इस लेख में आप जानेंगे डैंड्रफ क्या होता है, इसके कारण और घरेलू इलाज –

डैंड्रफ का घरेलू इलाज – Dandruff treatment at home in hindi

टी ट्री ऑयल

  • प्राचीन समय से टी ट्री ऑयल का प्रयोग एक्ने से लेकर सोरायसिस का इलाज करने के लिए किया जाता रहा है.
  • इसमें एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते है जो डैंड्रफ को कम करने में मदद करते है.
  • इसके अलावा टी ट्री ऑयल सिर पर मौजूद स्टैन और फंगस के लिए कारगर है. (जानें – हेयर ग्रोथ के लिए एसेंशियल ऑयल)
  • जबकि यह सेबोरिक डर्मेटाइटिस और डैंड्रफ का इलाज करता है.

लेकिन ध्यान रखने योग्य बात यह है कि उपचार के दौरान सिर पर टी ट्री ऑयल लगाने पर संवेदनशील त्वचा पर परेशानी महसूस हो सकती है. इसलिए इसे सीधा सिर पर लगाने से पहले इसमें नारियल तेल की कुछ ड्रॉप्स को मिला लें.

नारियल तेल

  • इसे कई कामों में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन डैंड्रफ के लिए यह बहुत लाभदायक है.
  • इससे त्वचा का सूखापन जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है और यह इसे शुष्क नही होने देता है.
  • कुछ रिसर्च की माने तो यह डैंड्रफ के कारणों में से एक एक्ज़िमा के इलाज में काफी प्रभावी है.
  • एटॉपिक डर्मेटाइटिस के इलाज में भी इसका उपयोग होता है.

एलोवेरा का उपयोग

  • यह एक प्रकार का ऐसा तत्व है जिसे कई लोशन, कोस्मेटिक प्रोडक्ट और ऑइंटमेंट में उपयोग किया जाता है. 
  • त्वचा पर लगाने पर यह कई कंडीशन जैसे फोड़े, सोरायसिस और छालों के लिए भी काफी प्रभावी है.
  • एलोवेरा, डैंड्रफ के उपचार में काफी लाभ देता है.
  • इसके अलावा यह कई तरह के फंगल इंफेक्शन, हेयर लॉस, जलन जैसे लक्षणों पर काफी असरदार है.

तनाव के स्तर को कम करना

  • तनाव को पूरे स्वास्थ में कई तरह की परेशानियों को पैदा करने के लिए जाना जाता है.
  • इससे मानसिक स्वास्थ पर भी गहरा असर पड़ता है.
  • वैसे तो यह सीधे तौर पर डैंड्रफ का कारण नही होता है
  • लेकिन यह ड्राईनैस और खुजली जैसी स्थितियां पैदा कर सकता है.
  • लंबे समय तक तनाव में रहने से इम्युन सिस्टम पर भी असर पड़ता है.
  • इसे कम करने के लिए मेडिटेशन, योगा या प्राणायाम जैसे श्र्वास के अभ्यास किए जा सकते है.

सेब का सिरका

  • इसके कई हेल्थ बेनिफिट होते है जैसे वजन घटाने या इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर करना.
  • डैंड्रफ के लिए भी इसका प्रयोग काफी कम लोगों को पता है.
  • यह हमारे सिर की खोपड़ी पर मौजूद डेड सेल्स को साफ कर देता है.
  • साथ ही त्वचा का पीएच लेवल भी संतुलित करता है जिससे फंगस की ग्रोथ कम हो जाती है.
  • इसका सिर पर सीधा इस्तेमाल करने से पहले इसमें किसी दूसरे तेल को मिला लेना चाहिए.

सैलिसाइलिक एसिड

  • इस तत्व को आमतौर पर एस्प्रीन में पाया जाता है.
  • यह अपने एंटी-इंफ्लामेट्री गुणों के लिए काफी अच्छी है.
  • इससे त्वचा के चीपचीपा पन से छुटकारा मिलता है.
  • सैलिसाइलिक एसिड कई तरह के एंटी-डैंड्रफ शैम्पू में होता है जो इस स्थिति का इलाज करने के लिए जाने जाते है.

