टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून डिस्ऑर्डर है जिससे दुनियाभर में कई करोड़ों लोग प्रभावित है. यह एक क्रोनिक कंडीशन है जिसमें हमारे शरीर में मौजूद पैंक्रियाज द्वारा जरूरी मात्रा में इंसुलिन हार्मोन नहीं बनता. जिस कारण ब्लडस्ट्रीम में भीतर शुगर जमा होने लगता है.

टाइप 1 डायबिटीज के कारण और लक्षण क्या होते है? – What are the causes and symptoms of Type 1 Diabetes in hindi?

अधिकांश रूप से टाइप 1 डायबिटीज बचपन या किशोरावस्था होने पर विकसित हो सकती है. हालांकि, यह व्यस्कों में भी विकसित हो सकती है. जेनेटिक्स और कुछ वायरस आदि फैक्टर को इसका कारण माना जाता है.

टाइप 1 डायबिटीज के कारण क्या होते है? – What are the causes of Type 1 diabetes in hindi?

इसके प्रभाव को जानने के लिए अध्ययन जारी है. लेकिन इस किशोरावस्था डायबिटीज या इंसुलिन डायबिटीज होने का कारण शरीर में एनर्जी बनाने वाले ग्लूकोज का सेल्स में प्रवेश न कर पाना होता है. इसका कारण पैंक्रियाज में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने वाले अच्छे सेल्स का इंसुलिन बनाने वाले सेल्स को नष्ट करना होता है.

इंसुलिन की भूमिका

हमारे शरीर में बहुत सारे अंग होते है जिनके फंक्शन बिल्कुल अलग होते है. इंसुलिन एक हार्मोन होता है जिसे पैंक्रियाटिक ग्लैंड द्वारा बनाया जाता है, इसका फंक्शन –

ग्लूकोज की भूमिका

  • मांसपेशी और अन्य टिश्यू के लिए यह मुख्य एनर्जी सोर्स होता है.
  • हम जो भोजन खाते है वह एक प्रक्रिया के तहत गुजरता है जिसमें लिवर द्वारा ग्लूकोज बनता है.
  • बाद में ब्लडस्ट्रीम द्वारा अवशोषित करके इंसुलिन की मदद से सेल्स में प्रवेश करता है.
  • ग्लाइकोजेन एक प्रकार के ग्लूकोज की फॉर्म है जो लिवर में स्टोर होती है.
  • फास्टिंग या लो ग्लूकोज लेवल के दौरान हमारे शरीर द्वारा लिवर में जमा ग्लूकोज का उपयोग कर लिया जाता है जिससे ग्लूकोज लेवल सामान्य हो जाते है.

टाइप 1 डायबिटीज के अन्य संभावित फैक्टर

  • जेनेटिक्स
  • वातावरण फैक्टर जैसे वायरस एक्सपोजर
  • आयु

टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण क्या होते है? – What are the symptoms of type 1 diabetes in hindi?

  • प्यास बढ़ना
  • थकान
  • बिना वजह वजन घटना
  • कमजोरी
  • धुंधली दृष्टि
  • बच्चों का बिस्तर गिला करना
  • मूड में बदलाव
  • चिड़चिड़ापन
  • बहुत ज्यादा भूख लगना
  • स्किन इंफेक्शन
  • मांसपेशियों को नुकसान

इसके अलावा टाइप 1 डायबिटीज रोगियों में कुछ आम लक्षण देखने को मिल सकते है.

  • बच्चों या व्यस्कों को यह कुछ दिनों या हफ्तों में विकसित होने के आसार रहते है.
  • इलाज न मिलने की स्थिति में जीवन हानि हो सकती है.
  • यह किसी भी आयु पर विकसित हो सकती है.

टाइप 1 डायबिटीज से जुड़ी जटिलताएं क्या हो सकती है?

