इस लेख में आप जानेंगे पीलिया की डाइट के बारे में कौन से फ़ूड्स को शामिल करें, किन फ़ूड्स से बचें और हेल्दी भोजन आदतें –

पीलिया होने पर क्या डाइट लें – jaundice diet

  • आप जो भी खाते और पीते है वो लिवर द्वारा प्रोसेस किया जाता है.
  • इससे आपके शरीर को भोजन में से जरूरी पोषक तत्व प्राप्त होते है और वह उसे एनर्जी में बदलते है.
  • साथ ही लिवर का कार्य शरीर से टॉक्सिन, पुराने, क्षतिग्रस्त सेल्स को बाहर करना होता है.
  • इस प्रक्रिया के बाधित होने पर वेस्ट प्रोडक्ट बिलीरुबिन का बिल्ड-अप बढ़ जाता है जिसका परिणाम पीलिया होता है. (जानें – लिवर रोगों के बारे में)
  • आपके कुछ भी खाने और पीने का सीधा असर आपके लिवर फंक्शन पर पड़ता है.
  • हेल्दी डाइट का सेवन करने से आपके लिवर को ज्यादा प्रभावी रूप से कार्य करने और शरीर से टॉक्सिन को साफ करने में मदद मिलती है.
  • ऐसा करने से लक्षणों को साफ करने के साथ ही भविष्य में आपको पीलिया होने का रिस्क कम हो जाता है. 

डाइट में क्या शामिल करना चाहिए?

  • रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए. इसमें पानी और हर्बल चाय आदि अच्छे विकल्प है.
  • आप मिल्क थीस्ल को रूटीन में शामिल कर सकते है. साथ ही आप ताजा चाय या स्नैक्स के रूप में सीड्स को खा सकते है.
  • पपीता और आम जैसे फलों का सेवन करें जिसमें डाइजेस्टिव एंजाइम ज्यादा होते है.
  • रोजाना कम से कम 2 ½ कप सब्जी और 2 कप फल खाएं.
  • ओटमील, बादाम आदि जैसे हाई फाइबर फ़ूड्स को डाइट में शामिल करें.
  • संतुलित डाइट को लिवर की हेल्थ को अच्छा करने और पीलिया के फिर से लौटने के आसार को कम करने के रूप में जाना जाता है.
  • कुछ विशेष फ़ूड्स और पेय पदार्थों को लिवर हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है.
  • इनको डाइट में शामिल करने से लक्षणों को कम कर संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलता है जिसमें –

पानी

  • रोजाना कम से कम दिन में 8 गिलास पानी पीने से लिवर से टॉक्सिन को बाहर करने में मदद मिलती है.
  • इससे हेल्दी वजन को बनाए रखने, ब्लड को पतला रखने में सहायता मिलती है जिससे लिवर के लिए इसे फिल्टर करने आसान हो जाता है. (जानें – रोजाना कम से कम कितना पानी पीना चाहिए)

फल और सब्जियां

  • लिवर के लिए अच्छे फलों में एवोकाडो, अंगूर, स्प्राउट्स आदि होते है.
  • रोजाना कम से कम 2 ½ कप सब्जी और 2 कप फल का सेवन जरूर करें.
  • साथ ही आप अलग-अलग फलों का सेवन कर सकते है. 

मिल्क थीस्ल

  • सिर्फ हर्ब तक सीमित न होकर यह हाई एंटीऑक्सीडेंट वाली होती है.
  • इसमें मौजूद तत्व लिवर सेल्स को रिपेयर करने में मदद करते है.
  • इसका लाभ उठाने के लिए मिल्क थीस्ल के पत्तों को सलाद, भूने हुए सीड्स में स्नैक्स के लिए या ताजा हर्बल चाय के रूप में उपयोग की जा सकती है. 
  • हालांकि, इसका उपयोग सुरक्षित होता है लेकिन किसी हार्मोन विशेष कैंसर, प्रीस्क्रिप्शन दवाएं, स्तनपान या गर्भावस्था के मामलों में उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह लें.

पाचन एंजाइम

  • नैचुरल पाचन एंजाइम के होने से बिलीरुबिन कम हो जाता है.
  • यह पाचन वाले एंजाइम को आप शहद, आम, संतरे के छिलके, पपीता, अनानास के सेवन से प्राप्त कर सकते है.

