चाहे आपकी स्किन टोन कैसी भी हो, लेकिन जांघों का कालापन किसी को भी हो सकता है. इसके होने के कारण जांघों के अंदरूनी हिस्से की स्किन के ज्यादा मेलानिन बनने के कारण होता है. यह पिगमेंट स्किन को रंग देता है और इसके बहुत अधिक बनने को हाइपरपिगमेंटेशन कहा जाता है.

जांघों के अंदरूनी हिस्से का डार्क होना बिकनी या ग्रोइन एरिया के स्ट्रेच होने के कारण हो सकता है. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है जांघों का कालापन क्यों होता है, इसके रिस्क फैक्टर, घरेलू उपचार और बचाव – 

जांघों का कालापन क्यों होता है – what are the causes of dark inner thighs in hindi

जांघों की अंदरूनी स्किन के काले हो जाने के कई कारण हो सकते है जैसे –

  • एक्सरसाइज या वाल्क करने के दौरान स्किन का एक दूसरे को छूना जिससे त्वचा की खुजली, पतला होना और रंग बदलना हो सकता है.
  • ड्राई स्किन
  • टाइट कपड़ों के कारण फ्रिक्शन
  • डायबिटीज मैलिट्स
  • कुछ दवाएं – जैसे हार्मोनल या कीमोथेरेपी आदि.
  • हार्मोनल असंतुलन – जो पीसीओए, मासिक धर्म, स्तनपान या प्रेगनेंसी के दौरान हो सकता है.

जांघों के कालेपन का रिस्क फैक्टर – who are at the risk of dark inner thighs in hindi

  • मोटापे से ग्रसित व्यक्ति के चलने फिरने के दौरान स्किन जुड़ने के कारण जांघों के कालेपन का रिस्क बढ़ जाता है.
  • डायबिटीज मैलिट्स या कुछ अन्य दवाओं का सेवन करने के कारण भी यह हो सकते है.
  • हार्मोनल असंतुलन होने के कारण इसका रिस्क बढ़ जाता है.

जांघों का कालेपन के घरेलू उपचार क्या है – what are the home remedies for dark inner thighs in hindi

कुछ मामलों में घरेलू उपचार जांंघों के काले अंदरूनी हिस्सों को हल्का करने में मदद कर सकते है.

आलू रब करना

  • स्किन पर डार्क स्पॉट को दूर करने के लिए आलू को काटकर उसे स्किन पर घिसना पूरा घरेलू उपाय है.
  • आलू में मौजूद एंज़ाइम स्किन के रंग को हल्का करने में मदद करते है.

उपयोग करने का तरीका

  • आलू का काटे
  • कटे हुए हिस्से को 15 मिनट या उससे ज्यादा समय तक प्रभावित स्थान पर घिसे.
  • इसके बाद एरिया को साफ कर लें.

नारियल तेल और नींबू जूस

  • नींबू को विटामिन सी का अच्छा सोर्स माना जाता है.
  • यह हाइपरपिगमेंटेशन के इलाज में मदद करता है.
  • जबकि नारियल तेल मॉइचराइज़र के रूप में उपयोग होता है.
  • नारियल की मदद से स्किन को सॉफ्ट और कोमल रखने में मदद करता है.
  • रिसर्च के अनुसार, दूसरों की तुलना में विटामिन सी वाले फ़ॉर्मूला ज्यादा प्रभावी होते है.

नारियल तेल और नींबू जूस उपयोग करने का तरीका

  • आधा नींबू और कुछ चम्मच नारियल तेल लेकर मिला लें.
  • इस मिक्सचर को 10 मिनट या उससे अधिक समय तक प्रभावित एरिया पर लगाए.
  • इसके बाद इसे धो लें.

एलोवेरा

  • एलोवेरा जेल या इससे बने प्रोडक्ट स्किन को स्मूथ करने के अलावा जांघ लगने को भी ठीक करता है.
  • एलोवेरा में स्किन लाइट करने वाले तत्व होते है.
  • इसके लिए लोशन को लगाकर स्किन को उसे सोखने दें.
  • लगाने के बाद इसे धोने की जरूरत नही है.

