ग्रीन टी के फायदे (green tea ke fayde) सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे, ग्रीन टी बनाने की विधि, ग्रीन टी बेनिफिट्स, ग्रीन टी के नुकसान के बारे में –

ग्रीन टी के फायदे? – green tea ke fayde or Green tea benefits in hindi

  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है.
  • ब्रेन फंक्शन को अच्छा करती है.
  • कैंसर से बचाव करने में सहायक होती है.
  • हार्ट से संबंधित रोगों को कम करती है.

इसके अलावा भी ग्रीन टी के काफी सारे लाभ होते है जिनके बारे में काफी लोगों को पता नही होता है. इसमें गुणकारी तत्व होते है जैसे –

बायोएक्टिव कंपाउंड

  • इसमें पॉलीफेनॉल्स होते है जिससे सूजन कम होती है.
  • यह कैंसर से लड़ने में सहायक होते है.
  • कैटेचिन एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है जो सेल्स की क्षति को रोकता है.
  • साथ ही हमारे शरीर में अनचाहे खराब सेल्स की वृद्धि को भी कम करता है.
  • एजिंग को कम करता है. 

(चाय पीने के होते है निम्न साइड इफेक्ट)

दिमाग के फंक्शन को बेहतर करना

  • इसमें कैफीन होता है, हालांकि यह कॉफी की तुलना में कम होता है.
  • लेकिन दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने, मूड ठीक करने.
  • याद रखने की क्षमता के लिए यह काफी है.
  • इसमें एमिनो एसिड एल-थिएनाइन होता है जिससे दिमाग बेहतर रूप से काम करता है.

फैट बर्न करने के लिए

  • रिसर्च के अनुसार, ग्रीन टी फैट बर्न के अलावा मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है.
  • साथ ही फैटी एसिड और टिश्यू को एनर्जी के लिए इस्तेमाल करती है. 

(फैट बर्न करने वाले फ़ूड्स हैरान कर देंगे)

कैंसर के खतरे को कम करने

कैंसर का मुख्य कारण सेल्स की जरूरत से ज्यादा ग्रोथ होना होता है. इसमें मौजूद तत्व इस खतरे को कम करते है.

  • ब्रेस्ट कैंसर – रिसर्च के अनुसार ग्रीन टी पीने से इसका खतरा 20-30 फीसदी तक कम होता है.
  • प्रोस्टेट कैंसर – अध्ययनों में ऐसा देखा गया है कि ग्रीन टी का सेवन प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क को कम करती है.
  • कोलोरेक्टल कैंसर – ग्रीन टी पीने वाले लोगों को इसके होने का खतरा काफी कम होता है.

याद रखने की क्षमता को बढ़ाता है

  • अल्जाइमर रोग वाले लोगों के लिए यह काफी अच्छी है.
  • पार्किंसन रोग वाले रोगियों में भी इसके काफी लाभ देखे गए है.

सांस की बदबू को कम करने

  • इसमें मौजूद तत्व पूरे शरीर की हेल्थ के लिए अच्छे होते है.
  • इंफेक्शन का रिस्क कम होता है.
  • बैक्टीरिया की ग्रोथ को सीमित करती है जिससे सांस की बदबू कम हो जाती है.

टाइप 2 डायबिटीज

  • ब्लड शुगर वाले रोगियों में यह शुगर लेवल को कम करने में मदद करती है.
  • इंसुलिन की सेंसिटिविटी को बेहतर करती है.
  • इसे पीने वाले लोगों को मधुमेह होने का खतरा कम होता है.

कार्डियोवस्कुलर रोगों से बचाव

  • इन रोगों का मुख्य कारण खराब कोलेस्ट्रॉल को माना जाता है.
  • इसके सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम रहता है.
  • इससे खून में एंटीऑक्सीडेंट बढ़ते है जिससे हार्ट रोगों का खतरा कम होता है.

वजन कम करने के लिए

  • इससे मेटाबॉलिज्म रेट बूस्ट होता है जिससे कम समय में वजन घटाने में मदद मिलती है.
  • यह हमारे बॉडी फैट को भी कम करती है.
  • पेट के आसपास की चर्बी को कम करने में बहुत सहायक साबित होती है.

अंत में

हमारी आसपास मौजूद प्राकृतिक वस्तुओं के अनेको लाभ होते है. इसी तरह ग्रीन टी भी एक ऐसी ही प्राकृतिक औषधि है जिसके फायदे बहुत ज्यादा है. 

(वजन घटाने वाली चाय)

इन सभी लाभों के अलावा ग्रीन टी को अपनी ज़िंदगी का पार्ट बनाने से हम खुद को फिट रखने और बीमारियों से बचे रहने में सक्षम हो सकते है.

FAQs – ग्रीन टी बेनिफिट्स – green tea ke fayde or Green tea Benefits in hindi

सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे

  • स्किन इंफेक्शन दूर रहते है.
  • कई प्रकार के कैंसर से बचाव होता है.
  • वेट लॉस करने के लिए बेस्ट मानी जाती है.
  • इसमें मौजूद तत्व शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद करते है.

ग्रीन टी से मोटापा कैसे कम करें?

  • फैट कम करने के लिए एक्सरसाइज करने से पहले 1 कप ग्रीन टी पिएं.
  • स्वाद के लिए शहद, नींबू का रस, आदि मिला सकते हैं.

ग्रीन टी पीने से क्या नुकसान होता है?

खाली पेट ग्रीन टी पीने से पेट दर्द, उल्टी, हाई ब्लड प्रेशर, मत्तली आदि हो सकते है.

क्या ग्रीन टी में नींबू मिलाकर पी सकते हैं?

जी हां, नियमित रूप से ग्रीन टी सेवन करने पर कड़वा स्वाद लग सकता है. ऐसे में नींबू का रस मिलाकर सेवन किया जा सकता है.

ग्रीन टी और ग्रीन कॉफी में क्या अंतर है?

  • दोनों में काफी सारी समानताएं है.
  • ग्रीन कॉफी में कच्चे नैचुरल तत्व होते है.
  • जबकि ग्रीन टी में ग्रीन कॉफी के मुकाबले थोड़े भुने हुए स्वरूप हो सकते है.

ग्रीन टी में क्या मिलाकर पीना चाहिए?

  • इसे भोजन करने से 30 मिनट पहले या 2 घंटे बाद सेवन करें. 
  • स्वाद के लिए शहद का उपयोग कर सकते हैं. 
  • ध्यान रहे कि ग्रीन टी में चीनी या दूध न मिलाएं.

ग्रीन टी बनाने की विधि

वैसे तो इसे बनाने के अलग अलग तरीके होते है जिसमें आप अलग फ्लेवर भी जोड़ सकते है लेकिन सबसे आसान तरीकों में से एक –

  • तुलसी और पुदीने के पत्तों को धोलें.
  • फिर इन्हें एक साथ पानी में उबाल लें.
  • दोनों फ्लेवर के पानी में आ जाने के बाद इसमें कुछ बूंद नींबू का रस डाल सकते है.
  • जिसके बाद इसे हर्बल ग्रीन टी के रूप में पी सकते है.

References –

 

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