी है जो इंटेलिजेंस के कई एरिया को बेहतर कर सकती है जिसमें रिजनिंग से लेकर प्लानिंग और समस्या का हल करना आदि शामिल है.

म्यूजिकल उपकरणों का उपयोग

  • आपको कोई प्रोफेशनल बनने की जरूरत नहीं है लेकिन सीखना बेहतर रहता है.
  • एक अध्ययन के अनुसार, म्यूजिशनों की काम करने की याददाश्त गैर म्यूजिशनों से बेहतर होती है.
  • इंटेलिजेंस में याददाश्त अहम भूमिका निभाते है जिससे आईक्यू को फ़ायदा मिलता है. (जानें – याददाश्त को बेहतर करने के टिप्स)

मेमोरी एक्टिविटी

  • इससे न सिर्फ याददाश्त बल्कि रिजनिंग और भाषा की स्किल बेहतर होती है.
  • रिसर्च के दौरान मेमोरी गेम का उपयोग इससे संबंधित भाषा और वस्तु ज्ञान को जानने के लिए किया गया.
  • रिजनिंग और भाषा दोनों को इंटेलिजेंस मापदंड के रूप में उपयोग किया जाता है.
  • इसका अर्थ ही की मेमोरी एक्टिविटी से आप इंटेलिजेंस को लगातार विकसित करने में इस्तेमाल कर सकते है.
  • इन एक्टिविटी में जिगसॉ पज्जल, क्रॉसवर्ड पज्जल, कार्ड मैचिंग, एकाग्रता वाले कार्ड गेम, सुडोको आदि शामिल है.

नई भाषा

  • आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया का आधे से ज्यादा आबादी एक से अधिक भाषा बोल और समझ लेती है.
  • इससे मानव दिमाग को लाभ मिलता है और यह जितना जल्दी हो उतना बेहतर रहता है.
  • हाल ही के अध्ययन में शुरूआती जीवन में भाषा सीखना और आईक्यू में रिलेशनशीप होता है.
  • 18 से 24 महीनों तक बोलकर और दूसरो से बात कर भाषा सीखने से बाद के जीवन का कॉग्नेटिव लाभ मिलता है. (जानें – बाइपोलर डिसऑर्डर के बारे में)

एक्जीक्यूटिव कंट्रोल एक्टिविटी

  • एक्जीक्यूटिव कंट्रोल जटिल कॉग्नेटिव एक्टिविटी को कंट्रोल करने की क्षमता होती है.
  • इसमें एक्जीक्यूटिव फंक्शन का हिस्सा होने के साथ एक्जीक्यूटिव मैनेजमेंट और रेगुलेशन शामिल होता है.
  • रिसर्च के अनुसार एक्जीक्यूटिव फंक्शन फ्लूइड रिजनिंग के साथ मजबूती से जुड़ा होता है, जो मानव इंटेलिजेंस का एक पहलू है.
  • एक्जीक्यूटिव कंट्रोल ट्रेनिंग के दौरान स्क्रैबल, लाल लाइट, हरी लाइट, ब्रेनटिजर, पिकशनरी शामिल है.

नियमित रूप से पढ़ना

  • इसमें कोई संदेह नहीं है कि मानव दिमाग के विकास में किताबे अहम भूमिका निभाती है.
  • तथ्यों की मानें तो कि बोलकर पढ़ने से अधिक लाभ मिलता है.
  • बच्चों को किताब पढ़कर सुनाने या सुनने से माता पिता का बॉन्ड बेहतर होता है.
  • हाल के अध्ययन में देखने को मिला है कि जो माता पिता जोर से बोलकर बच्चों के सामने पढ़ते है ऐसे बच्चों की भाषा सीखने और कॉग्नेटिव विकास की स्किल्स बेहतर होती है. (जानें – कलर विजन टेस्ट के बारे में)

विजूअल रिजनिंग एक्टिविटी

  • इसमें भौतिक अभ्यावेदन से जुड़ा मेंटल प्रोसेस शामिल होता है.
  • एक अध्ययन के अनुसार, विजूअल रिजनिंग को बेहतर करने से आईक्यू टेस्ट स्कोर को बढ़ाया जा सकता है.
  • मेमोरी और एक्जीक्यूटिव कंट्रोल एक्टिविटी का उपयोग कर भागी की विजूअल रिजनिंग बेहतर की जाती है.
  • इसकी ट्रेनिंग के दौरान मैज़, 3-डी मॉडल, पॉइंट ऑफ वियू एक्टिविटी, अनफोल्डिड प्रीज़्म शामिल है.

