इस लेख में आप जानेंगे सबसे आम फ़ूड एलर्जी, इनके लक्षण और रिस्क पर कौन है –

कॉमन फ़ूड एलर्जी – common food allergies

आज के समय में फ़ूड एलर्जी काफी आम है जो किसी भी फ़ूड आदि के कारण हो सकती है. लेकिन अधिकांश फ़ूड एलर्जी निम्न फ़ूड्स से होती है.

गेहूँ

  • अनाज में मौजूद प्रोटीन के कारण यह एलर्जी होती है.
  • अन्य एलर्जी की तरह गेहूँ की एलर्जी में पाचन तंत्र की परेशानी, हाइव्स, उल्टी, रैश और सूजन आदि हो सकते है. (जानें – ग्लूटेन फ्री फ़ूड्स के बारे में)
  • अधिकांश रूप से इसे सेलिएक रोग और ग्लूटेन संवेदनशीलता से भ्रमित कर लिया जाता है.
  • गेहूँ से एलर्जी के मामलों में रिएक्शन गंभीर से लेकर जान की हानि तक का हो सकता है.
  • लेकिन सेलिएक और ग्लूटेन संवेदनशीलता के मामलों में जान का खतरा नहीं होता है.
  • सेलिएक या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों को गंहूँ या अन्य प्रोटीन ग्लूटेन से बचना चाहिए.
  • जबकि गेहूँ से एलर्जी वाले लोगों को सिर्फ गेहूँ से बचना होता है.
  • गेहूँ की एलर्जी का पता स्किन प्रिक टेस्ट करके किया जाता है. 

मूंगफली

  • यह काफी कॉमन और गंभीर कारण बनने के साथ जानलेवा एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकते है.
  • जिन लोगों को इसकी फैमिली हिस्ट्री होती है उनको सबसे अधिक रिस्क होता है.
  • काफी सारे लोगों को किशोरावस्था में जाने पर मूंगफली से एलर्जी हो सकती है.
  • अन्य एलर्जी की तरह मूंगफली एलर्जी का निदान रोगी की हिस्ट्री, स्किन प्रिक टेस्टिंग, ब्लड टेस्ट और फ़ूड चैलेंज से किया जाता है.

अंडे

  • बच्चों में फ़ूड एलर्जी के दूसरे सबसे आम कारणों में अंडे की एलर्जी शामिल है.
  • इसके लक्षणों में पेट में दर्द, स्किन रिएक्शन जैसे हाइव्स या रैश, सांस लेने में परेशानी आदि शामिल है.
  • सबसे अधिक प्रोटीन जो एलर्जी का कारण बनते है अंडे में पाए जाते है.
  • इसके ट्रीटमेंट में अंडा मुक्त डाइट लेना शामिल है.

सोय

  • 3 साल से कम आयु के बच्चों में सोय एलर्जी होना देखने को मिलता है.
  • सोयाबिन या इससे बने प्रोडक्ट में मौजूद प्रोटीन इसके ट्रिगर होने का कारण होता है.
  • लक्षणों में खुजली, नाक बहना से लेकर अस्थमा या सांस लेने में परेशानी हो सकती है.
  • सोय दूध या सोय एलर्जी सबसे आम फ़ूड्स है जो एलर्जी ट्रिगर करते है.

फिश

  • फिश में मौजूद प्रोटीन शरीर पर अटैक करने लगते है जिससे शैलफिश एलर्जी हो सकती है.
  • इस तरह की फिश जैसे श्रिम्प, पॉन, लॉबस्टर, क्रेफिश आदि शामिल है.
  • इस तरह की एलर्जी को सीफ़ूड एलर्जी भी कहा जाता है. (जानें – पॉन बनाम श्रिम्प के बारे में)
  • काफी सारे मामलों में देखने को मिलता है कि सीफ़ूड एलर्जी को लोग सामान्य बैक्टीरिया या वायरस वाली फिश के सेवन करने से होने वाली भ्रमित कर लेते है.
  • ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों के लक्षणों में उल्टी, डायरिया और पेट दर्द शामिल है.
  • समय के साथ यह एलर्जी ठीक नहीं होती है, इसके लिए डाइट से फिश को बिल्कुल बाहर करना पड़ता है.

मेवा

  • कुछ लोगों को मेवों से एलर्जी होती है ट्री नट्स में ब्राजील नट्स, बादाम, काजू, पिस्ता, वालनट्स आदि होते है.
  • ट्री नट्स एलर्जी वाले लोगों को इनसे बने सभी फ़ूड प्रोडक्ट से एलर्जी होती है.

