इस लेख में आप जानेंगे दस्त (डायरिया) के घरेलू उपायों के बारे में –

दस्त (डायरिया) के लिए उपाय – diarrhea remedies

पानी की कमी नहीं होने देना

  • डायरिया होने पर हाइड्रेशन बहुत जरूरी है.
  • दस्त से पानी की कमी छोटे बच्चों और बड़े वयस्कों में घातक हो सकती है.
  • जो शिशु दस्त का अनुभव कर रहे हैं, उन्हें स्तनपान आदि जारी रखें.
  • इसके अलावा ओटीसी हाइड्रेशन सॉल्यूशन दिए जा सकते है.
  • अध्ययनों के अनुसार, जिन व्यस्कों को माइल्ड डायरिया के लक्षण अनुभव होते है वह ओटीसी और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स आदि पी सकते है. (जानें – एक दिन में कितना पानी पिया जाना चाहिए)
  • शराब, दूध, सोडा और अन्य कार्बोनेटेड या कैफीन युक्त पेय का उपयोग हाइड्रेशन के लिए नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि वे आपके लक्षणों को बदतर बना सकते हैं.

खाएं जाने वाले फ़ूड्स

  • यदि आपको दस्त लगने पर खाने के प्रति लगाव हो सकता है, तो कुछ फ़ूड्स खाने से आपके डायरिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है और यह सुनिश्चित हो सकता है कि खाने से आपका स्वास्थ्य खराब न हो.
  • इसके लिए आप लो फ़ाइबर फ़ूड्स खा सकते है जैसे केला, सफेद चावल, टोस्ट आदि.
  • अन्य फ़ूड्स जो डायरिया में पचाए जा सकते है जैसे ओटमील, उबले हुए या पके हुए छीले हुए आलू.

इन फ़ूड्स से बचें

  • फ्राइड और चिकना भोजन आमतौर पर दस्त वाले लोगों में अच्छी तरह से सहन नहीं किया जाता है.
  • आपको उच्च फाइबर वाले फ़ूड्स जैसे ब्रान के साथ-साथ फल और सब्जियों को सीमित करने पर भी विचार करना चाहिए जो पेट फूलने को बढ़ा सकते हैं.
  • शराब, कॉफी, ब्रोकली, दाल, सॉफ्ट ड्रिंक्स, राजमा, कॉर्न, आईस क्रिम, हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, चाय, मिर्च, मूंगफली, गोभी आदि.

प्रोबायोटिक्स

  • यह आंतों के लिए अच्छा बैक्टीरिया होता है जो पाचन समेत कई क्रियाओं में लाभ देता है.
  • आपको प्रोबायोटिक्स निम्न फ़ूड्स में मिलते है जिसमें डार्क चॉकलेट, चीज़, किमची, अचार, ग्रीन ऑलिव, दही, टेम्फे, ब्रेड, मिसो, नट्टो आदि.
  • इसके अलावा प्रोबायोटिक्स पाउडर या गोली के रूप में भी उपलब्ध है.
  • आपके इंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में रहने वाले अच्छे बैक्टीरिया आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक हैं.
  • वे आपकी आंतों को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
  • जब आपका सिस्टम एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा बदल दिया जाता है या अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया या वायरस से अभिभूत होता है, तो आपको दस्त हो सकते हैं.
  • प्रोबायोटिक्स आपके आंत में बैक्टीरिया के संतुलन को बहाल करके दस्त के साथ मदद कर सकते हैं.
  • एक्यूट डायरिया के मामलों में सही मेडिकल केयर ली जानी चाहिए.
  • किसी भी प्रोयबायोटिक का सेवन करने से पहले डॉक्टर से बात कर जानकारी ली जानी चाहिए.

ओटीसी दवाएं

  • डॉक्टर के निर्देशानुसार, कई ओटीसी दवाएं एक्यूट डायरिया के लक्षणों को खराब होने से रोकते है.
  • हालांकि ये दवाएं दस्त के लक्षणों से राहत दे सकती हैं, लेकिन वे अंतर्निहित कारण का इलाज नहीं करती हैं.
  • यदि आपको क्रोनिक दस्त हैं, तो आपको अपने डॉक्टर की सहमति के बिना इन दवाओं का उपयोग नहीं करना चाहिए.
  • क्रोनिक डायरिया 14 से अधिक दिनों तक रह सकता है इसके होने के अलग अलग कारण होते है.
  • यदि आपके बच्चे को दस्त है, तो आपको विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए.
  • दस्त से उत्पन्न पानी की कमी खतरनाक हो सकती है और छोटे बच्चों में जल्दी हो सकती है.
  • गंभीर दस्त जानलेवा भी हो सकते है.
  • बच्चों के लिए ओटीसी दवाएं को अनुशंसित नही किया जाता है.
  • 3 महीने से छोटे शिशुओं को दस्त होने पर सीधे डॉक्टर से संपर्क करें.
  • दस्त के दौरान खून आने पर या लक्षणों के सात से अधिक दिन के साथ बुखार, पेट दर्द, डायरिया खराब होने आदि पर तुरंत मेडिकल सहायता ली जानी चाहिए.

अंत में

अपने जीवन में कभी न कभी हम सभी को दस्त का अनुभव करना पड़ता है. इसके सामान्य लक्षणों में नियमित रूप से, पानी जैसा मल त्याग, पेट के निचले हिस्से में ऐंठन और पेट फूलना शामिल होता है.

अगर वैज्ञानिक रूप से समझने की कोशिश करें तो डायरिया हमारे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम में परेशानी होने पर शरीर द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया है.

एक्यूट डायरिया की समस्या कम से कम दो हफ्तों तक रहती है जो कई सोर्स जैसे वायरल इंफेक्शन, फ़ूड पॉइजनिंग, बैक्टीरियल इंफेक्शन, हाल ही में किए गए एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल के अलावा दूषित पानी पीने से हो सकती है.

इंफेक्शन के कारण दस्त होना युवा बच्चों में काफी आम है जो वायरस के कारण होता है. इसके अलावा आपको किसी स्थान पर जाने के बाद दूषित पानी पीने के कारण डायरिया हो सकता है.

इसके अलावा मुख्यता ठीक से पके न होने या खराब जगह पर स्टोर करने के कारण फ़ूड पॉइजनिंग हो सकती है.

References –

 

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