इस लेख में आप जानेंगे सूखी खांसी के बहुत से घरेलू उपाय, हालांकि यह जरूरी नही कि कोई विशेष एक ही तरह के घरेलू उपचार से सभी को आराम मिले. लेकिन इसमें आप कई प्रयोग कर सकते है. 

सूखी खांसी के लिए घरेलू उपचार – home remedies for dry cough in hindi

शहद

  • 1 साल से अधिक आयु के बच्चे और व्यस्कों द्वारा शहद का उपयोग दिन व रात के समय में लिए जाने वाले उपाय के रूप में किया जाता है.
  • शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण, गले को आराम देकर उत्तेजित तत्वों को शांत करते है.
  • आप दिन में इसके कुछ चम्मच ले सकते है या इसे चाय या गर्म पानी में लिया जा सकता है.

अदरक

  • इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते है.
  • यह इम्युन सिस्टम को बूस्ट करने और दर्द आदि समस्याओं में राहत देने में मदद करती है.
  • काफी सारी चाय आदि में अदरक एक मुख्य सामग्री के रूप में इस्तेमाल की जाती है.
  • अदरक का उपयोग करने के लिए इसे चाय में डालकर भी पीया जा सकता है.
  • अदरक को शहद के साथ लेने से सूखी खांसी में आराम मिलता है. 

हल्दी

  • इसमें मौजूद तत्वों में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते है.
  • यह सूखी खांंसी के साथ साथ काफी सारी कंडीशन में फायदा देता है.
  • हल्दी में मौजूद तत्व काली मिर्च के साथ लिए जाने पर ब्लड स्ट्रीम में अवशोषित होते है.
  • 1 चम्मच हल्दी और ⅛ चम्मच काली मिर्च को ओरेंज जूस या गर्म चाय में डालकर लिया जा सकता है.
  • हल्दी का उपयोग ऊपरी श्वास नली संबंधित कंडीशन जैसे ब्रोकाइटिस और अस्थमा आदि का उपयोग आयुर्वेद में काफी लंबे समय से होता रहा है.

मसाला चाय

  • भारत में प्राचीन समय से चाय का उपयोग गले की खराश और सूखी खांसी में होता रहा है.
  • मसाला चाय में कई एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जैसे इलायची और लौंग का उपयोग काफी लाभ देता है.
  • इसमें मौजूद दालचीनी में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते है.

पुदीना

  • इसमें मेंथॉल होता है जो सूखी खांसी के कारणों को कम कर गले को आराम पहुँचाता है.
  • पुदीना में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते है.
  • इससे दर्द में राहत के साथ खांसी कम आती है.
  • पुदीना कंजेशन को कम करने में मदद करता है.
  • इसके सेवन के लिए इसे चाय या इसे सीधे चबाकर लिया जा सकता है.
  • खांसी की समस्या में रात को सोने से पहले इसकी चाय पीने से लाभ मिलता है.

कैप्साइसिन

  • यह चिल्ली पेपर (मिर्च) में पाए जाने वाला कंपाउंड है जिसमें खांसी को कम करने के गुण होते है.
  • इसे कैप्सूल के रूप के अलावा, चाय बनाकर भी लिया जा सकता है.

मार्शमैलो रूट

  • यह एक प्रकार की हर्ब होती है जिसका उपयोग कई खांसी के सिरप में होता है.
  • मार्शमैलो रूट का उपयोग गले का आराम देने के लिए किया जाता है.
  • इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते है.
  • मार्शमैलो रूट उत्तेजित करने वाले कारणों पर असर करके आराम देते है.

खांसी के घरेलू उपाय – dry cough home remedies in hindi

नमक के पानी से गरारे

  • गर्म या गुनगुने नमक के पानी से गरारे करने पर सूखी खांसी की समस्या में राहत मिलती है.
  • नमक के पानी से मुँह और गले में मौजूद बैक्टीरिया मर जाता है.
  • इसके लिए एक बड़े गिलास पानी में एक चम्मच नमक डाले और दिन में कई बार गरारे करें.
  • अगर रातभर आपका सूखी खांसी उठती है तो सुबह उठकर गर्म पानी से गरारे करने चाहिए.

अरोमाथेरेपी

  • इसे करने के लिए जरूरी ऑयल का उपयोग किया जाता है जिससे आराम और घाव भरने में मदद मिलती है.
  • रात को सोने से पहले पानी में कुछ ड्रॉप्स को डालकर स्टीम लेने से आराम मिलता है.

एयर प्योरिफायर

  • इसकी मदद से घर में धुल औक धुँआ बाहर रहता है.
  • साथ ही इससे एलर्जेन आदि दूर रहते है.
  • अगर आपको वातवरण में मौजूद टॉक्सिन के कारण खांसी होती है तो साफ हवा में सांस लेने से समस्या दूर हो सकती है.

भाप लेना

  • सूखी हवा से सूखी खांसी होने के आसार बढ़ जाते है.
  • भाप से हवा में नमी आती है जिससे आराम मिलता है.
  • रात को सोने से पहले इसे लेने से आराम मिलता है.

कफ सिरप

  • किसी भी प्रकार की दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नही ली जानी चाहिए.
  • काफी सारे ओटीसी दवाएं भी है जिन्हें सीधा खरीदा जा सकता है.

डॉक्टर को कब दिखाएं – when to see a doctor in hindi

काफी सारे घरेलू उपाय जैसे शहद या नमक के गरारे लगभग सभी घरों में होते है. लेकिन अन्य को बाज़ार या ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है.

काफी लंबे समय तक खांसी रहने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह ली जानी चाहिए. सूखी खांसी अपने आप बंद हो जाती है. हालांकि, आपको खांसी के साथ कोई अन्य लक्षण दिखता है जैसे –

  • ठंड लगना
  • बुखार
  • पीठ में दर्द
  • सांस लेने में परेशानी
  • घरघराहट
  • चेस्ट में दर्द

समस्या गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए.

अंत में

सूखी खांसी को अनप्रोडक्टिव कफ भी कहा जाता है क्योंकि इसके किसी भी प्रकार का बलगम, म्यूकस आदि समस्या पैदा करने वाले उत्तेजक फेफड़ों या नाक के जरिए बाहर नही निकलते है.

ज़ुखाम या फ्लू के बाद कुछ हफ्तों तक सूखी खांसी रह सकती है. जिसके निम्न कारण हो सकते है जैसे – अस्थमा, एसिड रिफ्लक्स, गर्ड या पोस्टनेज़ल ड्रिप आदि. इसके अलावा यह लंबे समय तक सिग्रेट पीने जैसे वातावरण में मौजूद टॉक्सिन के कारण हो सकता है.

सूखी खांसी काफी परेशान कर सकती है यह बच्चों या बड़े किसी को भी हो सकती है. सूखी खांसी के इलाज के लिए काफी सारे डॉक्टरी उपचार उपलब्ध है. जबकि सूखी खांसी के लिए घरेलू उपचार भी काफी प्रभावी होती है.

कुछ मामलों में सूखी खांसी लंबे समय तक रह सकती है. लेकिन इसके उपचार के लिए काफी सारे प्रभावी घरेलू उपचार मौजूद है जो खांसी को कम कर सकते है. वहीं अगर आपकी खांसी 2 महीने से अधिक समय तक रहती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए.

References –

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