
सभी जानते है कि कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और इसका इलाज होना बहुत ही मुश्किल है. कैंसर कई तरह का होता हैं और इसके होने के कारण भी कई तरह के हो सकते है. यह ज्यादातर 25 से 50 की उम्र के लोगों में देखा गया है. कैंसर अगर पहली या दूसरी स्टेज पर है, तो इसका इलाज होना कही न कही संभव हैं.
वहीं अगर यह तीसरी स्टेज पर चला जाए तो इसका इलाज उतना ही मुश्किल हो जाता है. लेकिन मुँह के कैंसर के घरेलू उपचार कर कुछ हद तक इसे नियंत्रण में रखा जा सकता हैं. उसे बताने से पहले जाने इसके कुछ लक्षण जो इस प्रकार हैं.
मुँह के कैंसर के लक्षण
छाले और लाल-सफ़ेद धब्बे का मौजूद होना.
स्वाद में परिवर्तन.
मुँह से खून निकलना.
मुँह में गांठ.
दांत ढीले होना या अचानक से झड़ना.
साँसो में बदबू.
कभी भी जीभ या मुँह का सुन्न हो जाना.
खाने को निगलने व चबाने में तकलीफ होना.
मुँह के अंदर या होंठ के आस-पास अल्सर.
जेनेटीक.
जबड़े-गाल में सूजन.
मुँह के कैंसर के इलाज में रेडिएशन/ रेडियो थेरपी, सर्जरी आदि से होता हैं. इसे होना का कराण है धुम्रपान, शराब, गुटका व तंबाकू का इस्तेमाल जिसकी वजह से मुँह का कैसर हो जाता हैं.
मुँह के कैंसर के घरेलू उपचार
हल्दी – यह एक अच्छे मुँह के कैंसर के घरेलू उपचार है क्योंकि हल्दी एक प्रकृतिक औषधि है जो कैंसर समेत कई रोगों से बचने के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होती हैं. हल्दी का रोज़ सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वाइरस खत्म होता हैं.
देसी गाय का मूत्र – मुँह के कैंसर के इलाज में गोमूत्र का सेवन करना बहुत ही लाभ देता हैं. रोगी को दिन में कम से कम 2 से 3 बार गोमूत्र का सेवन करना चाहिए.
ग्रीन टी – इसके सेवन से स्कीन कैंसर, लीवर कैंसर, गले का कैंसर और मुँह के कैंसर के इलाज आदि में बहुत लाभ देती है और साथ ही कैंसर की कोषिकाओं को फैलने से रोकती हैं.
सोयाबीन – सोयाबीन का प्रयोग किसी भी प्रकार के कैंसर में बहुत उपयोगी साबित होने के साथ-साथ कैंसर की आशंका को भी कम करता हैं.
गेँहु के जुवार – गेंहु के जुवार का रस पीने से भी कैंसर के सेल्स् फैल नही पाते हैं. इसलिए मुँह के कैंसर के इलाज के लिए जरूरी है कि इसके जूस का सेवन नियम से करें.
ज्यादा पानी पिएं – कैंसर के रोगी को ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए. रात को तांबे के किसी बर्तन में तीन से चार ग्लास पानी भर कर रख दें. फिर सुबह-सुबह खाली पेंट उस पानी को पीएं. इससे कैंसर के साथ-साथ कई सारी बीमारियों के इलाज में मदद मिलती हैं.
गेंहु और जो का आटा – रोगी को गेंहु और जो मिला हुए आटे का सेवन करना चाहिए, जैसे दो किलो गेंहु के आटे में एक किलो जो का आटा मिलाकर इसे भोजन में इस्तेमाल करें और बेंगन, आलू, अरबी के सेवन से परहेज़ करना चाहिए. मुँह के कैंसर के इलाज के लिए यह बहुत लाभ देता हैं.
विटामिन डी – सुबह-सुबह की सुर्य की रोशनी लेने से विटामिन डी मिलता हैं. इसके अलावा अपने भोजन में ऐसी सामग्री जरूर लें जिससे विटामिन की कमी न हो.
योग करें – किसी भी उपचार में सबसे अहम होता है कि रोज़ अपने शरीर को फिट रखने के लिए कसरत की जाए. इससे बहुत से रोगों से राहत मिलती हैं

Kartik Bhardwaj
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