पढ़ाई ज़ारी रखना

  • किसी भी रूप में पढ़ाई जारी रखने से मानव इंटेलिजेंस का विकास होता रहता है.
  • रिसर्च के अनुसार, फॉर्मल शिक्षा के हर एक साल बढ़ते रहने पर 1 से लेकर 5 आईक्यू पॉइंट बूस्ट हुआ.

रिलेशनल स्किल्स

  • रिलेशनल फ्रेम थ्योरी को मानव कॉग्निशन और भाषा के विकास को रिलेशनल एसोसिएशन से जोड़ता है.
  • 2011 में हुए एक ऐसे ही अध्ययन में इस थ्योरी का उपयोग किए गए बच्चों का आईक्यू स्कोर अधिक था.
  • हालही के अध्ययन में इस प्रक्रिया का उपयोग किए जाने पर बेहतर आईक्यू, वर्बल रिजनिंग और न्यूमरिक रिजनिंग देखी गई. (जानें – बच्चों से यौन दुर्व्यवहार और इसके मानसिक प्रभावों को बारे में)
  • इस ट्रेनिंग के दौरान भाषा सीखने वाली किताब, वस्तुओं में तुलना, उनकी मात्रा में तुलना शामिल है. 

आईक्यू लेवल क्या होता है – what is IQ level?

  • बुद्धिलब्धि को शॉर्ट में आईक्यू कहते है जिसे किसी की बुद्धि और क्षमता को मापता है.
  • यह 1900 के दशक में फ्रैंच साइकोलॉजिस्ट द्वारा पॉपुलर किया गया.
  • इसमें टेस्टिंग लाइसेंस प्राप्त साइकोलॉजिस्ट द्वारा किया जाता है.
  • इसके लिए WISC-V, WAIS आदि टेस्ट किए जाते है.
  • आजकल ऑनलाइन काफी सारे आईक्यू टेस्ट होते है लेकिन वह सटीक नहीं होते है.
  • दिमाग कंडीशन और सीखनी के क्षमता न होने पर आईक्यू टेस्ट सबसे पहले किया जाता है.

एक्टिविटी जो आईक्यू लेवल नहीं बढ़ाती इससे जुड़े मिथक

  • वैसे तो कुछ ऐसी रोजाना की एक्टिविटी है जिनका मज़ा लेते हुए आप अपना आईक्यू स्कोर बढ़ा सकते है.
  • जबकि मल्टीविटामिन लेने, म्यूजिक सुनने या आईक्यू टेस्ट के लिए ट्रेनिंग आदि मिथक से ज्यादा कुछ नहीं है. (जानें – विटामिन बी कॉम्पलैक्स के बारे में)
  • आमतौर पर ऐसी एक्टिविटी आपकी इंटेलिजेंस विकास में बहुत छोटा सा योगदान करती है.

क्या आप गर्भावस्था के दौरान शिशु का आईक्यू बढ़ा सकते हैं?

  • शिशु की इंटेलिजेंस में उसके जन्म के समय का वजन अहम होता है.
  • एक बड़े अध्ययन में देखने को मिला कि केटेगरी बर्थ वेट के रूप से इंटेलिजेंस बढ़ती है.
  • लेकिन वजन के हाई केटेगरी में होने पर यह कम होता है.
  • जबकि अन्य अध्ययन में देखने को मिला कि शिशु का बीएमआई लेवल बच्चे के आईक्यू से संबंधित होता है. (जानें – दिमाग से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में)
  • आईक्यू लेवल और जेनेटिक्स में मजबूत लिंक होता है.
  • गर्भ में शिशु के दिमाग के विकास के लिए फॉलेट और डीएचए महत्तवपूर्ण होते है.
  • यह पोषक तत्व हेल्दी डाइट और सप्लीमेंट से पूरे किए जा सकते है.
  • जैसे ही शिशु बढ़ता है तो उसे दिमाग का विकास करने वाली एक्टिविटी में शामिल कर इंटेलिजेंस को बेहतर किया जा सकता है.

अंत में

हालाँकि विज्ञान इस बात पर अड़ा हुआ है कि आप अपना आईक्यू बढ़ा सकते हैं या नहीं, लेकिन शोध से लगता है कि यह संभव है कि कुछ खास मस्तिष्क प्रशिक्षण गतिविधियों के माध्यम से अपनी इंटेलिजेंस को बढ़ाया जा सकता है. (जानें – दिमाग की एक्सरसाइज के बारे में)

सबसे जरूरी है कि दिमाग को कुछ भी नया सीखने के लिए हमेशा तैयार रखें जिससे कुछ नई स्किल्स और दिमाग को सुचारू रखा जा सके.

References –

 

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