पीरियड्स के दर्द को कम करने के घरेलू उपाय – home remedies to relieve menstrual pain in hindi

ओटीसी दवा लेना

इसके लिए एनएसएड्स दवाएं ली जा सकती है जो हैवी ब्लीडिंग और मासिक धर्म दर्द के लिए दी जाती है.

  • इबूप्रोफेन
  • नेप्रोक्सेन

इन दवा का उपयोग प्रोस्टाग्लैंडिन के प्रोडक्शन को कम करती है. हालांकि, यह गर्भनिरोधक जितने प्रभावी नही होते है लेकिन इनसे दर्द कम हो जाता है. 

हीट पैड या बोतल का उपयोग

  • पेट और लोवर बैक पर हीट पैड या बोतल से दर्द में राहत मिलती है.
  • अध्ययन के अनुसार यह इबूप्रोफेन जितनी असरदार होती है.

अगर आपके पास हीट पैड या बोतल नही है तो आप गर्म पानी से नही सकती हैं या गर्म तौलीये के उपयोग कर सकती है. इसके अलावा आप घर पर खुद से हीट पैड भी बना सकती है.

मसाज करना

  • कम से कम 20 मिनट तक मसाज करने से पीरियड्स के दर्द को कम किया जा सकता है. 
  • इसके लिए जरूरी है कि कुछ विशेष पॉइंट को दबाया जाए.
  • जिसके दौरान थेरेपिस्ट आपके पेट, साइड और कमर पर कुछ पॉइंट को प्रेस करते है.
  • इसके अलावा ज्यादा आराम के लिए तेल जैसे बादाम केल, वेजीटेबल ऑयल आदि का इस्तेमाल कर मसाज की जा सकती है.

कुछ फ़ूड्स का सेवन न करें

  • फैटी फूड़्स
  • शराब
  • कार्बोनेटिड ड्रिंक्स
  • कैफीन
  • नमक वाले फ़ूड्स

इन फ़ूड्स का सेवन कम करने से ऐंठन में राहत मिल सकती है. कैफीन की जगह अदरक या मिंट वाली चाय या लेमन चाय का सेवन किया जा सकता है. जबकि मीठे के लिए स्ट्रोबैरी जैसे फल खाएं जा सकते है.

सेक्स करना

  • वेजाइनल सेक्स में पूरा शरीर जिसमें स्पाइनल कॉर्ड शामिल होती है.
  • जिसमें से न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होते है जो दर्द को कम करने वाले केमिकल को रिलीज करते है.
  • इससे दर्द में राहत महसूस होती है.

डाइट में हर्ब्स को शामिल करना

  • दालचीनी – पीरियड्स के शुरूआती 3 दिन इसे लिया जा सकता है.
  • कैमोमाइल चाय – दिन में दो कप पीएं जा सकते है.
  • अदरक – इसे गर्म पानी में लिया जा सकता है.
  • सौंफ के बीज – इसके अर्क को दिन में 4 बार तीन दिन तक लिया जा सकता है.

मासिक धर्म ऐंठन होने के कारण – why menstrual cramps happen in hindi

पेट में दर्द या इसके आसपास जैसे लोवर बैक और जांघ में दर्द या असहजता महसूस होना मासिक धर्म ऐंठन में महसूस होते है.

पीरियड्स के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियाँ सिकुड़ती है और रिलैक्स करती है जिससे लिनिंग बनती है. ऐंठन होने का मतलब है कि आपकी मांसपेशियाँ काम कर रही है. कुछ महिलाओं और लड़कियों को मतली, उल्टी, सिरदर्द या डायरिया का अनुभव हो सकता है.

कुछ महिलाओं को मासिक धर्म ऐंठन और दर्द ज्यादा महसूस होता है जबकि कुछ को नही होता है. लेकिन कुछ फैक्टर है जो ज्यादा तीव्र दर्द से जुड़े होते है जैसे –

  • ज्यादा ब्लीडिंग होना
  • पहले शिशु के दौरान
  • 20 से कम की आयु
  • प्यूबर्टी की शुरूआत
  • प्रोस्टाग्लैंडिन का ज्यादा प्रोडक्शन या सेंसीटिविटी

मासिक धर्म ऐंठन के अन्य फैक्टर में –

मध्यम से अस्थाई ऐंठन के लिए कुछ घरेलू उपचार से राहत मिल सकती है. 

डाइट और एक्सरसाइज कैसे मदद कर सकती है – how diet and exercise can help in the long run in hindi

हेल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज से पीरियड्स के दर्द से खुद की मदद की जा सकती है. 2016 में हुए एक अध्ययन के अनुसार जो महिलाएं हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट फॉलो करती है उन्हें पीरियड्स में दर्द का अनुभव कम होता है. 

मासिक धर्म ऐंठन के लिए डाइट – diet for menstrual cramps in hindi

  • हाई फाइबर और प्लांट आधारित डाइट
  • पपीता में विटामिन की अच्छी मात्रा होती है.
  • पेटा फूलने की समस्या को कम करने के लिए ब्राउन राइज ले सकते है इनमें विटामिन बी-6 होता है. 
  • मैग्नीज वाले फ़ूड्स जैसे बादाम, अखरोट आदि.
  • विटामिन ई वाले फ़ूड्स जैसे ऑलिव ऑयल और ब्रोकोली आदि.
  • ओमेगा-3 की मात्रा वाले फ्लैक्ससीड के उपयोग से सूजन, जलन में राहत मिलती है.
  • आयरन की मात्रा वाली हरी पत्तेदार सब्जियाँ
  • बोरोन की अच्छी मात्रा वाले फ़ूड्स जैसे एवोकाडो, पीनट बटर, राजमा, केला आदि.
  • गर्म पानी पीने के बहुत लाभ होते है जिसमें से एक ऐंठन में आराम मिलना है.
  • खुद को हाइड्रेट रखने के लिए खीरा, तरबूज, स्ट्राबैरी, रास्पबैरी, ब्लूबैरी आदि.
  • हाई कैल्शियम फ़ूड्स जैसे दूध, दही, पनीर, आदि.

मासिक धर्म ऐंठन को कम करने के लिए एक्सरसाइज – exercise for menstrual cramps in hindi

  • रिसर्च के अनुसार बिना मासिक धर्म वाले दिनों पर एक्सरसाइज करते रहने से मासिक धर्म की ऐंठन में राहत मिलती है. साथ ही दवाओं की जरूरत नही पड़ती है.
  • पीरियड्स के दौरान हल्की फुल्की वाल्क करना किया जा सकता है.
  • योग इसके लिए बेहतर रहता है जिसमें मतस्यासन, भुजंगासन और मार्जरी आसन को किया जा सकता है.

डॉक्टर को कब दिखाएं

गंभीर दर्द के साथ भारी ब्लीडिंग होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा –

  • रोजाना दर्द के बने रहने के कारण रोजमर्रा का काम न कर पाना.
  • समय के साथ दर्द गंभीर होने या ब्लीडिंग ज्यादा होने पर.
  • 25 से अधिक आयु होने और गंभीर ऐंठन की शुरूआत होने पर.
  • ओटीसी दवाओं के असर न करने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए.

गंभीर मामलों में डॉक्टर मासिक धर्म ऐंठन का कारण पता लगाकर उचित उपचार देते हैं.

References –

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