सेक्स करने के बाद योनि में दर्द होने के कारण और इलाज –

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सेक्स करने के बाद योनि में दर्द होने के कारण क्या होते है? – What are the causes of sore vagina after sex in hindi

यीस्ट इंफेक्शन

  • योनि या वुल्वा में दर्द यीस्ट इंफेक्शन के सबसे आम लक्षणों में से एक है.
  • जबकि अन्य लक्षण जैसे पेशाब के दौरान दर्द, सूजन, योनि में खुजली आदि होना शामिल है.

वेजिनिसमस

  • इसके कारण वेजाइना और योनि मुख के आसपास की मांसपेशियां अपने आप सिकुड़ जाती है.
  • जिससे वेजाइना में पेनिट्रेशन कर पाना काफी असहज या असंभव हो जाता है.
  • ऐसे में सेक्स कर पाने में सक्ष्म होने पर वेजाइना और योनि मुख के आसपास काफी तेज़ दर्द महसूस हो सकता है.

दवाएं

  • बर्थ कंट्रोल दवाओं के कारण नैचुरल हार्मोन लेवल सप्रेस हो जाता है.
  • जिसके कारण वेजाइना के भीतर टिश्यू पतला और सूख जाता है.
  • अगर आप लूब्रिकेशन का उपयोग नहीं करती है या ठीक से फोरप्ले कर नैचुरल लूब्रिकेशन नहीं करती तो सेक्स करते समय फ्रिक्शन के कारण दर्द हो सकता है जो बाद तक बना रहता है.

बार्थोलिन सिस्ट

  • योनि के मुख पर दोनों तरफ बार्थोलिन ग्लैंड होते है जो योनि को लूब्रिकेशन करने में मदद करते है.
  • कभी कबी यह सिस्ट या फ्लूइड उपलब्ध कराने वाले डक्ट ब्लॉक हो जाते है.
  • जिससे ऐंठन, योनि मुख के किसी एक तरफ पस भरे बम्प्स हो सकते है.
  • ऐसे में सेक्स करने से आसपास के टिश्यू और बार्थोलिन सिस्ट इर्रिटेट हो सकते है जिस कारण अनचाहा दर्द हो सकता है.

एंडोमेट्रियोसिस

  • जब एंड्रोमेट्रियम जैसे टिश्यू यूटेरस के बाहर जैसे ओवरी, पेट के निचले हिस्से या बाउल में होने लगे उसे एंडोमेट्रियोसिस के रूप में जाना जाता है.
  • सेक्स करने के दौरान दर्द और पीरियड्स में दर्द इसके काफी आम लक्षण है.
  • यह दर्द शरीर में काफी गहरा जैसे पेल्विस या वेजाइना के ऊपरी हिस्से में हो सकता है.

पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों का टाइट होना

  • टाइट पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों के कारण सेक्स करना असहज हो सकता है.
  • इसके टाइट होने का कारण खराब पोस्चर, विशेष प्रकार की एक्टिविटी जैसे साइकल चलाना, पेल्विस के आसपास नैचुरल रूप से मांसपेशियों की संरचना टाइट होना.
  • ऐसे में रिवर्स कीगल एक्सरसाइज मदद कर सकती है.

लंबे समय या ज़ोरों के साथ सेक्स करना

  • सेक्स के दौरान पेनिट्रेशन थोड़ा रफ होने से आपको दर्द या असहजता हो सकती है.
  • यह दर्द और असहजता वेजाइना और वुल्वा के आसपास होती है.
  • फ्रिक्शन और अतिरिक्त प्रेशर के कारण सेंसिटिव टिश्यू इंफ्लेम हो सकते है.
  • अगर आप या आपके पार्टनर सेक्स करते समय फिंगर, सेक्स टॉय या किसी अन्य वस्तु का उपयोग करते है तो आपको अतिरिक्त दर्द हो सकता है. 
  • सेक्स टॉय किस मटेरियल से बना है इस आधार पर कुछ सेक्स टॉय उपयोग करते समय एक्सट्रा लूब्रिकेशन की आवश्यकता होती है जिससे फ्रिक्शन को कम किया जा सके.
  • इसके अलावा सेक्स टॉय का सही उपयोग न करने के कारण भी सेक्स के बाद दर्द का अनुभव हो सकता है.

सेक्सुअल ट्रांसमिट इंफेक्शन

  • सेक्स के दौरान योनि में दर्द को एसटीआई जैसे क्लामेडिया, गोनोरिया, जनानंग हर्पस का पहला लक्षण माना जाता है.
  • ऐसे में आप और आपके पार्टनर को एसटीआई के लिए स्क्रीनिंग की जरूरत होती है.
  • भविष्य में इंफेक्शन से बचाव के लिए इलाज बहुत जरूरी है.

वुल्वोडायनिया

  • यह वुल्वा का दर्द होता है जो 3 महीने से अदिक समय तक रहता है.
  • अभी तक साफ नहीं है कि इस कंडीशन का कारण क्या है.
  • इसके अतिरिक्त सेक्स करने के बाद दर्द के अलावा वेजाइना एरिया में आपको जलन, चुभन, स्पदनशील दर्द का अनुभव हो सकता है. 
  • गंभीर मामलों में संवेदनशीलता इतनी हो सकती है कि आपको रोजमर्रा के काम या कपड़े पहनने में परेशानी का अनुभव करना पड़े.

(जानें – पीरियड्स के दौरान सेक्स सही या गलत)

मेनोपॉज

  • मोनोपॉज के पहले या दौरान शरीर के हार्मोन का लेवल तेजी से कम या ज्यादा होता है.
  • कम एस्ट्रोजन के कारण शरीर कम नैचुरल लुब्रिकेंट बनाता है.
  • साथ ही योनि में मौजूद टिश्यू सूखे और पतले हो जाते है.
  • जिस कारण पेनिट्रेट करने वाले सेक्स ज्यादा दर्द और असहजता का कारण बन जाता है.

यूटेरिन फाइब्रॉइड

  • यह नॉन कैंसर ग्रोथ होती है जो यूटेरस के अंदर या ऊपर विकसित हो सकती है.
  • इनके बड़े होने पर दर्द काफी हो सकता है.
  • यूटेरिन फाइब्रॉइड होने पर आपको सेक्स के बाद पेल्विस दर्द का अनुभव करना पड़ सकता है.

एलर्जिक रिएक्शन

  • कंडोम, लूब्रिकेंट या अन्य सेक्स प्रोडक्ट के उपयोग से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है.
  • उदाहरण के लिए बहुत से लोगों को लैटेक्स कंडोम से एलर्जी होती है.
  • इससे योनि की खुजली समेत वुल्वा पर असहजता हो सकती है.
  • जबकि वेजाइना में किसी वस्तु का प्रवेश करवाने से दर्द कैनाल तक पहुंच सकता है.

पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज

  • यह बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो यौन संक्रमण करने वाले बैक्टीरिया के कारण ही हो सकता है.
  • इंफेक्शन आपके फेलोपीयन ट्यूब, यूटेरस, सर्विक्स, ओवरी तक फैल सकता है.
  • जबकि आपको पेल्विस दर्द, सेक्स करने के दौरान दर्द, ब्लीडिंग, डिस्चार्ज, पेशाब के दौरान दर्द आदि हो सकते है. 

वेजिनाइटिस

  • योनि में मौजूद नैचुरल बैक्टीरिया के संतुलन में बदलाव के कारण इंफ्लामेशन होती है.
  • इसे वेजिनाइटिस कहा जाता है जो योनि में खुजली और योनि से डिसचार्ज का कारण बनता है.
  • इसके अलावा बिना किसी सेक्सुअल टच के यह दर्द योनि या लेबिया में रह सकता है.
  • जबकि सेक्स करने से यह दर्द बढ़ सकता है या नोटिस किया जा सकता है.

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन

  • यूटीआई होने पर पेशबा के दौरान दर्द से कहीं अधिक महसूस होता है.
  • साथ ही इसमें वेजाइनल एरिया और पेल्विस के आसपास दर्द का कारण बनता है.
  • मूत्र पथ संक्रमण होने पर अगर आप सेक्स करती है तो आपको अतिरिक्त इर्रिटेशन और इंफ्लामेशन का अनुभव हो सकता है.

वुल्वर दर्द

  • सेक्सुअल टच, फ्रिक्शन और प्रेशर के कारण वुल्वा में दर्द हो सकता है.
  • अगर सेक्स शुरू करने से पहले आपको दर्द रहता है तो यह वुल्वर कैंसर जैसी कंडीशन का लक्षण हो सकता है.
  • वुल्वर इर्रिटेशन के कुछ घंटे या दिनों तक रहने पर डॉक्टर से बात कर सलाह लेनी चाहिए.

लूब्रिकेशन की कमी

  • जब भी कोई महिला सेक्स के लिए उत्तेजित होती है तो उनके शरीर द्वारा योनि में लूब्रिकेशन रिलीज होता है जो नैचुरल प्रक्रिया है.
  • लेकिन कुछ मामलों में यह लूब्रिकेशन पर्याप्त नहीं होता है.
  • अगर आपका सेक्स उत्तेजना कम है या आप बहुत बिना खुद को समय दिए जल्द बाजी करती है तो आपको सामान्य से अधिक फ्रिक्शन महसूस हो सकती है.
  • फ्रिक्शन के कारण वेजाइना में माइक्रोस्कोपिक टियर हो सकते है जिसके परिणामस्वरूप दर्द और असहजता महसूस होती है.
  • कुछ मामलों में यह इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है.

(जानें – ओरल सेक्स क्या होता है, तरीके, पोजीशन और सावधानियां)

क्या सेक्स के बाद योनि में दर्द होना चिंता का विषय है?

  • अगर आप सेक्स करने के बाद अपने योनि या उसके आसपास के एरिया में दर्द महसूस कर रही हैं तो जरूरी है कि आप पता करें कि यह दर्द कहां से शुरू हो रहा है.
  • इससे संभावित कारण और बेस्ट इलाज का पता लगाने में मदद मिलेगी.
  • वेजाइना की मांसपेशियां लंबी, कैनाल जो योनिमुख से लेकर सर्विक्स तक होती है.
  • वुल्वा में लेबिया, क्लीटोरिस, योनिमुख, यूरेथ्रल ओपनिंग होती है.
  • लेबिया लिप्स या फोल्ड स्किन जो योनिमुख के स्थान पर होती है. 
  • काफी सारी महिलाओं द्वारा वुल्वा के स्थान पर वेजाइना कहा जाता है.
  • अगर आप वुल्वा या वेजाइना में सेक्स पेनिट्रेशन के बाद दर्द महसूस करती है तो इसके होने के कई कारण होते है.
  • जबकि बहुत ही रेयर मामलों में यह इमरजेंसी का संकेत होता है.

(जानें – समय से पहले पीरियड्स आना क्या होता है)

सेक्स के बाद योनि में दर्द का इलाज क्या है? – What is the treatment of sore vagina after sex in hindi

लूब्रिकेंट

  • अगर आप फ्रिक्शन को कम करने में मदद चाहते है तो ल्यूब का उपयोग करें.
  • इसके लिए पानी आधारित लूब्रिकेंट का उपयोग कर वेजाइना और वुल्वा की स्किन उत्तेजना को कम करने में मदद मिलती है.
  • ऑयल आधारित ल्यूब का मटेरियल कंडोम को ब्रेक कर सकते है जिस कारण टियर हो सकता है.
  • टियरिंग या टग्गिंग महसूस करने पर ल्यूब को फिर से लगाया जा सकता है.

एंटीबायोटिक्स

  • डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटीबायोटिक्स जो यूटीआई, कुछ एसटीआई और पीआईडी इलाज करती है सेवन करें.

सर्जरी

  • यूटेरिन फ्राइबॉइड या बार्थोलिन सिस्ट के मामलों में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.
  • सिस्ट के मामलों में ड्रैनिंग करके ग्लैंड को हटा दिया जाता है.

एलर्जी फ्री प्रोडक्ट

  • अगर आपको लैटेक्स से एलर्जी है तो इससे बने मटेरियल से बचें.
  • ल्यूब के कारण वुल्वर संवेदनशीलता होने पर इसका उपयोग न करें.

हार्मोनल ट्रीटमेंट

  • हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से कुछ लोगों को लाभ मिलता है.
  • इससे समय के साथ शरीर का समयोजित करके मेनोपॉज का कारण बनता है.
  • साथ ही इससे नैचुरल लूब्रिकेशन रिस्टोर करने और सेक्सुअल पेनिट्रेशन के दर्द को कम कर सकती है.

पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों की एक्सरसाइज

  • रिवर्स कीगल एक्सरसाइज करने से पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों को रिलैक्स किया जा सकता है.
  • इससे न सिर्फ सेक्स करने के बाद दर्द को कम करना बल्कि पेनिट्रेशन को ज्यादा मजेदार बनाने में मदद मिलती है.

बर्फ की सिकाई

  • फ्रिक्शन या प्रेशर के कारण दर्द कुछ घंटों के बीच खुद से ठीक हो जाता है.
  • ऐसे में बर्फ से सिकाई करने पर वुल्वर असहजता में राहत मिल सकती है.
  • एक बार में 5 से 10 मिनट तक बर्फ से सिकाई करने पर राहत मिलती है.
  • ध्यान रहें कि बर्फ को सीधे वुल्वा पर न लगाए.
  • बर्फ को किसी कपड़े या रखकर सिकाई कर सकते है.
  • इसके अलावा आईस पैक खरीद कर उपयोग कर सकते है.
  • बर्फ से सिकाई करने पर असहजता बने रहने के मामले में तुरंत डॉक्टर से सहायता लें.

(जानें – सी-सेक्शन ऑपरेशन के बाद सेक्स कब करें)

अंत में

सेक्सुअल पेनिट्रेश कभी भी दर्द का कारण नहीं होनी चाहिए. ऐसे में मामलों में अपने डॉक्टर से बात कर उचित सलाह ली जानी चाहिए.

References –

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