आज इस लेख में आप जानेंगे अकेले खुश रहने के तरीकों के बारे में – 

अकेले खुश रहने के तरीके – how to be happy alone in hindi

कुछ लोग नैचुरल रूप से अकेले खुश रहते है. लेकिन कुछ के लिए एकांत में रहना चैलेंज हो सकता है. अगर आप बिल्कुल ही लोगों से खुद को काटकर रखते है तो अकेले खुश रहने के तरीकों से सहज रह सकते है.

अकेले रहने पर आप कैसा महसूस करते है इसके अलावा खुद को जानना एक बेहतर तरीका हो सकता है. इससे खुद के साथ समय बिताना और लुफ्त उठाना सीख सकते है.

अकेले रहना और एकांत में रहना अलग होता है

  • अकेले खुश रहने के तरीकों के बारे में जानने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि अकेले रहना और एकांत में रहना दो अलग चीज़ है.
  • ऐसा हो सकता है कि आप कठोर हो और आपका कोई दोस्त, प्यार न हो या एंटीसोशल हों. तो ऐसे में आपको अकेले टाइम बिताने में मदद कठिनाई नहीं होगी.
  • वहीं दूसरी ओर हो सकता है कि आप परिवार दोस्तों से घिरे हुए हो, लेकिन भावनाएं खाली हो या किसी से कोई लगाव नहीं हो.
  • जिस कारण आप उदास और किसी का साथ चाह सकते है.

शुरू करने के लिए शॉर्ट टर्म टिप्स – How to be Happy Alone – Short term Tips

यह टिप्स आपको सहज करने और ट्रांसफॉर्म करने में मदद करेंगी जिसमें –

सोशल मीडिया से दूरी बना लें

  • सोशल मीडिया कोई खराब या समस्या का कारण नहीं है.
  • लेकिन आपकी फीड में स्क्रोल करना आपको तनाव दे सकता है.
  • साथ ही यह पूरी कहानी नहीं बताता है.
  • दूसरों के हस्ते खेलते फोटो आदि देखकर आप यह अंदाजा बिल्कुल नहीं लगा सकते है कि वह खुश है या नहीं. (जानें – डिप्रेशन के बायोलॉजिकल कारणों के बारे में)
  • किसी भी नजरिये को बनाने ले पहले बेहतर है कि आप कुछ समय के लिए सोशल मीडिया से रेस्ट लें.
  • इसके लिए आप टेस्ट कर सकते है जैसे 48 घंटे के लिए खुद को फोन से दूर रखना आदि.
  • रोजाना फोन इस्तेमाल करने की लिमिट 10 से 15 मिनट तय करना आदि.

अपने दिमाग को सोचने दें

  • इसके लिए आप खुद को टीवी, म्यूजिक, इंटरनेट, पोडकास्ट आदि से दूर रखना चाहिए.
  • इन सब चीज़ों से खुद को कम से कम 5 मिनट के दूर रखें.
  • इससे दिमाग को सोचने या आंख बंद करके लेटने या खिड़की से बाहर देखना आदि किया जा सकता है.

नैचर के साथ समय बिताना

  • इसके लिए आप पार्क आदि में जा सकते है.
  • वहां जाकर प्राकृति की स्मेल, साउंड आदि को महसूस करें.
  • हवा को चेहरे पर महसूस करें. (जानें – याद्दाश्त बेहतर करने के तरीकों के बारे में)
  • रिसर्च के अनुसार, 30 मिनट या उससे अधिक समय प्राकृति के साथ बितना से डिप्रेशन और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है.

खुद को ब्रेक दें

  • खुद को जानना अच्छा है लेकिन कठोर आत्म निर्णय गलत है.
  • इससे आपके आत्म विश्वास और खुशी खप जाती है.
  • साथ ही खुद को ब्रेक देने से नाकारात्मकता को दूर करने में मदद मिलती है.
  • खुद को दूसरे से तुलना कर आत्म निर्णय गलत है.