गाय का दूध

  • यह विशेष रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों में देखने को मिलती है.
  • ऐसा इसलिए होता है जब शिशु 6 महीने की आयु से पहले गाय के दूध के प्रोटीन के प्रति एक्सपोज हो जाते है.
  • गाय के दूध के प्रति IgE एलर्जी वाले बच्चों में रिएक्शन दूध सेवन करने के 5 से 30 मिनट के भीतर दिखने लगता है.
  • ऐसे बच्चों को सूजन, रैश, हाइव्स, उल्टी आदि जैसे लक्षण हो सकते है.
  • वहीं non-IgE एलर्जी का निदान करना कठिन होता है, कुछ मामलों में इसके लिए ब्लड टेस्ट तक करवाना पड़ सकता है.
  • निदान किए जाने पर इसका एकमात्र इलाज है कि गाय का दूध और इससे बने फ़ूड्स के सेवन से बचें.
  • इन फ़ूड्स में दूध, मक्खन, दूध पाउडर, क्रीम, आईस क्रीम, दही, चीज़ आदि.
  • शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाएं जिनको फ़ूड एलर्जी है उन्हें अपनी डाइट से गाय के दूध से बने प्रोडक्ट को शामिल नहीं करना चाहिए. (जानें – स्तनपान के दौरान वजन कम कैसे करें)

अन्य फ़ूड्स जो आम फ़ूड एलर्जी में कम देखने को मिलते है

  • केला
  • किवी फल
  • लहसुन
  • तिल
  • आडू
  • एवोकडो
  • पैशन फ्रूट
  • अजवाइन
  • सरसों के बीज

फ़ूड एलर्जी क्या होती है? – what is food allergy?

  • फ़ूड एलर्जी एक प्रकार की कंडीशन होती है जिसमें कुछ विशेष भोजन या खाद्य का सेवन करने से असामान्य इम्यून प्रतिक्रिया ट्रिगर हो जाती है.
  • इसका कारण इम्यून सिस्टम द्वारा कुछ फ़ूड्स में मौजूद प्रोटीन की गलत पहचान करना है.
  • जिसके बाद शरीर द्वारा बचाव करने के लिए कई सारे केमिकल रिलीज होते है जिससे इंफ्लामेशन हो जाती है. (जानें – एलर्जी के घरेलू उपायों के बारे में)
  • फ़ूड एलर्जी वाले लोगों में समस्या वाले फ़ूड का छोटी मात्रा में एक्सपोजर भी एलर्जिक रिएक्शन का कारण बनता है.
  • जिसके बाद लक्षण दिखने में कुछ मिनट से लेकर घंटों का समय लग सकता है.
  • ज्यादा गंभीर मामलों में नीचे बताए गए लक्षण जानलेवा भी साबित हो सकते है.
  • काफी सारी फ़ूड इन्टॉलरेंस को फ़ूड एलर्जी मान लिया जाता है.
  • हालांकि, फ़ूड इन्टॉलरेंस में इम्यून सिस्टम कभी भी शामिल नहीं होता है जिससे जीवन-हानि का खतरा नहीं होता है.

फ़ूड एलर्जी के प्रकार

  • फ़ूड एलर्जी को दो प्रकार में बांटा जा सकता है – IgE एंटीबॉडी और Non-IgE एंटीबॉडी.
  • IgE फ़ूड एलर्जी में एंटीबॉडी इम्यून सिस्टम द्वारा रिलीज की जाती है.
  • Non-IgE फ़ूड एलर्जी में एंटीबॉडी रिलीज नहीं होती और इम्यून सिस्टम के अन्य पार्ट नुकसान से लड़ते है. 

फ़ूड एलर्जी के लक्षणों

  • जीभ, मुंह या चेहरे पर सूजन
  • लो ब्लड प्रेशर
  • उल्टी
  • खुजली वाले रैश
  • डायरिया
  • सांस लेने में परेशानी
  • हाइव्स

क्या आपको फ़ूड एलर्जी का अंदेशा है?

  • काफी सारे मामलों में फ़ूड एलर्जी और फ़ूड इन्टॉलरेंस के बीच अंतर बता पाना कठिन होता है.
  • ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर जानकारी लें.
  • पता लगाने के लिए डॉक्टर द्वारा कुछ टेस्ट कराए जा सकते है.
  • डाइट के बारे में जानकारी जैसे आप क्या खाते है, किस समय खाते है और लक्षण.
  • स्किन प्रिक टेस्टिंग जिसमें स्किन के भीतर छोटी नीडल डालकर रिएक्शन मॉनिटर किया जाता है.
  • एक्सपर्ट की निगरानी में भोजन करना जिससे समस्या का पता लगाया जा सके.
  • ब्लड टेस्ट से igE एंटीबॉडी के लेवल की जांच कर पता लगाया जाता है.
  • भोजन से एलर्जी के मामलों में डॉक्टर द्वारा डाइट को कैसे मैनेज करना है जानकारी दी जाती है.

अंत में

अधिकांश फ़ूड एलर्जी के कारण ऊपर बताए गए फ़ूड्स या उनसे बने प्रोडक्ट होते है. जबकि फ़ूड इन्टॉलरेंस इम्यून सिस्टम द्वारा कुछ फ़ूड प्रोटीन की सही पहचान न कर पाने और घातक समझने के कारण होते है. (जानें – वीगन डाइट के फायदे)

इससे जीवन-हानि जैसे रिएक्शन के कारण बन सकते है और इसका इलाज भोजन से ऐसे फ़ूड्स को बाहर करना है. अगर आपको लगता है कि आपको फ़ूड एलर्जी है तो तुरंत डॉक्टर से बात कर सलाह लें.

References –

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