इस लेख में आप जानेंगे मतली रोकने के घरेलू उपायों के बारे में –

मतली रोकने के उपाय – nausea remedies

नींबू

  • रसीले फलों की खुशबू खासकर ताजा नींबू की फांक प्रेगनेंट महिलाओं में मतली को कम करने में मदद करती है.
  • नींबू की फांक काटना या छिलने से भी इसकी खुशबू ली जा सकती है जिससे मतली को कम करने में लाभ मिलता है.

मांसपेशियों को रिलैक्स करने

  • मांसपेशियों को रिलैक्स करने से मतली में राहत मिलती है.
  • मांसपेशियों को आराम देने वाली तकनीक को प्रोग्रेसिव मस्ल रिलैक्सेशन कहा जाता है.
  • इसके दौरान लोगों को एक क्रम में मांसपेशियों को तनाव और रिलैक्स करना होता है.
  • जिससे बाद में शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत मिलती है.
  • कीमोथेरेपी के कारण होने वाली मतली के लिए इसे प्रभावी माना जाता है.
  • मांसपेशियों के तनाव को कम करने का एक और तरीका मसाज करना है.

पेपरमिंट

  • पुदीने की खुशबू मतली को कम करने का एक विकल्प हो सकती है.
  • सी-सेक्शन के जरिए शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं पर हुए अध्ययन में इसके लाभ देखने को मिले है.
  • पेपरमिंट चाय पीने के भी मतली रोकने के प्रभाव देखने को मिले है.
  • इसके अलावा पेपरमिंट ऑयल जिसे गोली के रूप में ले सकते है इसके परिणाम मिक्स देखने को मिले है.

सांसों को कंट्रोल करने

  • धीमी और गहरी सांस लेने से मतली को कम किया जा सकता है.
  • एक अध्ययन में रिसर्चर द्वारा एरोमाथेरेपी में सेंट डालकर सर्जरी के बाद मतली को कम करने की प्रभावशीलता के बारे में जाना गया.
  • इस अध्ययन में कमर में सेंट होने पर नाक से धीरे से सांस लेकर तीन बार मुंह से छोड़ी गई.
  • जिसके परिणाम स्वरूप मतली का कम होना देखा गया.
  • जिससे रिसर्चरों को जानने को मिला कि कंट्रोल में सांस लेने से राहत मिल सकती है. 

विटामिन बी6 सप्लीमेंट

  • विटामिन बी6 को गर्भवती महिलाओं को मतली के दवा के विकल्प के रूप में दिया जा सकता है.
  • कई अध्ययनों में देखा गया है कि विटामिन बी6 सप्लीमेंट जिसे पायरिडॉक्सिन कहते है, गर्भवस्था के दौरान मतली कम करने में प्रभावी है.
  • इसी कारण कई एक्सपर्ट प्रेगनेंसी के दौरान विटामिन बी6 सप्लीमेंट सीधे मतली का प्राथमिक इलाज माना जाता है.

एक्यूप्रेशर

  • एक्यूपंचर या एक्यूप्रेशर मतली या उल्टी को रोकने के उपायों में से एक है.
  • इसके दौरान शरीर के एक विशेष पॉइंट पर पतली नीडल को चुभाकर या प्रेशर डाला जाता है.
  • जिससे नर्व फाइबर उत्तेजित होकर दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड को सिग्नल ट्रांसमिट करती है.
  • इन सिग्नलों में मतली को कम करने की क्षमता होती है.

कुछ मसाले

  • सौंफ को मासिक धर्म के लक्षणों जैसे मतली और छोटे पीरियड्स के दर्द को कम करने के रूप में जाना जाता है.
  • दालचीनी से मासिक धर्म के दौरान मतली के अनुभव करने को कम किया जा सकता है.
  • जीरा इससे पेट दर्द, मतली, कब्ज, दस्त और आईबीएस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है.

अदरक

  • मतली रोकने के घरेलू उपायों में अदरक काफी लोकप्रिय है.
  • अदरक कैसे काम करती है इसको अभी ठीक से समझा नहीं गया है.
  • हालांकि, एक्सपर्ट के अनुसार अदरक के कंपाउंड मतली को रोकने की दवाओं के जैसे काम करती है.
  • कई सारे अध्ययन बताते है कि अनेक परिस्थितियों में अदरक मतली को कम करने में मदद करती है.
  • गर्भावस्था के दौरान मतली होने पर अदरक का उपयोग कर इसे कम किया जा सकता है.
  • कीमोथेरेपी या ऑपरेशन के बाद मरीजों द्वारा मतली का अनुभव किया जाता है जिसमें अदरक प्रभावी है.
  • कुछ अध्ययनों की मानें तो अदरक किसी भी प्रीस्क्राइब दवा जितनी प्रभावी होने के अलावा कम साइड इफेक्ट वाली होती है.
  • अधिकांश लोगों के लिए अदरक का उपयोग सुरक्षित रहता है.
  • जबकि खून को पतला करने वाली दवाएं, लो ब्लड प्रेशर या लो ब्लड शुगर के मामलों में अदरक का सेवन सीमित करना चाहिए.

मतली रोकने के टिप्स

  • तीखा या फैट फ़ूड खाने से बचें – इसके स्थान पर आप केला, चावल या पके आलू को ब्लैड करके खा सकते है जिससे पेट खराब होने की कंडीशन को ठीक किया जा सके.
  • भोजन में प्रोटीन को शामिल करना – इससे मतली से लड़ने में मदद मिलती है.
  • सोने से कम से कम 3 घंटे पहले भोजन करें – कुछ लोग भोजन खाने के 30 से 60 मिनट के भीतर लेट जाते है जिससे उन्हें एसिड रिफलक्स का अनुभव होता है.
  • भोजन को छोटे छोटे हिस्सों में करें – एक बार में बड़ी मात्रा में भोजन न करके उसे छोटी मात्रा और अंतराल में करने से लाभ मिलता है.
  • भोजन खाने के दौरान बीच में पानी पीने से बचें – ऐसा करने से पेट भरा हुआ महसूस करता है जिससे कुछ लोगों को मतली खराब हो सकती है.
  • शरीर में पानी की कमी न होने दें – पानी की कमी के कारण मतली अधिक हो सकती है जिसके साथ उल्टी होने पर शरीर में कमजोरी आ सकती है.
  • आयरन सप्लीमेंट लेने से बचें – गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान महिलाओं में आयरन लेवल सामान्य रहते है ऐसे में सप्लीमेंट लेने से मतली खराब हो सकती है.
  • एक्सरसाइज करें – योग और एरोबिक्स करने से लोगों में मतली को कम किया जा सकता है.
  • तेज़ गंध से बचें – इससे प्रेगनेंसी के दौरान मतली खराब हो सकती है.

अंत में

मतली एक ऐसी कंडीशन है जिससे अधिकांश लोग परिचित होते है. यह कभी भी अच्छी नहीं होती और कई तरह की परिस्थितियों में उभर सकती है जैसे प्रेगनेंसी और यात्रा के दौरान.

इसे रोकने की दवाओं को राहत देने के लिए उपयोग किया जाता है. हालांकि, इन दवाओं के कुछ नेगेटिव साइड इफेक्ट भी हो सकते है जैसे उनींदापन आदि.

ऊपर बताए गए नैचुरल टिप्स मतली को बिना दवाओं को ठीक कर सकते है. लेकिन मतली के बने रहने के मामलों में आपको अपने डॉक्टर से बात कर सलाह लेनी चाहिए.

References –

Share: