इस लेख में आप जानेंगे सूजन क्या होती है, इसके लक्षण, कारण, निदान, इलाज, घरेलू उपचार और बचाव –

सूजन क्या होती है? – what is swelling in hindi

सूजन जिसे हिंदी में प्रदाह भी कहा जाता हैं. इसके होने के कई कारण हो सकते है जैसे खेलते-कूदते चोट लग जाना, जिसके कारण अंग या शरीर के किसी भाग का बड़ा हो जाना. उदाहरण के लिए दौड़ने के दौरान इंजरी आदि पर प्रभावित जगह पर लाला हो जाने के अलावा वहां फ्लूइड जमा हो जाता है. 

आसान भाषा में समझने की कोशिश करें तो जब शरीर के किसी हिस्से में चोट लगती है तो तरल पदार्थ किसी एक जगह पर जमा हो जाता है और वह हिस्सा फूला हुआ दिखाई देने लगता है जिसे सूजन कहते हैं. इसमें दर्द होने लगता हैं और इससे बाहरी स्किन और मांसपेशी प्रभावित होती है.

काफी सारी कंडीशन के कारण सूजन हो सकती है. जैसे किसी इंसेक्ट के काटने या बिमारी के कारण बाहर से सूजन हो सकती है. जबकि अंदरूनी सूजन का कारण कोई गंभीर चोट या दवा के प्रभाव के कारण हो सकता है. अचानक से तेज़ी से सूजन बढ़ते जाना, वजन बढ़ना और दर्द होने पर तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए.

सूजन के लक्षण – what are the symptoms of swelling in hindi

  • जरूरी नहीं कि हमेशा ही सूजन के कारण लक्षण दिखें.
  • बाहरी सूजन के मामलों में स्किन या मांसपेशी का बढ़ा हो जाना दिख जाता है.
  • अन्य लक्षणों में चोट वाले स्थान पर फ्लूइड का बन जाना होता है.
  • स्कैन की मदद से बड़े हुए अंग, मांसपेशियाँ या हड्डियों का पता लग जाता है.
  • अंदरूनी सूजन का पता लगाने के लिए स्कैन कराना बेहतर रहता है.
  • किसी इंजरी, चुभन या रोग के कारण होने वाली सूजन के कई कारण हो सकते है जिसमें प्रभावित एरिया में दर्द, पेट फूलना, उल्टी, खुजली शामिल है.
  • अंदरूनी सूजन होने पर थकान, अनिद्रा, दर्द, फ्लू जैसे लक्षण, बुखार, उल्टी, चक्कर आना, मतली हो सकते है.

सूजन के कारण क्या होते है – what causes swelling in hindi

हड्डियों, टिश्यू या मांसपेशियों में इंफ्लामेशन बाहरी सूजन हो सकती है. सिस्ट और ट्यूमर की सूजन भी दिखती है. फ्लूइड के रूकने के कारण बाहरी सूजन का कारण बन सकता है. इसके सबसे आम कारणों में –

  • रैश
  • प्रेगनेंसी
  • इंजरी
  • फ्लूइड रिटेंशन
  • हार्मोनल बदलाव
  • इंफेक्शन
  • कीड़े के काटने

इसके अलावा सूजन किसी एक जगह पर हो सकती है उदाहरण के लिए आंखों का इंफेक्शन अनुभव करने पर प्रभावित एरिया में चुभन महसूस होती है.

वहीं फैली हुई सूजन शरीर के बड़े हिस्सों पर होती है. यह बिमारी का संकेत होती है जो फ्लूइड रूकने या एलर्जिक रिएक्शन के कारण हो सकती है.

फैलने वाली सूजन के कारणों में –

  • किडनी फेलियर
  • हार्ट फेलियर
  • गंभीर एलर्जी रिएक्शन
  • किसी विषैले किट के काटने

डायबिटीज और कुछ विशेष प्रकार के कैंसर वाले रोगियों को हाथ और पैरो की सूजन का अनुभव करना पड़ सकता है.

इर्रिटेबल बाऊल सिंड्रोम, क्रोहन रोग और कैंसर वाले रोगियों को फ्लूइड रिटेंशन, पेट फूलना समेत सूजन की समस्या का सामना करना पड़ता है.