फाइबर

  • खासकर घुलनशील फाइबर के सेवन से लिवर से टॉक्सिन को निकालने में मदद मिलती है.
  • हाई फाइबर फ़ूड्स में फल, सब्जियां, दालें, नट्स, संपूर्ण अनाज, ब्राउन राइस, ओट्मील, काले, ब्रोकोली, बादाम, क्विनोआ आदि होते है.

कॉफी या हर्बल चाय

  • मध्यम कॉफी के सेवन से लिवर हेल्थ को बेहतर करने के रूप में जाना जाता है.
  • इससे सिरोसिस के रिस्क को कम करने, नुकसान पहुंचाने वाले लिवर एंजाइम के लेवल घटाने, इंफ्लामेशन के रिस्क को कम करती है.
  • साथ ही इससे एंटीऑक्सीडेंट के लेवल बढ़ जाते है जिससे शरीर से टॉक्सिन को क्लियर करने में मदद मिलती है.

किन चीजों से बचें

  • शराब के कारण लिवर को अतिरिक्त नुकसान हो सकता है इसलिए शराब के सेवन से बचना चाहिए.
  • सैचुरेटिड फैट मांस में होता है जिसके लिवर द्वारा पचाया जा पाना कठिन होता है.
  • अनसैचुरेटिड फैट जैसे ऑलिव ऑयल का मध्यम उपयोग किया जा सकता है.
  • रिफाइंड शुगर के कारण लिवर पर फैट जमा हो सकता है, इसलिए नैचुरल शुगर को चुनें.
  • प्रोसेस्ड फ़ूड्स के सेवन को कम कर सोडियम की मात्रा को कम किया जा सकता है.

फैट

  • हाई फैट और तले हुए भोजन को सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए या बचना चाहिए.
  • इसके कारण लिवर पर फैट बनने का रिस्क रहता है.
  • सैचुरेटिड फैट को लिवर के लिए पचा पाना कठिन होता है. 

नमक

  • ज्यादा नमक वाली डाइट के कारण लिवर को नुकसान और वाटर रिटेंशन हो सकता है.
  • प्रोसेस्ड फ़ूड्स के सेवन को कम करने से सोडियम की मात्रा को कम किया जा सकता है.
  • नमक के स्थान पर आप फ्लेवर हर्ब का उपयोग कर सकते है.

शुगर

  • रिफाइंड शुगर, हाई फ्रुक्टोज वाला सिरप और अन्य प्रकार के प्रोसेस्ड शुगर के कारण लिवर पर फैट जमा हो सकता है. (जानें – फैटी लिवर के बारे में)
  • कई सारे प्रोसेस्ड फूड्स हाई शुगर और फैट वाले होते है जिससे रिस्क दोगुना हो जाता है.
  • ऐसे में आप बिना चीनी वाली दही या फल का सेवन कर लाभ उठा सकते है.

आयरन

  • ज्यादा आयरन के कारण लिवर संकुचन हो सकता है जिसे सिरोसिस भी कहा जाता है.
  • लिवर संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए प्रोटीन का सेवन लाभ देता है.
  • प्रोटीन की मात्रा को जानने के लिए डॉक्टर से बात कर सलाह लें.

हेल्दी भोजन की आदतों के लिए टिप्स

  • दिन में तीन बार भोजन करने के स्थान पर आप कम मात्रा में भोजन कर उसे 6 बार में खा सकते है.
  • पूरे दिन के दौरान थोड़ा थोड़ा पानी पीते रहने से लाभ मिलता है.
  • कॉफी या चाय में चीनी का उपयोग न करें.
  • लो फैट वाले दूध और दही का सेवन किया जा सकता है.
  • नमक के स्थान पर फ्लेवर के लिए आप मिर्च, मसाले, अर्क, नींबू जूस आदि का उपयोग कर सकते है.
  • शराब आदि के सेवन से बचें और कुछ हेल्दी ड्रिंक्स का सेवन करें.

अंत में

खून में बिलीरुबिन बनने के कारण पीलिया होता है. शरीर से बाहर निकलने के लिए यह जानना जरूरी है कि इसका कारण क्या है.

हेल्दी और संतुलित डाइट जो लिवर हेल्थ को सपोर्ट करती है उसके माध्यम से पीलिया को फिर से होने से रोका जा सकता है.

किसी अन्य सवाल या चिंता आदि के मामलों में डॉक्टर से बात कर सलाह ली जा सकती है.

References –

 

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