आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है ऑर्गेनिक और गैर ऑर्गेनिक फ़ूड के बीच अंतर के बारे में जिसमें इनके पोषण मूल्य और मानव शरीर पर होने वाले प्रभाव और फायदे शामिल है –

ऑर्गेनिक फ़ूड क्या होता है – What is organic food in hindi

  • ऑर्गेनिक शब्द का अर्थ फ़ूड्स के बनने की प्रक्रिया पर निर्भर करता है.
  • ऑर्गेनिक फ़ूड्स को बिना किसी आर्टिफिशियल खाद्य, केमिकल, हार्मोन, एंटीबायोटीक आदि के उगाया जाता है.
  • ऑर्गेनिक खेती में प्राकृतिक खाद्य का उपयोग किया जाता है जिसमें कोई भी अतिरिक्त या कृत्रिम फ़ूड मिलावट नही होती है. (जानें – संतुलित डाइट के बारे में)
  • कृत्रिम फ़ूड मिलावट में मीठा करने के लिए, रंग करने, फ्लेवर जोड़ने, संरक्षक और मोनोसोडिम ग्लूटामेट होते है.
  • ऑर्गेनिक खेती में नैचुरल फर्टीलाइजर की मदद से पौधे की ग्रोथ को बेहतर किया जाता है.
  • जमीन में पानी को रोकना और मिट्टी की गुणवत्ता बेहतर करने में ऑर्गेनिक खेती कारगर होती है.
  • साथ ही ऑर्गेनिक खेती से वातावरण में प्रदूषण कम होता है.
  • ऑर्गेनिक खेती में पशुओं को भी एंटीबायोटिक्स या हार्मोन नही दिए जाते है.
  • सबसे अधिक खरीदे जाने वाले ऑर्गेनिक फ़ूड्स – फल, सब्जी, गेहूँ, दूध के प्रोडक्ट आदि है.
  • आजकल सोडा, कुकीज़, ब्रेकफास्ट सीरियल जैसे प्रोसेस्ड ऑर्गेनिक प्रोडक्ट भी मिलते है.

ऑर्गेनिक फ़ूड्स के फायदे क्या होते है – what are the benefits of organic food in hindi

ऑर्गेनिक फ़ूड्स के कई हेल्थ बेनेफिट्स होते है जैसे हाई एंटीऑक्सीडेंट होने से सेल्स को नुकसान होने से बचाने, इम्यून सिस्टम बेहतर करने, वजन बढ़ाने, कैंसर रिस्क कम करने समेत निम्न होते है –  

ऑर्गेनिक फूड्स में पोषण ज्यादा होता है

  • अध्ययन में ऑर्गेनिक और नॉन ऑर्गेनिक फ़ूड्स के रिजल्ट मिले जुले है.
  • ऐसा इसलिए क्योंकि फ़ूड्स का प्रोडक्शन और रख रखाव समेत इनकी नैचुरल विभिन्नताएं इसका कारण है.
  • हालांकि, ऐसे काफी सारे साक्ष्य है जिनके अनुसार ऑर्गेनिक रूप से उगाये गए फ़ूड्स में पोषण मूल्य ज्यादा होता है.

एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन की अधिक मात्रा

  • कई अध्ययनों में देखा गया है कि ऑर्गेनिक फ़ूड्स में एंटीऑक्सीडेंट का लेवल अधिक होता है.
  • साथ ही यह कुछ माइक्रोन्यूट्रीएंट के अलावा विटामिन सी, जिंक और आयरन के अच्छे सोर्स होते है.
  • अध्ययन के अनुसार ऑर्गेनिक फ़ूड्स को डाइट में शामिल करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का स्तर बढ़ जाता है.
  • ऑर्गेनिक प्लांट में किसी भी प्रकार के केमिकल या पेस्टिसाइड का छिड़काव नही किया जाता है.
  • इसलिए ऑर्गेनिक फ़ूड्स में दूसरे प्लांट की तुलना में एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होता है.

नाइट्रेट के लेवल कम होते है

  • ऑर्गेनिक रूप से उगाई गई फसलों में नाइट्रेट के लेवल लो होते है.
  • हाई नाइट्रेट के लेवल से कुछ विशेष प्रकार के कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है.
  • इसके अलावा नाइट्रेट की कमी के कारण रोग होने पर शिशुओं में ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता प्रभावित हो जाती है.
  • काफी लोगों का मानना है कि नाइट्रेट के नकारात्मक प्रभावों से कही अधिक उसके फायदों को देखना चाहिए.

ऑर्गेनिक डेयरी प्रोडक्ट

  • ऑर्गेनिक दूध और इससे बने प्रोडक्ट में हाई लेवल ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है.
  • साथ ही इनमें हाई आयरन, विटामिन ई समेत कुछ कैरोटेनॉइड होते है.
  • जबकि नॉन ऑर्गेनिक दूध की तुलना में ऑर्गेनिक दूध में कम मात्रा में सेलेनियम और आयोडिन होता है.
  • यह दो मिनरल हमारे स्वास्थ के लिए बहुत जरूरी होते है.
  • ऑर्गेनिक मांस में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा और सैचुरेटिड फैट कम होता है.
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन ज्यादा करने के कई हेल्थ बेनेफिट्स होते है जिसमें से एक हार्ट रोगा का रिस्क कम होना है.

कई अध्ययनों में कोई अंतर नही पाया गया

  • कई अध्ययनों में पाया गया है कि नॉन ऑर्गेनिक फ़ूड्स की तुलना में ऑर्गेनिक फ़ूड्स में पोषण मूल्य अधिक होता है.
  • अध्ययनों में यह भी देखने को मिला है कि जन लोगों नें ऑर्गेनिक सब्जियाँ अधिक खाई उनमें कुछ पोषक तत्वों की मात्रा अधिक थी.
  • एक अन्य अध्ययन में दोनों ऑर्गेनिक और नॉन ऑर्गेनिक फसल में कम नाइट्रेट लेवल के अलावा सामानताएं देखने को मिली.
  • जबकि तीसरी रिसर्च में ऑर्गेनिक फ़ूड को बेहतर बताया गया.
  • पोषण मूल्य काफी सारे फैक्टर जैसे मिट्टी की गुणवत्ता, मौसम और फसल की बुवाई पर निर्भर करती है. 

कम केमिकल और प्रतिरोधी बैक्टीरिया

  • कृत्रिम केमिकल से बचाव के लिए बहुत से लोग ऑर्गेनिक भोजन को प्राथमिकता देते है.
  • तथ्यों की मानें तो ऑर्गेनिक फ़ूड्स खाने से पेस्टीसाइड और एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया का खतरा कम हो जाता है.

ऑर्गेनिक जंक फ़ूड

  • जंक फ़ूड हमारी सेहत के लिए अच्छा नही होता है फिर चाहे वह ऑर्गेनिक हो या नॉन ऑर्गेनिक फ़ूड्स.
  • यह प्रोसेस्ड फ़ूड्स हाई कैलोरी, शुगर, साल्ट और अतिरिक्त फैट से भरे होते है. उदाहरण के लिए ऑर्गेनिक कुकीज, चीप्स, सोडा आदि.
  • ऑर्गेनिक होने के बावजूद जंक फ़ूड हमारे स्वास्थ के लिए खराब होते है.
  • अगर आप वजन कम करना चाहते है तो आपको हेल्दी फ़ूड्स खाने चाहिए.
  • ऑर्गेनिक शुगर खाने वाले लोगों को समझना चाहिए की शुगर का ज्यादा सेवन नही किया जाना चाहिए.

अंत में

पिछले कुछ दशकों में न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में ऑर्गेनिक फ़ूड को लेकर लोगों में जानकारी बढ़ी है. अधिकतर लोगों का मानना है कि आम फ़ूड्स की तुलना में ऑर्गेनिक फ़ूड हेल्दी, सुरक्षित और स्वादिष्ट होता है. जबकि अन्य का मानना है कि यह हमारे वातावरण और जानवरों के बने रहने के लिए सही है. (जानें – एंटीबायोटिक दवाओं के साइड इफेक्ट के बारे में)

सामान्य भोजन की तुलना में ऑर्गेनिक फ़ूड्स में एंटीऑक्सीडेंट की ज्यादा मात्रा और पोषण मूल्य अधिक होते है. ऑर्गेनिक फ़ूड्स खाने से कृत्रिम केमिकल, हार्मोन समेत प्रतिरोध बैक्टीरिया के प्रति एक्सपोजर से बचाव किया जा सकता है.

References –

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