इस लेख में आप जानेंगे योनि को साफ कैसे करें और इससे जुड़े सबसे आम सवाल-जवाब –

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योनि को कैसे साफ करें – How to clean your vagina in hindi

क्या आपको योनि साफ करने की जरूरत है? 

ऐसा जरूरी नही है लेकिन आपको अपनी योनि और योनिमुख को साफ जरूर करना चाहिए.

योनि जिसे वेजाइना भी कहते है यह महिला शरीर के अंदर वाली कैनाल होती है. 

जबकि वुल्वा जिसे योनिमुख कहा जाता है यह महिला योनि का बाहरी पार्ट होता है जिसमें –

  • क्लीटोरिस
  • क्लीटोरल हुड
  • इनर और आउटर लैबिया (वेजाइनल लिप्स)

जैसे कि सभी महिलाएं जानती है कि योनि को अंदर से साफ नही किया जा सकता है, इसलिए योनिमुख को धोना बेहतर रहता है. 

योनि को अंदर से साफ करना कई परेशानियों को न्यौता दे सकता है. क्योंकि हमारे शरीर में खुद को ठीक करने की क्षमता होती है उसी प्रकार योनि भी अंदर से खुद को साफ कर लेती है. इसलिए खुद से योनि को साफ नही किया जाना चाहिए.

महिलाओं की योनि सही पीएच बैलेंस होने पर खुद को साफ कर काम करती है. योनि के अंदर कई अच्छे बैक्टीरिया भी होते है जो योनि के पीएच स्तर को बनाए रखते है.

जबकि योनि के एसिडिक होने पर खराब बैक्टीरिया इसे इंफेक्ट कर देता है, जो पीएच स्तर में बदलाव के कारण होता है.

साथ ही खुद से योनि साफ करने से यह अपनी नैचुरल रूप से खुद को साफ करने की ताकत को खो सकती है. अगर आप अपनी योनि को साफ करना चाहती है तो इसे खुद से साफ होने के लिए छोड़ दें.

आप अपने योनिमुख को किस तरह साफ करती है?

  • योनिमुख को साफ करने के लिए हल्के गर्म या गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए.
  • अगर आप चाहती है तो हल्का साबुन जिससे त्वचा की जलन न हो प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह जरूरी नही है.
  • योनिमुख को धोने के लिए इसके लिप्स को हल्के हाथों से खोलकर धीरे से योनिमुख फोल्डस को साफ करें.
  • इसके लिए कोई साफ कपड़ा या साफ हाथों का प्रयोग किया जा सकता है.
  • ध्यान रहें कि साबुन या पानी आपकी योनि के अंदर प्रवेश न करें.
  • योनिमुख के साथ साथ अपनी एनस को भी साफ किया जा सकता है.
  • इसके अलावा योनि और एनस के बीच वाले एरिया को रोज़ाना साफ करना याद रखें.
  • योनिमुख से शुरू करके गुदा तक साफ करना सही रहता है. 
  • इसके विपरित से शुरू करने पर गुदा में मौजूद बैक्टीरिया योनि तक फैलकर इंफेक्शन कर सकता है.

क्या मुझे साबुन इस्तेमाल करने की जरूरत नही है?

  • योनिमुख साफ करने के लिए साबुन की जरूरत नही होती है.
  • अगर आप साबुन का उपयोग करना चाहती है तो ध्यान रहें कि योनि और इसके आसपास की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है.
  • इसपर किसी खुशबू वाले साबुन का प्रयोग परेशानी पैदा कर सकता है.

क्या फैमाइन वॉश (महिलाओं के लिए साबुन) या स्प्रै का उपयोग किया जा सकता है?

  • बाज़ार में ऐसे बहुत से महिलाओं के साबुन व स्प्रै आते है जो योनि की गंद कम करने का दावा करते है, ऐसे प्रोडक्टों को नही खरीदना चाहिए.
  • ऐसे उत्पादों की कोई खासा जरूरत नही होती है और यह योनिमुख, वेजाइना दोनों के लिए हानिकारक होते है.

क्या कोई भी खुशबू वाले प्रोडक्ट नही लेने चाहिए?

  • जी हाँ, ऐसे प्रोडक्ट का बिल्कुल भी प्रयोग में नही लेना चाहिए.
  • इनके उपयोग से योनि या योनिमुख के आसपास जलन आदि हो सकती है.

योनि के आसपास गंध होती है, क्या सभी इसको सूंघ सकते है?

  • नहीं, हमारे शरीर के सभी भागों पर अलग अलग गंध होती है जो स्वाभाविक है.
  • जब तक कोई आपकी योनि के पास न हो तब तक वह इसे सूंघ नही सकता है, इसलिए हो सकता है कि आपका सेक्स पार्टनर इसे सूंघ लें.
  • किसी की भी योनि गंध से मुक्त नही होती है जैसे सभी के शरीर का गंध अलग होती है उसी प्रकार योनि की भी गंध अलग होती है.
  • आपकी डाइट और पीरियडस साईकल के आधार पर इसकी गंध में बदलाव आ सकता है.
  • जबकि ज्यादा खराब गंध आने पर डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए.
  • कुछ कंडीशन जैसे – बैक्टीरियल वैजिनोसिस आदि होने पर योनि से गंध आने लगती है.

अगर आपको ज्यादा डिस्चार्ज होता है, तो क्या यह नॉर्मल है?