फोन से ब्रेक लें

  • अकेले रहने पर फोन और सोशल मीडिया अकेले रहने के कॉन्सेप्ट को बदल सकते है.
  • क्योंकि फोन रहने पर आप सोशल मीडिया आदि को चेक करते रहेंगे.
  • इसके अलावा लोगों को फोन करके किसी तीसरे के बारे में भी बात हो सकती है.
  • अकेले रहने के लिए सबसे बेहतर है कि फोन को खुद से कुछ घंटों के लिए दूर कर दें.
  • अकेले रहने पर समय काटने में परेशानी होने पर कलम लेकर लिखना शुरू कर दें.

खुद को अच्छा भोजन सर्व करें

  • साथ में कोई डिनर करने वाली पार्टनर होने पर आप अपने आप को भोजन करवा सकते है.
  • टेबल को सेट करें, नैपकिन की उपयोग और कैंडल आदि जला सकते है.

उन चीजों को स्वीकार करें जिनके लिए आप आभारी हैं

  • रिसर्च से पता चलता है कि कृतज्ञता खुशी और उम्मीद की भावनाओं को बढ़ा सकती है.
  • रोजाना चीज़ों को स्वीकृत किया जा सकता है. (जानें – मेडिटेशन करने के लाभ)
  • लेकिन समय निकालकर उन चीज़ों के लिए कृतज्ञता प्रकट करना मदद कर सकता है.
  • शारीरिय या मानसिक चीज़ों की लिस्ट बनाए जिसके लिए आप कृतज्ञ है.

एक्सरसाइज

  • इससे दिमाग से खुश करने वाले हार्मोन रिलीज होते है.
  • एक्सरसाइज शुरू करने वाले लोगों के लिए, धीरे धीरे समय बढ़ाकर किया जा सकता है.
  • समय के साथ अनुभव होने पर वेट ट्रेनिंग, एरोबिक्स या स्पोर्ट्स आदि खेले जा सकते है. 

खुद की तुलना दूसरों से न करें

  • ऐसा कहना आसान है लेकिन करना मुश्किल है, लेकिन खुद की सोशल लाइफ को दूसरों की सोशल लाइफ से तुलना करना गलत है.
  • यह दोस्तों की गिनती या आप कितना दोस्तों के साथ बाहर घूमते है आदि हो सकता है.
  • याद रहें कि किसी का दोस्तों के साथ होना आदि यह नहीं बता सकता कि वह असल में खुश है या नहीं.

लंबे समय के लिए टिप्स – How to be Happy Alone – Long term Tips

जैसे जैसे समय के साथ आप अकेले रहकर सहज होने लगते है तो आप इसे आगे बढ़ा सकते है

अपनी सेहत का ख्याल रखना

  • मानसिक और शारीरिक स्वास्थ एक दूसरे को प्रभावित करते है.
  • खुद के शारीरिक स्वास्थ का ध्यान रखने से खुशी में बूस्ट मिलता है.
  • इसके लिए संतुलित डाइट, नियमित एक्सरसाइज और पूरी नींद लेना, अकेले समय के साथ किया जा सकता है. (जानें – नंगा होकर सोने के फायदे)

रूटीन को शेकअप करें

  • यहां तक कि एक दिनचर्या जो अच्छी तरह से काम करती है, इससे आप एक समय पर जाकर पहले जैसे सामान्य महसूस कर सकते हैं.
  • अपने रोजाना के रूटीन और आस-पास की चाज़ों के बारे में सोचें.
  • रोजाना एक ही वातावरण होने पर आप उदास हो सकते है.
  • इसके लिए आप घर का फर्नीचर आदि का स्थान बदलना, दिवारों को पेंट करना आदि कर सकते हैं.
  • लंबे समय तक एक रूटीन पर न टिककर आप इसे बदल सकते है.

भविष्य के लिए प्लान बनाना

  • आप अगले 5 से 10 साल में खुद को कहा देखते है आदि सवाल और उससे जुड़ी प्लानिंग की जा सकती है.
  • इन प्लान को आप लिख सकते है जिससे इनके पूरे होने पर आपको पता लग सकें.
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज के साथ ही इन प्लान की समीक्षा की जानी चाहिए.

लोगों को माफ करना

अंत में

कभी कभी खुद का ध्यान रखना, एक्सरसाइज, आभार प्रकट करना, उदासी या अकेलेपन के लिए काफी नहीं होता है. अधिक तनाव, घबरहाट या अवसाद के लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क किया जा सकता है. (जानें – डिप्रेशन से कैसे लड़े)

References –

 

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