इस लेख में आप जानेंगे पिगमेंटेशन के घरेलू उपाय, पिगमेंटेशन के कारण और मेडिकल ट्रीटमेंट –
पिगमेंटेशन के घरेलू उपाय – home remedies for pigmentation
- स्किन के रंग में बदला को पिगमेंटेशन के रूप में जाना जाता है.
- स्किन पिगमेंटेशन डिसऑर्डर के कारण स्किन के रंग में बदलाव होता है.
- त्वचा रंग के बदलाव का कारण पिगमेंट होता है जबकि मेलानिन स्किन सेल्स से बनता है.
- वहीं हाइपरपिगमेंटेशन के कारण स्किन डार्क हो जाती है.
- इसके कारण पूरी स्किन प्रभावित हो सकती है.
- आयु स्पॉट को भी हाइपरपिगमेंटेशन के आम प्रकार के रूप में जाना जाता है.
- अधिकतर मामलों में हाइपरपिगमेंटेशन से कोई नुकसान नहीं होता है. लेकिन कुछ मामलों में यह किसी मेडिकल कंडीशन के कारण हो सकता है.
- कुछ दवाओं के कारण स्किन डार्क हो जाती है.
- काफी लोगों के लिए यह कॉस्मेटिक मुद्दे से अधिक होता है.
- घर पर हाइपरपिगमेंटेशन का इलाज करने के कई तरीके है.
मसूर की दाल
- हाइपपिगमेंटेशन के उपचार में मसूर की दाल का मास्क काफी लोकप्रिय है.
- यह एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा सोर्स होती है जो स्किन के लिए अच्छा होता है.
- मसूर दाल का मास्क बनाने के लिए 50 ग्राम दाल को रात को पानी में भिगो कर रख दें.
- अगली सुबह इसका पेस्ट बनाने के लिए ब्लैडर आदि का उपयोग किया जा सकता है.
- इसके पेस्ट को प्रभावित एरिया पर 20 मिनट के लिए लगाकर रखें.
- अंत में ठंडे पानी से इस पेस्ट को साफ कर लें और टॉवल से स्किन को सूखा लें.
ग्रीन टी अर्क
- ग्रीन टी बैग को उबलते हुए पानी में 3 से 5 मिनट के लिए रखें.
- पानी से ग्रीन टी के बैग को मिकाल लें और उसे ठंडा होने दें.
- इसके बाद टी बैग को डार्क पैच पर रब कर सकते है.
- परिणाम मिलने तक दिन में कम से कम दो बार इसे रिपीट करें.
आर्किड
- विटामिन सी हाइपरपिगमेंटेशन उपायो के जैसे ही आर्किड का अर्क भी प्रभावी होता है.
- रिसर्च के अनुसार, 8 हफ्तों तक आर्किड रिच अर्क लगाने से डार्क पैच का साइज और दिखना कम हो जाता है.
- आप स्किन प्रोडक्ट खरीद सकते है जिनमें आर्किड अर्क होता है. यह सक्रब, मास्क, क्रीम आदि के रूप में उपयोग करने पर बेहतर परिणाम देते है.
मुलेठी का अर्क
- मेलस्मा और सूर्य के एक्सपोजर के कारण होने वाले हाइपरपिगमेंटेशन को हल्का करने के लिए मुलेठी का अर्क प्रभावी साबित होता है.
- मुलेठी के अर्क में मौजूद एक्टिव सामग्री प्रभावी होती है.
- बाजार में ऐसी बहुत सारी क्रीम है जिनमें मुलेठी का अर्क मौजूद होता है.
- इनका उपयोग पैकेट पर लिखे तरीके से किया जाना चाहिए.
काली चाय का पानी
- 1 कप साफ पानी में 1 चम्मच काली पत्ती को डालकर उसे उबाल लें.
- 2 घंटे रखे रहने दें और छान लें.
- कॉटन का टुकड़ा लेकर काली चाय के पानी में डुबोएं और प्रभावित एरिया पर लगाएं.