  • योनि से डिस्चार्ज होना बिल्कुल स्वाभाविक है, जबकि इसके साथ गंध का आना थोड़ी समस्या वाली बात है.
  • लेकिन योनि से साफ या सफेद डिस्चार्ज होना एक नैचुरल प्रोसेस है जिससे योनि के टिश्यू मॉइस्च और हेल्दी रहते है.
  • साफ डिस्चार्ज ऑव्यूलेशन के कारण भी हो सकते है जो दर्शाता है कि आपकी योनि बिल्कुल सुचारू रूप से कार्य कर रही है.
  • जबकि पीरियडस के आसपास लाल या भूरे रंग का डिस्चार्ज आदि हो सकता है.
  • अगर आपके डिस्चार्ज का रंग ग्रे, हरा या पीला है या आपको जलन, दर्द या कोई दूसरा लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए. 

पीरियड्स होने पर योनिमुख साफ करने के लिए क्या कुछ अलग करना चाहिए?

  • मासिक धर्म होने पर भी आप अपने योनिमुख को उसी तरह से साफ कर सकती है.
  • अगर आपको लगता है कि इससे गंध अधिक होगी तो आप योनिमुख को एक से ज्यादा बार साफ कर सकती है.

योनिमुख को पानी या साबुन के अलावा किसी और चीज़ से साफ करने पर क्या होता है?

  • कुछ महिलाएं खुशबू वाले साबुन का इस्तेमाल कर लेती है जिससे उन्हें कोई परेशानी नही होती है.
  • जबकि ऐसा नही करना चाहिए क्योंकि इससे योनिमुख और इसके आसपास की त्वचा पर असर पड़ता है.

क्या वेजाइनल डाउचिंग की जा सकती है?

  • जिन लोगों को नही पता की डाउचिंग क्या होती है उन्हें बता दें कि योनि को पानी के साथ कुछ साबुन आदि मिलाकर योनि को अंदर से साफ करने के डाउचिंग कहते है.
  • इसके लिए योनि को साफ करने के लिए स्कवरटिंग की जरूरत पड़ती है, लेकिन आपको बता दें कि यह काम नही करती है और न ही सेफ होती है.
  • साथ ही इससे एसटीआई का खतरा बढ़ जाता है.
  • स्वास्थ प्रजनन प्रणाली के लिए डाउचिंग नही की जानी चाहिए.

क्या वेजाइनल स्टीमिंग कर सकते है?

  • यह एक गर्म पानी के टब में हर्ब्स को डालकर उसमें बैठना होता है.
  • जिससे की गर्म हर्ब वाला पानी आपकी योनि में जाकर उसे साफ कर सकें.
  • इससे ऐंठन, पेट फूलना जैसी स्थितियों से राहत मिलती है.
  • लेकिन गर्म पानी में बैठने से योनि के अंदर और आसपास के टिश्यू को नुकसान हो सकता है.
  • जबकि कुछ विशेष हर्ब्स के उपयोग से गर्भपात तक के आसार हो सकते है.
  • इसलिए सोच समझकर उपायों को करना चाहिए.

क्या मुझे वेजाइना साफ करने को लेकर कुछ और भी जानने की जरूरत हैं?

ऐसी बहुत सारी चीजें है जिनकी मदद से योनि व योनिमुख को हेल्दी रखा जा सकता है.

  • योनि से शुरू करके गुदा तक साफ करें – टॉयलेट या किसी भी और काम के दौरान कभी भी गुदा से शुरू करके योनि की तरफ न आएं. ऐसा करने से बैक्टीरिया फैल सकता है हमेशा योनि से शुरू करके पीछे की ओर जाएं.
  • सेक्स के बाद भी योनिमुख से शुरू कर गुदा तक साफ करें – जब सेक्स या हस्तमैथुन की बात आती है तो जरूरी है कि जो भी चीज़ आपके गुदा के करीब आई हो जैसे – सेक्स टॉय, फिंगर, जीभ, पेनिस आदि तो उसे ठीक से साफ करना चाहिए.
  • सेक्स के बाद पेशाब जरूर करें – सेक्स के बाद पेशाब करने से यूरिनरी ट्रैक्ट में मौजूद कोई भी किटाणु बाहर निकल जाता है. जिससे यूटीआई का खतरा नही रहता है.
  • प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले देख लें – अगर आपकी योनि में कुछ भी अंदर जाता है चाहे वे ल्यूब हो, कंडोम या टेम्पन आदि के खुशबू वाला होने पर उसका इस्तेमाल न करें.
  • कॉटन के अंडरवियर का इस्तेमाल करें – कॉटन के अंडरवियर प्यूबिक जगहों के लिए अच्छे होते है, क्योंकि वह इसके गीले होने पर माॉइस्चर खींच लेते है. ध्यान रहें कि अंडरवियर के लिए नाइलॉन और अन्य सिंथेटिक कपड़ों का उपयोग न करें.
  • पसीने वाले या गीले कपड़े तुरंत बदले – ऐसी कंडीशन खराब बैक्टीरिया फैलने के अनुकूल होती है, योनि के संक्रमण से बचने के लिए गीले या पसीने वाले कपड़े को तुरंत बदल लेना चाहिए.

कैसी कंडीशन होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए?

अगर आपको इनमें से किसी स्थिति का अनुभव होता है तो डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए –

  • पेशाब के दौरान जलन या दर्द होने
  • योनि से अजीब और तीव्र गंध आने
  • जनानंग के आसपास मस्से, छाले या फफोले पड़ने
  • पतले डिस्चार्ज होने पर
  • लगातार कई दिनों तक योनि की खुजली
  • सेक्स के दौरान या हस्तमैथुन के कारण दर्द होने

इसके अलावा किसी और समस्या को अनुभव करने पर डॉक्टर से मिलकर अपनी परेशानी के बारे में बताना चाहिए, इसके अलावा लगातार लंबे समय तक योनि की गंध रहने पर, समस्या के आधार पर डॉक्टर आपको सर्वाइकल कैंसर का टेस्ट भी करवाने को भी कह सकते हैं.

References –

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