कुछ लोगों का मानना है कि सामान्य रूप से बैठे रहने पर भी उनकी सांसों की बदबू रहती है. जबकि कुछ लोगों को पता ही नहीं चलता कि उनकी सांसों में बदबू आ रही है. खुद की सांसों की गंध जानना बहुत मुश्किल है.

अगर आप इस बारे में सलाह चाहते है तो अपने आसपास वाले लोगों से पुछ सकते हैं. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है सांसों में बदबू आने पर क्या करें –

सांसों की बदबू का घरेलू उपचार- Home remedies for bad breath in hindi

अच्छी डेंटल हाइजिन

  • अध्ययनों की माने तो खराब डेंटल हाइजिन इसके सबसे आम कारणों में से एक है.
  • मुंह में प्लेग बनने से रोकने को हेल्दी माउथ के लिए जरूरी है.
  • आपको दिन में कम से कम दो बार 2 मिनट के ब्रश करना चाहिए.
  • कुछ लोगों के लिए हर बार भोजन के बाद ब्रश करना जरूरी होता है जिससे सांसों की बदबू से बचा जा सके.
  • बैक्टीरिया से बचने के लिए भोजन करने के बाद कुल्ला जरूर करें जिससे दांतों में फंसा हुआ खाना निकल जाए.
  • जीभ पर भी बैक्टीरिया आ सकता है जिससे सांसों की बदबू हो सकती है इसके लिए जीभ को जरूर साफ करें.

अजमोद

  • इसमें मौजूद सेंट को सांसों की दुर्गंध का काफी प्रभावी उपचार माना जाता है.
  • इसका इस्तेमाल करने के लिए हर बार भोजन के बाद इसके ताज़ा पत्तों को चबाएं.

पाइनएप्पल जूस

  • काफी लोगों का मानना है कि यह सबसे तेज़ और प्रभावी तरीका है.
  • इसके लिए जरूरी है कि ऑर्गेनिक पाइनएप्पल जूस हर बार भोजन के बाद पीएं.
  • इसके अलावा पाइनएप्पल की स्लाइस को 1 या 2 मिनट के लिए चबाया भी जा सकता है.

पानी

  • मुंह के सूखापन के कारण भी सांसों की दुर्गंध हो सकती है.
  • मुंह को साफ रखने के लिए स्लाइवा का रोल मुख्य होता है.
  • सोने के दौरान मुंह नैचुरली सूख जाता है जिससे सुबह बदबू आने लगती है.
  • सूखापन से बचने के लिए खुद के शरीर में पानी की कमी न होने दें.
  • दिन के दौरान पानी पीते रहने से स्लाइवा ठीक से बनती रहती है.

दही

  • दही में जरूरी हेल्दी बैक्टीरिया होता है.
  • नियमित रूप से दही का सेवन करने से लाभ मिलते है.
  • इसमें प्रोबायोटिक्स गुण होते है जो पाचन तंत्र को अच्छा रखने के साथ सांसों की दुर्गंध को दूर रखते है.

दूध

  • रिसर्च के अनुसार लहसुन खाने के बाद उसकी गंध को कम करने के लिए दूध पीना चाहिए.
  • इस मेथड को इस्तेमाल करने के लिए एक गिलास कम या फुल फैट वाला दूध पी सकते है.

सौंफ

  • प्राचीन समय से सौंफ का इस्तेमाल होता आ रहा है.
  • भारत में इसका उपयोग भोजन के बाद माउथ फ्रैशनर के रूप में होता रहा है.

संतरा

  • इसके कई लाभ होते है जिसमें से एक ओरल हाइजिन भी है.
  • संतरे का सेवन करने से मुंह में बैक्टीरिया के कारण होने वाली बदबू दूर होती है.
  • रिसर्च के अनुसार, विटामिन सी सलाइवा प्रोडक्शन को बढ़ाता है जिससे बदबू दूर होती है.

जिंक

  • माउथवाश और चविंग गम में जिंक का इस्तेमाल होता है.
  • जिंक को सल्फर कंपाउंड को कम करने में मदद करने के रूप में जाना जाता है.
  • मुंह के सूख जाने पर जिंक वाली गम खा सकते है.
  • आप डाइटरी सप्लीमेंट भी ले सकते है.

ग्रीन टी

  • सांसों की दुर्गंध के लिए ग्रीन टी को काफी प्रभावी माना जाता है.
  • ग्रीन टी में मौजूद तत्व मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को साफ करने में मदद करती है.
  • रात को सोने से पहले कम से कम दो कप ग्रीन टी पीएं.
  • दिन के दौरान भी आप इसे पी सकते है.

सेब

  • एक अध्ययन के अनुसार सेब में लहसुन की गंध को कम करने वाले ताकतवर गुण होते है.
  • सेब के तत्व खराब गंध को कम करने में मदद करते है.
  • साथ ही सेब ब्लडस्ट्रीम में मौजूद कंपाउंड को ठीक कर देते है.

बेकिंग सोडा

  • अध्ययनों की मीने तो बेकिंग सोडा को सोडियम बायकार्बोनेट के रूप में जाना जाता है.
  • जिससे यह मुंह के बैक्टीरिया को मारने में मदद करते है.
  • रिसर्चों में यह भी देखा गया कि बेकिंग सोडा तत्व वाले टूथपेस्टों में सांसों की दुर्गंध को कम करने में सहायक होते है.
  • इसके लिए बेकिंग सोडा लें.
  • 2 चम्मच बेकिंग सोडा को 1 कप पानी में मिलाएं.
  • इसके बाद कम से कम 30 सेकेंड के लिए मुंह में रखकर घुमाएं और कुल्ला कर दें. 

घर में बना सिरका

  • इसमें नैचुरल एसिटिक एसिड होता है तो इसलिए सिरके को माउथवाश के रूप में उपयोग करने पर बैक्टीरिया ग्रोथ को कम किया जा सकता है.
  • उपयोग करने के लिए 2 चम्मच सफेद या सेब का सिरका लें.
  • 1 कप पानी में उसे डालें.
  • कम से कम 30 सेकेंड के लिए गरारे करें और कुल्ला कर लें.

सांसों में बदबू के कारण – origins of bad breath in hindi

  • यह मुंह के अंदर मौजूद बैक्टीरिया के मौजूद होने के कारण होता है.
  • जब आप भोजन खाते है और उसमें से कुछ आपके दांतों में फंसा रह जाता है तो वह सड़ने लगता है.
  • फंसे हुए फ़ूड के सड़ने से सल्फर कंपाउंड रिलीज होता है और सांसो की दुर्गंध आने लगती है.
  • इसके सबसे आम कारणों में खराब डेंटल हाइजिन का होना है.
  • जो लोग नियमित रूप से दांतों को साफ नही करते है उनके मुंह में बैक्टीरिया की ग्रोथ होने और प्लेग बनने के मौके अधिक होते है.
  • प्लेग बनने और साफ न होने के कारण दांतों की सड़न और मुंह से बदबू आने लगती है.
  • सभी फ़ूड्स दांतों से चबाने के बाद पेट में जाते है लेकिन प्याज और लहसुन को सांसों की बदबू के मुख्य कारणों में से एक माना जाता है.
  • इन फ़ूड्स का पाचन खून में सल्फर रिलीज करता है और खून के फेफड़ो तक पहुँचने पर सांस प्रभावित हो जाती है.
  • लगभग 90 फीसदी से अधिक मामलों में सांसों की दुर्गंध का कारण मुंह होता है.
  • इसके अलावा एसिड रिफ्लक्स, इंफेक्शन, डायबिटीज जटिलताएं और किडनी फेलियर शामिल है.   

अंत में

अधिकतर सांसों की दुर्गंध के मामले मुंह से शुरू होते है और अच्छी डेंटल हाइजिन से ठीक हो जाते है. जबकि कुछ मामलों में किडनी फेलियर, इंफेक्शन, डायबिटीज आदि के कारण यह कंडीशन हो सकती है. अगर आपकी सांसों की बदबू की समस्या ठीक नही होती है तो डॉक्टर से बात कर सलाह ली जानी चाहिए.

References –

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