- ऐसा दिन में दो बार करें.
- हफ्ते में ऐसा 6 दिन करें और प्रक्रिया को 4 हफ्तों तक दोहराएं.
दूध
- दूध, छाछ आदि को त्वचा पिगमेंटेशन को हल्का करने में प्रभावी माना जाता है.
- पिगमेंटेशन में उपयोग करने के लिए कॉटन का टुकड़ा लेकर उसे दूध में डुबो लें.
- डार्क स्किन पैच पर दिन में दो बार उसे लगाएं. (जानें – ऊटनी के दूध के फ़ायदे)
- परिणाम दिखने तक रोजाना इसे रिपीट करें.
एलोवेरा
- रात को सोने से पहले पिगमेंट वाले एरिया पर एलोवेरा जैल को लगा लें.
- अगली सुबह गर्म पानी से धो लें.
- स्किन के रंग के बेहतर होने तक रोजाना इस प्रक्रिया को रिपीट करें.
टमाटर पेस्ट
- एक अध्ययन में देखा गया है कि लाइकोपेन रिच टमाटर का पेस्ट स्किन को नुकसान होने से बचाता है.
- इस अध्ययन में लोगों द्वारा रोजाना 55 ग्राम टमाटर का पेस्ट ऑलिव ऑयल में 12 हफ्ते इस्तेमाल किया गया था. (जानें – स्किन के लिए टमाटर के फ़ायदे)
लाल प्याज़
- इसके अर्क का इस्तेमाल काफी सारी बाजार में मौजूद स्किन और निशान हल्का करने वाली क्रीम में किया जाता रहा है.
- रिसर्च के अनुसार, लाल प्याज का सूखा छिलका स्किन के रंग को हल्का कर सकता है.
- हाइपरपिगमेंटेशन क्रीम का इस्तेमाल करने से पहले उनमें एलियम सेपा है या नहीं, जांच लें.
सेब का सिरका
- किसी कंटेनर में सेब का सिरका और पानी को बराबर मात्रा में मिला लें.
- डार्क पैच पर लगाकर 2 से 3 मिनट तक लगाकर छोड़ दें.
- इसके बाद गुनगुने पानी से धो लें.
- दिन में दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं.
स्किन पिगमेंटेशन के कारण
- इसके सबसे आम कारणों में स्किन को होने वाला नुकसान होता है जो शरीर के हिस्सो को प्रभावित करता है.
- इसमें सूर्य की तरफ एक्सपोज रहने वाले शरीर के हिस्से शामिल होते है.
- इसके अलावा अन्य कारण जैसे मेलास्मा, स्किन उत्तेजना, प्रेगनेंसी हार्मोन, कीमोथेरेपी दवाएं, इंसुलिन प्रतिरोध आदि शामिल है.
हाइपरपिगमेंटेशन का मेडिकल इलाज
- क्रायोथेरेपी
- लेजर रिसरफेसिंग
- केमिकल पील्स
- इंटेस पल्स लाइट
- माइक्रोडर्माब्रेशन
अंत में
अधिकतर मामलों में हाइपरपिगमेंटेशन मेडिकल समस्या न होकर कॉस्मेटिक कारण हो सकता है. ऐसे कई घेरलू उपचार है जो पिगमेंटेशन वाले डार्क पैच को हल्का कर सकते है.
अगर आप किसी मेडिकल कंडीशन या दवाओं के कारण त्वचा के रंग में बदलाव या स्किन पिगमेंटेशन के बारे में चिंतित है तो डॉक्टर से सलाह लें.
References –
- https://linkinghub.elsevier.com/retrieve/pii/S0022202X15526663
- http://www.phcogrev.com/article/2014/8/15/1041030973-7847125531
- https://onlinelibrary.wiley.com/doi/abs/10.1111/j.1365-2133.2010.10057.x
- https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5843359/
- http://koreascience.or.kr/article/JAKO201126235931506.page
- https://www.tandfonline.com/doi/abs/10.1080/14786411003754256