अगर आप बच्चों के आसपास समय बिताते होंगे तो आपको पता होगा कि बच्चों को मीठी कैंडी, चॉकलेट, ड्रिंक्स आती काफी पसंद होती है. 

लेकिन यह सभी प्रकार की बाजार में मिलने वाले शुगरी ड्रिंक्स सेहत पर खराब असर डालती है. ऐसे में इस लेख में हम आपको बताने वाले है बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक्स की लिस्ट और अनहेल्दी ड्रिंक्स जिनसे बच्चों को बचाना चाहिए.

बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक्स – Healthy drinks for kids in hindi

नारियल पानी

  • अगर आप सामान्य रूप से नारियल पानी के बारे में पढ़ेंगे तो जानेंगे इसमें कैलोरी और शुगर दोनों होती है.
  • हालांकि, सोडा और अन्य सोपर्ट्स ड्रिंक्स की तुलना में नारियल में उपलब्ध कैलोरी और शुगर हेल्दी होती है.
  • साथ ही नारियल में कई अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि मौजूद होते है जो बच्चों के लिए बहुत जरूरी है.
  • पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम – इलेक्ट्रोलाइट्स के रूप में कार्य करते है जो एक्सरसाइज के दौरान पसीना आने से होने वाली कमी को पूरा करते है.
  • इसलिए खेलने कूदने वाले बच्चों को शरीर में पानी की कमी से बचाने के लिए नारियल एक बेहतर विकल्प है.
  • ध्यान रहें कि पैकेट वाला नारियल पानी जरूरी नहीं कि नैचुरल हो, इसलिए पानी वाले नारियल का उपयोग करें.

ताजा फल और हर्ब्स

  • सादा पानी पीते रहना बच्चों के लिए मुश्किल हो सकता है.
  • ऐसे में आप बच्चे को बिना अतिरिक्त चीनी या कैलोरी जोड़े बिना ताजा फल या जड़ी बूटियों का फ्लेवर जोड़ पानी को दे सकते है.
  • इससे बच्चों के पानी की कमी से बचाने के अलावा पोषक तत्व बेहतर मात्रा में मिलते है.
  • ऐसे में आप पानी में नींबू, संतरा, खीरा, मिंट, पाइनएप्पल, तरबूज़, ब्लूबैरी, आदि फ्लेवर को जोड़ सकते है.
  • इसके लिए आप अपने बच्चे से पूछ सकते है कि उसे कौन सा फ्लेवर पसंद है.
  • साथ ही बाहर जाने पर बच्चे को उस फ्लेवर का पानी दे सकते हैं.

दूध

  • काफी सारे बच्चों को चॉकलेट दूध, स्ट्रबैरी दूध, आदि पसंद होता है.
  • वहं कुछ को सादा दूध भाता है लेकिन बिना मीठा दूध सबसे अच्छा हेल्दी विकल्प होता है.
  • सादा दूध काफी सारे पोषक तत्वों को प्रदान करता है जो हमारी सेहत और विकास के लिए बहुत जरूरी है.
  • दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस जैसे जरूरी पोषक तत्व होते है.
  • शरीर के अच्छे विकास में यह सारे तत्व बहुत जरूरी होते है.
  • कुछ बच्चे दूध के प्रति असंवेदनशील होते है जिस कारण उन्हें पेट फूलना, डायरिया, गैस, स्किन रैश और पेट में ऐंठन आदि हो सकती है. 

(बच्चों के लिए काफी हेल्दी होते है यह स्नैक्स – अधिक जानने के लिए क्लिक करें)

हर्बल चाय

  • वैसे तो चाय को बच्चों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है.
  • लेकिन जड़ी बूटियों से बनी चाय काफी सुरक्षित होती है.
  • मिंट चाय, लेमनग्रास, रूबीज, कैमोमाइल चाय आदि हर्बल चाय का बेहतर ऑप्शन है.
  • यह सारी चाय कैफीन मुक्त होने के अलावा अच्छा स्वाद देती है.
  • रिसर्च के अनुसार कैमोमाइल में एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते है जो आंत संबंधी इंफ्लामेशन से जुड़े लक्षणों को कम करते है.
  • कैमोमाइल चाय का उपयोग व्यस्कों और बच्चों में घबराहट के लिए होता रहा है.
  • इसके अलावा कैमोमाइल का उपयोग मतली, गैस, दस्त, अपच की समस्या के लिए भी होता रहा है.