शुगर स्क्रब

  • शुगर की मदद से पपड़ी पड़ चुकी स्किन को निकाला जा सकता है.
  • पपड़ी पड़ चुके एरिया की स्किन डार्क होने के अलावा डेड स्किन का बनना हो सकता है.

शुगर स्क्रब का उपयोग करने के लिए

  • एक चम्मच चीनी लें.
  • एक चम्मच शहद.
  • एक चम्मच फ्रेश नींबू जूस लेकर तीनों को मिला लें.
  • इस मिक्सचर को आराम से जांघों के अंदरूनी हिस्सों पर रब करें.
  • स्क्रब को हटाने के लिए एरिया को धो लें.

बेकिंग सोडा और वाटर पेस्ट

  • बेकिंग सोडा की मदद से स्किन को हल्का और पपड़ी को हटाने में मदद मिलती है.
  • इसका इस्तेमाल ध्यान से किया जाना चाहिए.
  • स्किन के लिए बेकिंग सोडा काफी सख्त हो सकता है.
  • इसके कारण स्किन की खुजली के अलावा अन्य स्किन कंडीशन हो सकती है.

बेकिंग सोडा और वाटर पेस्ट का इस्तेमाल करने के लिए

  • बेकिंग सोडा और पानी को बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बना लें.
  • जांघों के अंदरूनी हिस्सों पर पतली लेयर लगाए, जैसे चेहरे पर मास्क आदि लगाया जाता है.
  • इसे 15 मिनट के लिए लगा हुआ छोड़ दें और धो लें.

ओटमील योगर्ट स्क्रब

  • स्किन इंफ्लामेटरी कंडीशन समेत एक्ज़िमा का इलाज करने के लिए ओटमील का इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • पपड़ी हटाने के लिए इसे शुगर से ज्यादा नरम माना जाता है.
  • योगर्ट में लैक्टिक एसिड होता है जो स्किन की हेल्थ को बेहतर करता है.
  • योगर्ट को स्किन पर लगाने के कई हेल्थ बेनेफिट्स होते है.

ओटमील योगर्ट स्क्रब का उपयोग करने के लिए

  • ओटमील और योगर्ट को बराबर मात्रा में लेकर मिला लें.
  • पेस्ट को डार्क स्किन वाले एरिया पर लगाकर आराम से स्क्रब करें.
  • इसके बाद पेस्ट को पैरों से धो लें.

जांघों के कालेपन से बचाव – dark inner thighs prevention in hindi

जांघों के कालेपन का रिस्क अधिक होने पर स्किन को काला होने से निम्न तरीकों से रोका जा सकता है –

  • हाइजिन बनाए रखना चाहिए जिससे डेड स्किन का बनना कम हो जाए.
  • साईकल आदि चलाने के दौरान जांघों की स्किन लगने से बचाव करने के लिए नायलोन स्टोकिंग या शोर्ट्स पहनने चाहिए.
  • खुजली से बचने के लिए नियमित रूप से शेविंग या वैक्सिंग न करें.
  • ज्यादा पसीने और फ्रिक्शन से बचने के लिए ढ़ीलें कपड़े पहने.
  • बाहर धूप में निकलते समय सनस्क्रीन जरूर लगाए.

अंत में

जांघों का हाइपरपिगमेंटेशन होना आम है और स्वास्थ पर इसका कोई असर नही पड़ता है. कई घरेलू उपचार, मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली ओटीसी दवाएं, उपचार आदि डार्क स्किन को हल्का करने में मदद कर सकते है.

इसके अलावा सबसे जरूरी है कि अपनी हाइजिन को बनाए रखा जाए जैसे प्यूबिक एरिया को साफ रखना, धूप में बहुत अधिक समय न गुजारना और पपड़ी नही पड़ने देना आदि से भविष्य में जाघों के कालेपन को विकसित होने से रोका जा सकता है.

References –

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