यह बड़े अंगों को प्रभावित कर सकती है –

  • हार्ट – इससे हार्ट संबंधी समस्याएं बढ़ सकती है जैसे सीने में दर्द, हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि.
  • ब्लड वैसल्स – इसके कारण कोरोनरी आरटरी रोग जैसे हाई ब्लड प्रेशर, नसों का पतला होना हो सकता है.
  • नर्व क्षति – इसे न्यूरोपैथी कहा जाता है जिसमें हाई शुगर लेवल के कारण नसों को नुकसान हो सकती है. साथ ही टिंगलिंग, सुन्न होना, जलन या दर्द का कारण बन सकता है. (जानें – डायबिटीक न्यूरोपैथी का आयुर्वेदिक इलाज)
  • किडनी को नुकसान – इसे नेफरोपैथी कहा जाता है जिसमें छोटी ब्लड वैसल्स में ब्लड वेस्ट जमा हो जाता है. डायबिटीज के कारण फिल्टर करने वाले सिस्टम को नुकसान हो जाता है जिस कारण किडनी फेलियर या अन्य किडनी रोग हो सकते है.
  • पाचन तंत्र – डायबिटीज के कारण पाचन तंत्र की नसे प्रभावित होने पर मतली, उल्टी, डायरिया और पुरषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन तक हो सकता है.
  • आंखों को नुकसान – इसे डायबिटीक रेटिनोपैथी कहा जाता है जिसमें आंखों की नस समेत रेटिना प्रभावित हो जाता है. जिस कारण अंधापन, मोतियाबिंद का रिस्क और ग्लूकोमा आदि हो सकता है.
  • पैरों को नुकसान – इससे पैरों की नसों में ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है. फुंसी और छिलने के मामलों में इंफेक्शन ज्यादा फैल कर अंग को काटने की नौबत आ सकती है.
  • स्किन और मुंह की कंडीशन – डायबिटीज वाले रोगियों को स्किन और मुंह में बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन का रिस्क रहता है.
  • गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताएं – गर्भ में पल रहे शिशु और मांस के लिए हाई शुगर लेवल रिस्की होते है. इससे शिशु में जन्मजात दोष, गर्भपात का रिस्क आदि बढ़ जाते है. ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने से जीवन हानि वाली जटिलताओं से बचाव किया जा सकता है.

अंत में

अभी तक टाइप 1 डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दुनियाभर में इसके बचाव और इलाज के लिए अध्ययन जारी है.

बैठ रहने वाली लाइफस्टाइल, ज्यादा व्यस्तता के अलावा सबसे अहम शारीरिक क्रियाओं के लिए समय न देने के कारण यह हो सकता है. 

(जानें – टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज के बीच क्या होता है अंतर)

अगर आपको ऐसे कोई लक्षण दिखते है या इससे संबंधित सवालों के लिए डॉक्टर से बात कर मेडिकल सहायता लेनी चाहिए.

FAQS – टाइप 1 डायबिटीज के कारण और लक्षण – Causes and Symptoms of Type 1 Diabetes in hindi

टाइप 1 डायबिटीज क्या होती है और यह आपको कैसे होती है?

  • जब पैंक्रियाज में बनने वाले इंसुलिन सेल्स को शरीर का इम्यून सिस्टम खुद खत्म करने लगे तो डायबिटीज कहलाती है.
  • पैंक्रियाज में मौजूद इंसुलिन सेल्स को बीटा सेल्स भी कहा जाता है.
  • इस कंडीशन का कारण ऑटोइम्यून रिएक्शन को माना जाता है.
  • इसके लक्षण दिखने में महीने या वर्षों का समय लग सकता है.

क्या आप टाइप 1 डायबिटीज के साथ जन्में है?

  • अभी तक रिसर्चर्स का मानना है कि टाइप 1 डायबिटीज में जेनेटिक्स अहम भूमिका निभाते है.
  • यह पीड़ियों या परिवारों में जीन्स के जरिए जा सकता है.

क्या टाइप 1 डायबिटीज का कोई इलाज है?

  • नहीं, आधुनिक विज्ञान अभी भी डायबिटीज का इलाज खोज रहा है.
  • डायबिटीज रोगियों को अपने पूरे जीवन ट्रीटमेंट प्लान का पालन करना पड़ता है.

टाइप 1 डायबिटीज के कारण क्या है? 

  • इसका कारण जब इम्यून सिस्टम द्वारा इसका बचाव करने वाले सेल्स को नुकसान होने लगता है तब डायबिटीज हो जाती है.
  • अन्य फैक्टर जैसे लाइफस्टाइल, जीन्स, आदि शामिल है.

References –

Share: