इस लेख में आप जानेंगे दिमाग और शरीर को नियमित एक्सरसाइज करने के बेनिफिट्स के बारे में –

एक्सरसाइज करने के फ़ायदे – benefits of exercise

शरीर द्वारा की जानी मूवमेंट जिसमें मांसपेशियां काम कर कैलोरी बर्न करने का कार्य करती है उसे एक्सरसाइज के रूप में जाना जाता है.

ऐसे ही कई प्रकार की शारीरिक गतिविधियां है जिसमें तैराकी, रनिंग, जॉगिंग, वाल्क करना और डांस करना आदि शामिल है.

एक्टिव रहने के कई स्वास्थ्य लाभ होते है जिसमें शारीरिक और मानसिक दोनों फ़ायदे शामिल है. इसके अलावा निम्न लाभ बहुत असरदार है –

याददाश्त और दिमाग की हेल्थ के लिए

  • एक्सरसाइज करने से दिमाग का फंक्शन बेहतर होने, याददाश्त अच्छी होना और सोचने की क्षमता में विकास होता है.
  • इससे हार्ट रेट बढ़ता है जिससे ऑक्सीजन और ब्लड का फ्लो दिमाग तक पहुंचता है.
  • यह हार्मोन के विकास को बढ़ाकर दिमाग के सेल्स की ग्रोथ को बढ़ाती है.
  • इसके अलावा एक्सरसाइज करने से क्रोनिक रोगों का बचाव होता है जिससे दिमाग को लाभ पहुंचता है.
  • ऐसा इसलिए क्योंकि क्रोनिक रोगों के कारण दिमाग का फंक्शन प्रभावित होता है.
  • नियमित रूप से शारीरिक एक्टिविटी करने से अधिक आयु वाले लोगों में दिमाग की संरचना बेहतर होना और फंक्शन को बेहतर करने में मदद मिलती है.
  • अल्जाइमर रोग और अन्य दिमागी समस्याओं के कारण होने वाले दिमाग में बदलाव को एक्सरसाइज के माध्यम से कम किया जा सकता है.

एनर्जी लेवल को बढ़ाने

  • हेल्दी और कई रोगों से ग्रसित लोगों के लिए एक्सरसाइज एक एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है.
  • नियमित एक्सरसाइज से लोगों में थकान की शिकायत कम देखने को मिलती है.
  • समय के साथ बढ़ने वाले रोगों जैसे एचआईवी एड्स, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, कैंसर आदि में एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने से एनर्जी लेवल बढ़ जाते है.

नींद की गुणवत्ता को अच्छा करने

  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से रिलैक्स होने और बेहतर नींद में मदद मिलती है.
  • एक्सरसाइज के दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है और नींद के दौरान अच्छी गुणवत्ता होने पर यह कम हो जाता है. (जानें – नींद संबंधी विकारों के बारे में)
  • अच्छी नींद के लिए कोई विशेष एक्सरसाइज नहीं है.
  • प्रतिरोध ट्रेनिंग के साथ दूसरी एक्सरसाइज को शामिल करने से नींद की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सकता है.

सेक्स लाइफ को अच्छा बनाने

  • एक्सरसाइज से सेक्स ड्राइव को बूस्ट करने में मदद मिलती है.
  • नियमित एक्सरसाइज करने से कार्डियोवस्कुलर सिस्टम, ब्लड सर्कुलेशन अच्छा करने, मांसपेशियों को टोन्ड करने और लचीलापन बेहतर करने में मदद मिलती है.
  • शारीरिक गतिविधियां करते रहने से सेक्सुअल परफॉर्मेंस को अच्छा करने, सेक्सुअल प्लेजर और सेक्स टाइम बढ़ाने में मदद मिलती है.

वजन कम करने में सहायक

  • कुछ अध्ययनों के अनुसार, किसी भी प्रकार का शारीरिक श्रम न करने से वजन बढ़ना और मोटापा हो सकता है.
  • एक्सरसाइज के साथ वजन घटाने के प्रभाव को समझने के लिए जरूरी है कि एक्सरसाइज और एनर्जी खर्च करने के बीच संबंध को समझा जाए.
  • हमारे शरीर द्वारा एनर्जी तीन तरीकों से खर्च की जाती है जिसमें – भोजन को पचाने, एक्सरसाइज और शरीर के फंक्शन को सुचारू रखने जैसे सांस लेना और हार्टबीट आदि.
  • डाइटिंग करने पर कम कैलोरी का सेवन मेटाबॉलिक रेट कम कर सकता है जिससे वजन कम होना धीमा हो सकता है.
  • जबकि नियमित एक्सरसाइज करने से मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है जिससे अधिक कैलोरी बर्न करने और वजन घटाने में मदद मिलती है. (जानें – फैट बर्न करने के बेस्ट तरीकों के बारे में)
  • स्टडी के अनुसार, एरोबिक्स एक्सरसाइज के साथ प्रतिरोध ट्रेनिंग करने से फैट लॉस को बढ़ाकर और मांसपेशियों के मास को बनाए रखने में मदद मिल सकती है.

दर्द को कम करने

  • क्रोनिक दर्द के कारण परेशानी हो सकती है लेकिन एक्सरसाइज करने से इसे कम किया जा सकता है.
  • कई सालों से क्रोनिक दर्द का इलाज करने के लिए आराम करना और किसी भी गतिविधि से बचना होता रहा है.
  • हाल ही में हुए अध्ययनों के अनुसार, एक्सरसाइज करने से क्रोनिक दर्द से बचाव संभव है.
  • कई अध्ययनों के अनुसार, एक्सरसाइज से कई कंडीशन के कारण होने वाले दर्द को कंट्रोल किया जा सकता है.
  • इन कंडीशन में लोवर बैक का दर्द, कंधे का दर्द आदि शामिल है.

क्रोनिक रोगों का रिस्क कम करने

  • क्रोनिक रोगों का मुख्य कारण नियमित रूप से एक्सरसाइज न करना होता है.
  • जबकि नियमित एक्सरसाइज करने से इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर करने, शरीर की संरचना और कार्डियोवस्कुलर फिटनेस, ब्लड प्रेशर लेवल कम रहना, ब्लड में फैट लेवल कम रखने में मदद मिलती है.
  • वहीं एक्सरसाइज न करने से बैली फैट, टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क, हार्ट रोग और समय से जीवन हानि हो सकती है.
  • इसलिए नियमित एक्सरसाइज करने से बैली फैट को कम करके, इन रोगों रिस्क को कम किया जा सकता है.

मांसपेशियों और हड्डियों के लिए बेहतर

  • मजबूत मांसपेशियों और हड्डियों को बनाने और बनाए रखने में एक्सरसाइज अहम भूमिका निभाती है.
  • शारीरिक एक्टिविटी जैसे वजन उठाना आदि के साथ सही प्रोटीन की मात्रा लेने से मांसपेशियों को बनाने में सहायता मिल सकती है.
  • ऐसा इसलिए क्योंकि एक्सरसाइज से हार्मोन रिलीज होते है जो मांसपेशियों की एमिनो एसिड अवशोषित करने की क्षमता को बेहतर बनाते है.
  • इससे मांसपेशियों के विकास को बढाने के साथ ब्रेकडाउन में कमी आती है.
  • आयु बढ़ने के साथ ही लोगों में मांसपेशियों का मास और फंक्शन कम हो जाता है जिससे इंजरी या विकलांगता का रिस्क बढ़ जाता है.
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मांसपेशी लॉस को कम करने और आयु बढ़ने के साथ ताकत बनाए रखने में मदद मिलती है.
  • साथ ही एक्सरसाइज से बोन डेंसिटी को बनाए रखने और युवा दिखने में मदद मिलती है.
  • इसके अतिरिक्त जीवन में बाद में ऑस्टियोपोरोसिस का रिस्क कम कर इससे बचाव किया जा सकता है.
  • रनिंग, जिमनास्ट, फुटबॉल और बास्केटबॉल आदि जैसे खेलों से बोन डेंसिटी को प्रोमोट करने में मदद मिलती है.

स्किन हेल्थ को अच्छा करने

  • स्किन शरीर में मौजूद ऑक्सिडेटिव तनाव की मात्रा के कारण प्रभावित होती है.
  • ऑक्सिडेटिव तनाव के कारण शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का सेल्स को पूर्ण रूप से रिपेयर न कर पाना समस्या पैदा कर सकता है.
  • जिससे स्किन की अंदरूनी संरचना प्रभावित और बिगड़ सकती है.
  • हालांकि, तीव्र और थका देने वाली शारीरिक एक्टिविटी ऑक्सिडेटिव तनाव में भूमिका निभा सकती है.
  • लेकिन रेगुलर मध्यम एक्सरसाइज करने से शरीर में नैचुरल एंटीऑक्सीडेंट का प्रोडक्शन बढ़कर सेल्स का बचाव किया जा सकता है.
  • साथ ही इससे ब्लड फ्लो बेहतर होकर स्किन सेल्स तक पहुंचने और स्किन की एजिंग को कम कर सकता है.

खुश रहने में मदद के लिए

  • एक्सरसाइज करने से मूड बेहतर करने के साथ ही डिप्रेशन, घबराहट और तनाव की भावना कम होती है.
  • यह दिमाग में तनाव और घबराहट को रेगुलेट करने वाले पार्ट में बदलाव को विकसित करता है.
  • साथ ही एक्सरसाइज से डिप्रेशन का कारण वाले हार्मोन को कम करते दिमाग की संवेदनशीलता बढ़ाकर डिप्रेशन से राहत देने में मदद मिलती है.
  • एक्सरसाइज करने से एंडोरफिन नाम के हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ता है जिसे दर्द कम करने वाला और सकारात्मक भावना विकसित करने के लिए जाना जाता है.
  • घबराहट की समस्या जैसे लक्षण से परेशान लोगों में एक्सरसाइज करने से लाभ मिलता है और लक्षण कम होते है.
  • साथ ही ऐसे लोगों को उनकी मानसिक अवस्था को जानने और डर को दूर करने में मदद मिलती है.
  • चाहे आप वर्कआउट कितना भी अत्यधिक क्यों न करें लेकिन इससे आपके मूड को काफी लाभ मिलता है.
  • मूड पर एक्सरसाइज का प्रभाव इतना अधिक होता है कि एक्सरसाइज चुनना है या नहीं, छोटे अंतराल में काफी असर छोड़ जाता है.

अंत में

एक्सरसाइज करने के अद्भुत लाभ होते है जो सेहत के सभी पहलुओं को बेहतर करने में मदद करते है.

नियमित एक्सरसाइज करने से आपको खुश रखने वाले हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ता है जिससे बेहतर नींद में भी मदद मिलती है. (जानें – वजन घटाने में मदद करने वाली ड्रिंक्स के बारे में)

इससे स्किन के दिखने में बेहतरी के साथ ही वजन कम करने और स्थिर रखने में मदद मिलती है. साथ ही क्रोनिक रोगों का रिस्क और सेक्स लाइफ अच्छी होती है.

References –

 

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