इस लेख में आप जानेंगे हड्डियों का कैंसर क्या होता है, प्रकार, लक्षण, कारण, रिस्क फैक्टर, निदान और इलाज –

हड्डियों का कैंसर क्या होता है – what is bone cancer?

  • जब कोई ट्यूमर या असामान्य टिश्यू की ग्रोथ हड्डी पर विकसित हो जाती है उसे हड्डी के कैंसर के रूप में जाना जाता है. (जानें – फेफड़ों के कैंसर के बारे में)
  • ट्यूमर जानलेवा होने के अलावा तेजी से फैलकर शरीर के दूसरे हिस्सों तक पहुंच सकता है.
  • जानलेवा ट्यूमर की बात करें तो यह कैंसर वाले हो सकते है.
  • हालांकि, हड्डी का कैंसर होना काफी रेयर है.

हड्डियों के कैंसर के लक्षण क्या है? – what are the symptoms of bone cancer?

हड्डियों के कैंसर का कारण क्या होता है? – what causes bone cancer?

रेडिएशन थेरेपी

  • कैंसर के इलाज में रेडिएशन थेरेपी का उपयोग होता है.
  • जबकि रेडिएशन की हाई डोज कैंसर विकसित होने के फैक्टर में एक हो सकता है.

असामान्य सेलुलर ग्रोथ

  • हेल्दी सेल्स लगातार बनते और पुराने सेल्स को रिप्लेस करते रहते है.
  • प्रोसेस के पूरा हो जाने के बाद सेल्स मर जाते है.
  • जबकि असामान्य सेल्स लगातार जीवीत रहते है.
  • जिस कारण वह टिश्यू का मास बनाकर ट्यूमर विकसित करते रहते है.

हड्डी कैंसर के प्रकार

  • प्राइमरी हड्डियों का कैंसर सभी प्रकार के हड्डियों के कैंसर में सबसे गंभीर होता है.
  • यह सीधे हड्डी या आसपास के टिश्यू जैसे कार्टिलेज पर विकसित हो सकता है.
  • शरीर के किसी अन्य हिस्से से कैंसर हड्डियों तक फैल सकता है जिसे सेकेंडरी कैंसर के रूप में जाना जाता है. (जानें – लिप कैंसर के बारे में)
  • सबसे आम प्रकार के हड्डियों के कैंसर में –

ऑस्टियो सार्कोमा

  • हड्डियों के कैंसर का यह प्रकार आमतौर पर बच्चों और किशोरों को प्रभावित करता है.
  • लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है.
  • इस तरह के कैंसर के होने के आसार लंबी हड्डियों के टिप्स जैसे हाथ और पैरों की हड्डियों पर होने के आसार रहते है.
  • ऑस्टियो सार्कोमा हिप्स, कंधे या किसी अन्य लोकेशन पर भी हो सकते है.
  • यह हड्डी को बाहरी परत प्रदान करने वाले हार्ड टिश्यू को प्रभावित करती है.

ईविंग सार्कोमा

  • हड्डियों के आसपास के सॉफ्ट टिश्यू में ईविंग सार्कोमा काफी रेयर कैंसर होता है.
  • शरीर की लंबी हड्डियों जैसे हाथ, पैर और पेल्विस को सबसे अधिक प्रभावित करती है.

क्होनड्रोसार्कोमा

  • यह प्रकार पेल्विस, जांघों के एरिया या अधिक आयु वाले लोगों के कंधों पर हो सकता है.
  • हड्डियों के बीच के सख्त कनेक्टिव टिश्यू में यह विकसित हो सकता है.
  • हड्डियों में होने वाले यह दूसरे सबसे अधिक प्रकार का कैंसर है.

मल्टीपल माइलोमा

  • जब कैंसर सेल्स बोन मैरो के भीतर विकसित होकर बहुत सारी हड्डियों में ट्यूमर का कारण बनते है.
  • हड्डियों के कैंसर में इस प्रकार का निदान सबसे आसानी से होता है.
  • जबकि काफी सारे लोगों को ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है. (जानें – सर्वाइकल कैंसर के बारे में)

हड्डियों के कैंसर का रिस्क किसको है? – who is at risk for bone cancer?

  • कैंसर की फैमिली हिस्ट्री होना
  • पेजेट रोग होना जिस कारण हड्डियां कमजोर होकर टूट जाती है और फिर असामान्य रूप से बढ़ती है.
  • हाल में या पहले से कार्टिलेज में मल्टीपल ट्यूमर जो हड्डी में कनेक्टिव टिश्यू होता है.
  • रेडिएशन थेरेपी या ट्रीटमेंट का पहले कभी लेना.

हड्डी के कैंसर का निदान कैसे होता है? – how to diagnose bone cancer?

  • स्टेज 1 बोन कैंसर हड्डी तक नहीं फैलता है.
  • स्टेज 2 बोन कैंसर फैलता नहीं है लेकिन दूसरे टिश्यू के लिए खतरा हो सकता है.
  • स्टेज 3 बोन कैंसर हड्डी के एक या अधिक एरिया तक फैल जाता है.
  • स्टेज 4 बोन कैंसर हड्डी के आसपास के टिश्यू तक फैल जाता है, साथ ही दूसरे अंग जैसे फेफड़े या दिमाग जैसे अंगों तक फैल सकता है.

हड्डियों के कैंसर की स्टेज का पता लगाने के लिए –

  • बायोप्सी, जिसमें सैंपल लेकर कैंसर का निदान किया जाता है.
  • हड्डी का स्कैन करके कंडीशन चेक की जाती है.
  • ब्लड टेस्ट
  • एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन जैसे इमेजिंग टेस्ट किए जा सकते है.

हड्डियों के कैंसर का इलाज – treating bone cancer

बोन कैंसर का इलाज निम्न कंडीशन पर निर्भर करता है जैसे –

  • आयु
  • कैंसर की स्टेज
  • संपूर्ण हेल्थ
  • ट्यूमर का साइज और लोकेशन

वैकल्पिक थेरेपी

  • इसमें डॉक्टर द्वारा हर्बल ट्रीटमेंट आदि का विकल्प जोड़ा जा सकता है.
  • ध्यान रहें कि हर्बल उपचार कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी से इंटरैक्ट कर सकते है.

सर्जरी

  • डॉक्टर द्वारा सर्जरी के माध्यम से ट्यूमर या प्रभावित टिश्यू को हटा दिया जाता है.
  • हड्डी के नुकसान वाले भाग को हटा या रिप्लेस करना जिससे कैंसर फैलने से रोका जा सके.
  • हड्डियों के नुकसान से बचाव के लिए अंग-विच्छेद की जरूरत पड़ सकती है.

दवाएं

  • कीमोथेरेपी
  • इंफ्लामेशन और असहजता से राहत के लिए दर्द की दवाएं
  • कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने वाले ड्रग्स (जानें – दिमाग के कैंसर के बारे में)
  • हड्डियों की संरचना का बचाव करने वाली दवाएं
  • रेडिएशन थेरेपी

अंत में

कैंसर का जल्दी से जल्दी निदान होना काफी जरूरी है. जबकि कैंसर से बचने का रेट बोन कैंसर की लोकेशन और स्टेज पर निर्भर करती है.

References –

 

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