ओमेगा 3 फैटी एसिड

  • हमारे पूरे स्वास्थ के लिए यह एसिड काफी जरूरी होता है.
  • यह हमारे हार्ट, इम्यून सिस्टम और फेफड़ो के लिए काफी महत्तवपूर्ण होता है.
  • साथ ही यह हमारी स्कीन हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी होता है.
  • इससे घाव तेज़ी से भरने, समय से पहले एजिंग जैसी स्थितियों में लाभ मिलता है.
  • डैंड्रफ के लक्षणों जैसे खुजली या जलन में काफी आराम मिलता है.
  • यह फ्लैक्सीड, चीया सीड और अखरोट जैसी चीज़ों में मिलता है.

ज्यादा प्रोबायोटिक्स का सेवन करें

  • यह एक प्रकार का अच्छा बैक्टीरिया होता है जो हमारे स्वास्थ के लिए अच्छा होता है.
  • इसके कई लाभ जैसे – एलर्जी से बचाव, कोलेस्टॉल लेवल की कमी और वजन घटाने में लाभ देते है.
  • यह इम्यून सिस्टम को अच्छा करने और डैंड्रफ के फंगल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते है.
  • इसका लगातार सेवन करने से गंभीर डैंड्रफ की समस्या कम हो जाती है.
  • साथ ही यह बच्चों में एक्ज़िमा और डर्मेटाइटिस जैसे लक्षणों को कम करते है.

बेकिंग सोडा का इस्तेमाल

  • यह रसोई में आसानी से मिलने वाली चीज़ों में से एक है.
  • इससे खुजली और चीपचीपान कम होने के अलावा यह डेड स्कीन सेल्स को हटाती है.
  • इसके एंटी-फंगल गुण डैंड्रफ के ट्रीटमेंट में सहायक है.
  • इसे नहाने में इस्तेमाल करने से सोरायसिस, खुजली या त्वचा की परेशानियों में लाभ मिलता है.
  • बेकिंग सोडा को गिला बालों पर शैम्पू के जैसे मसाज करके लगाया जा सकता है जिसके बाद इसे पानी से धो लिया जाता है.

डैंड्रफ (रूसी) क्या होता है? – what is dandruff in hindi 

  • डैंड्रफ या कहे सिर के बालों में होने वाली रूसी एक ऐसी समस्या है जिससे कम से कम 50 फीसदी लोग प्रभावित होते है.
  • अगर समझने की कोशिश करें तो यह एक ऐसी कंडीशन है जिसमें स्कैल्प (खोपड़ी) पर खुजली, पपड़ी पड़ना आदि लक्षण देखने को मिलते है.
  • इसके अलावा खोपड़ी पर चीपचीपे पैच और स्कैल्प त्वचा पर झुनझुनी महसूस होती है.

डैंड्रफ के कारण – dandruff ke karan in hindi

इसके कई कारण हो सकते है जैसे –

  • ड्राई स्कीन
  • सेबोरिक डर्मेटाइटिस
  • हेयर प्रोडक्ट के प्रति संवेदनशीलता
  • खोपड़ी पर किसी विशेष प्रकार के फंगस की ग्रोथ होना

हालांकि, सिर की रूसी या कहें डैंड्रफ का इलाज करने के लिए आपको कई तरह के प्रोडक्ट आदि मिल जाएंगे जो इसे ठीक कर सकते है. लेकिन इसके लिए घरेलू उपचार भी काफी कारगर साबित होते है.

अंत में

हालांकि, डैंड्रफ एक गंभीर परेशानी का विषय हो सकता है लेकिन इसके कई घरेलू उपचार है जिनके उपयोग से आपको लक्षणों में कमी और राहत मिल सकती है. अगर आपको ऐसी कोई समस्या है तो आप ऊपर बताए गए उपायों का प्रयोग कर लाभ उठा सकते है.

(जानें – बालों के लिए प्याज के रस के फायदों के बारे में)

इसके अलावा इन उपायों के साथ में शैम्पू आदि का इस्तेमाल करके, उपचार के प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है.

References –

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