पानी

  • जब आपके बच्चे को प्यास लगे तब आपको उसे सबसे पहले पानी देना चाहिए.
  • शरीर के जरूरी फंक्शन और अच्छी सेहत के लिए पानी बहुत जरूरी है.
  • जरूरी फंक्शन में अंगो का काम करना और शरीर का तापमान बनाए रखना शामिल है.
  • अच्छे मेटाबॉलिक रेट और विकास के लिए बच्चों के शरीर को पानी की अधिक आवश्यकता होती है.
  • सबसे अहम अच्छे दिमाग फंक्शन और हेल्दी वजन बनाए रखने के लिए जरूरी पानी बहुत जरूरी है.
  • जबकि शरीर में पानी की कमी के कारण कब्ज, थकान, दिमाग के फंक्शन प्रभावित होना आदि हो सकता है.

हेल्दी स्मूदी

  • चूंकि बच्चों को मीठा पसंद होता है इसलिए फल, सब्जी और अन्य हेल्दी फ़ूड्स को बच्चे की डाइट में शामिल करना चाहिए.
  • बाजार में मिलने वाली स्मूदी शुगर, आदि हानिकारक गुण से परिपूर्ण होती है ऐसे में आप घर पर सब्जियों से स्मूदी रेसिपी बना सकते है.
  • सब्जियां जैसे काले, पालक, गोभी को ब्लैंड करके स्मूदी बनाया जा सकता है.
  • ध्यान रखें कि स्मूदी को बनाते समय बिना मीठा डेयरी प्रोडक्ट का उपयोग करें.
  • इसके अलावा हेम्प सीड्स, कोकोआ पाउडर, फ्लैक्स सीड्स, आदि हेल्दी सामग्री का उपयोग करें.

बच्चों के निम्न ड्रिंक्स देने से बचें

  • बच्चों को कभी भी नियमित रूप से मीठे शुगरी ड्रिंक्स का सेवन नहीं करने देने चाहिए.
  • सोडा और अन्य स्पोर्ट्स ड्रिंक्स का सेवन नियमित रूप से करने से दांतों में कैविटी और मोटापे की समस्या पैदा हो सकती है.
  • साथ ही मीठे ड्रिंक्स को टाइप 2 डायबिटीज, फैटी लिवर जैसे रोगों के रिस्क को बढ़ने के रूप में देखा जाता है.
  • बाजार में मिलने वाले फ्लेवर दूध आदि को वजन बढ़ने से लिंक किया जाता है.
  • वैसे तो फलों का जूस बच्चों के लिए हेल्दी रहता है लेकिन इसकी भी निर्धारित मात्रा बच्चों को दी जानी चाहिए.
  • अधिक मात्रा में जूस देने से बच्चों में मोटापे का रिस्क बढ़ जाता है.
  • कैफीन के सेवन के फायदे होते है तो कुछ नुकसान भी होते है जैसे हार्ट रेट तेजी से बढ़ना, हाई बीपी, घबराहट, नींद की समस्या, आदि.
  • इसलिए कैफीन की सेवन आयु संबंधित है और ज्यादा छोटे बच्चों को इसके सेवन से बचना चाहिए. 

अंत में

जब आपके बच्चों के प्यास लगे तो उसे आप कई प्रकार के हेल्दी ड्रिंक्स दे सकते है. अगर बच्चा पानी पीकर बोर हो गया है तो उसे ऊपर बताएं गए ड्रिंक्स दे सकते है.

(बच्चों को कभी भी सिखाना न भूलें यह हेल्दी आदतें)

References –

 

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