सूजन का निदान कैसे होता है – how is swelling diagnosed in hindi

  • इसके लिए डॉक्टर द्वारा शारीरिक जांच की जाती है जिसमें प्रभावित एरिया पर प्रभाव को देखा जाता है.
  • इमेजिंग टेस्ट, अल्ट्रसाउंड आदि से सूजन का अधिक पता लग सकता है.
  • सीटी स्कैन या एमआरआई से बेहतर रूप से सूजन का पता लगाया जा सकता है.
  • टेस्ट में ब्लॉक नसों, सूजन वाली मांसपेशियों, हड्डियों के फ्रैक्चर का पता लगता है.
  • साथ ही फ्लीइड के जमा होने वाली जगह या कोलन पर उसका प्रभाव पता लगाया जा सकता है.
  • ब्लड और यूरिन टेस्ट से सूजन का कारण जान सकते है.

सूजन का इलाज – how is swelling treated in hindi

  • इसके कारण के आधार पर इलाज निर्भर करता है.
  • ट्यूमर या गांठ के कारण सूजन होने पर सर्जरी से उसे हटाया जा सकता है.
  • साइज या जगह के कारण न हटा पाने की स्थिति में कीमोथेरेपी या रेडिएशन दी जा सकती है.
  • डॉक्टर द्वारा ओटीसी दवाएं भी दी जा सकती है.

सूजन के घरेलू उपचार – what are the home remedies for swelling in hindi

जौ का उपयोग

  • 1 लीटर पानी में 200 ग्राम जौ डाले और उसे अच्छी तरह से उबाल लें.
  • उबल जाने के बाद इसे छान कर ठंडा कर लें.
  • इसके बाद इस पानी को पूरे दिन थोड़ा थोड़ा करके पीना सूजन का प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं.
  • ऐसा रोज़ करने से पूरे शरीर या शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन में बहुत जल्दी फायदा मिलता हैं.

हल्दी का उपयोग

  • हल्दी का इस्तेमाल सूजन का प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं, इसमें सबसे पहले 200 ग्राम गर्म दूध में 1 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर मिलाए.
  • इसके बाद इसमें थोड़ी सी मिश्री या शक्कर मिला लें.
  • रोज दिन में इसे 1 बार किसी भी समय सेवन करना चाहिए.
  • ऐसा करने से पूरे शरीर में होने वाली सूजन बहुत जल्दी ठीक हो जाती हैं.

हरी सब्जियाँ

  • इसमें सबसे पहले धनिए की पत्तियों को आवश्यकतानुसार दूध में पीसकर पेस्ट बना लें.
  • इसके बाद पेस्ट को सूजन वाली जगह पर लगाकर 2 – 3 घंटे के लिये छोड़ दें.
  • इस सूजन के प्राकृतिक घरेलू उपचार को फिर पानी से धो लें.
  • ऐसा दिन में 2 बार रोज़ करें. इससे सूजन बहुत जल्दी ठीक हो जाती हैं.

खीरा खाएं

  • सूजन के प्राकृतिक घरेलू उपचार के साथ-साथ खीरा भी खूब खाना चाहिए.
  • खीरा खाने से पूरे शरीर में तरल पदार्थों के बहाव का नियत्रंण बना रहता हैं.
  • साथ ही इससे शरीर में तरल पदार्थ एक जगह इकठ्ठा नहीं हो पाते है और ज़रुरत से ज़्यादा बनने वाले तरल पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते है.

सूजन से बचाव – how is swelling prevented in hindi

  • अगर किसी क्रोनिक रोग के कारण बाहरी या अंदरूनी सूजन होती है तो दवाएं लेने के साथ इसके आगे फैलने को मैनेज किया जा सकता है.
  • इसके अलावा डॉक्टरों द्वारा लाइफस्टाइल बदलाव करने की सलाह दी जाती है जिसमें नमक न लेना, सपोर्ट होज पहनना, लेटने पर हाथों और पैरों को चेस्ट के लेवल से ऊपर रखना होता है.

ध्यान रखने वाली बातें

हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि सूजन कोई बीमारी नहीं है, यह सिर्फ किसी अन्य बीमारी के लक्षण है. हृदय रोग, लीवर रोग, किडनी रोग, चोट आदि के कारण शरीर में संबंधित स्थान पर या पूरे शरीर पर सूजन आ जाती हैं. 

इसलिए सूजन का कारण जरूर पता कर लेना चाहिए. इस प्रकार सूजन का कारण पता करके इसके घरेलू उपचारों के साथ ही उन रोगों के घरेलू उपचार भी करने चाहिए जिससे सूजन स्थायी रूप से ठीक हो सकती हैं. किसी अन्य समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से बात करनी चाहिए.

References –

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