आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है उल्टे हाथ और कंधे में दर्द के कारण, लक्षण और उपचार –

बाएं (लेफ्ट) हाथ में दर्द – Pain in the left arm and shoulder in hindi

हाथ में दर्द होने पर हमारे दिमाग में सबसे पहले यही आता है कि हमने कही कोई चोट तो नही लगा ली. शरीर के किसी दूसरे हिस्से में समस्या के कारण किसी एक एक हिस्से में दर्द शुरू हो सकता है.

जबकि उल्टे हाथ में दर्द का कारण हड्डी या जोड़ो की चोट, नसों की चुभन या हार्ट में समस्या हो सकती है. 

उल्टे हाथ में दर्द के कारण और लक्षण – causes and symptoms of pain in the left arm in hindi

उल्टे हाथ में दर्द के कई कारण हो सकते है जैसे गठिया या किसी अन्य क्रोनिक रोग की जटिलताएँ हो सकती है. हल्के तनाव से लेकर हार्ट की समस्या समेत निम्न कारण हो सकते है –

हार्ट अटैक

आर्टरी में किसी ब्लड क्लॉट या रपचर के कारण हमारे हार्ट के कुछ हिस्सों तक ब्लड के फ्लों को बाधित कर सकती है. जिस कारण मांसपेशियों को क्षति हो सकती है. समय से उपचार न मिलने पर मौत हो सकती है.

हार्ट अटैक के लक्षणों में –

  • थकान
  • कमर, गर्दन, कंधे या, जबड़े में दर्द
  • चेस्ट पर प्रेशर या दर्द
  • सांस लेने में समस्या
  • बेहोशी
  • सिर घूमना
  • ठंड लगना और पसीना आना

कुछ लोगों को गंभीर लक्षण हो सकते है. जबकि अपच के कारण लक्षण मध्यम या आने जाने वाले हो सकते है.

टेंडन में चोट

  • यह लचीले टिश्यू के बैंड होते है जो हड्डी और मांसपेशियों को जोड़ती है.
  • टेंडन के सूजन होने को टेडनाइटिस कहा जाता है जिस कारण कंधे और कोहनी में दर्द होता है.

एंजिना

  • यह कोरोनरी हार्ट रोग के लक्षणों में से एक है जिसमें मांसपेशियों को ऑक्सीजन-रिच ब्लड नही मिल पाता है.
  • एंजिना के लक्षण हार्ट अटैक जैसे हो सकते है जो सिर्फ कुछ मिनटों तक रहते है.
  • यह लक्षण किसी भी एक्टिव रहने की क्रिया के दौरान खराब हो जाते है और आराम करने पर बेहतर हो जाते है.

बर्साइटिस

  • बर्सा हमारे हड्डी और जोड़ के बीच में फ्लूइड से भरी हुई थैली होती है.
  • इसकी सूजन होने पर बर्साइटिस कहा जाता है.
  • कंधे की बर्साइटिस के कारण इसकी लगातार मूवमेंट के कारण होती है जो आयु के साथ बढ़ती है.
  • अपने हाथ या कंधे के मूवमेंट या रखे रहने पर यह दर्द बढ़ता है.
  • काफी सारे मामलों में देखा जाता है कि व्यक्ति अपना हाथ या कंधा पूरी तरह से रोटेट नही कर पाता है.
  • जबकि इसके अन्य लक्षणों में जलन और सनसनी है.

फ्रैक्चर या हड्डी टूटना

  • दर्द के बावजूद बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि हाथ और कलाई के फ्रैक्चर या हड्डी टूटने का बाहरी रूप से कोई लक्षण नही देखने को मिलता है.
  • हाथ, कलाई की हड्डी टूटना या मूवमेंट करने पर दर्द गंभीर होने के अलावा सूजन और सुन्न होना हो सकता है.

हर्नियेटेड डिस्क

  • स्पाइन और हड्डियों के बीच में डिस्क एक पैड की तरह होती है.
  • यह हमारी स्पाइन के लिए शॉक को सोखने का काम करती है.
  • गर्दन में मौजूद हर्नियेटेड डिस्क रपचर होने और नसों को प्रेस करती है.
  • जिस कारण से गर्दन में दर्द के साथ कंधे और हाथ में दर्द होता है.
  • इसके अलावा हाथ में सुन्नाहट, टिंगलिंग, जलन महसूस हो सकती है.

सर्वाइकल रेडिकलोपैथी

  • किसी चोट या मांसपेशी के टियर आदि हार्नियेटेड डिस्क के कारण यह कंडीशन हो सकती है.
  • इसके लक्षण सुन्न होना, टिंगलिंग या हाथ में जलन महसूस होना हो सकता है.
  • किसी भी गतिविधि के कारण हाथ और कंधे में ज्यादा दर्द हो सकता है.

रोटेट कफ टियर

  • किसी भारी चीज़ को उठाने या एक तरह के मोशन को दोहराने से कंधों के रोटेटर कफ टॉर्न हो सकता है.
  • इसके कारण कंधा कमजोर हो जाता है और रोजाना के काम करने में परेशानी आती है.
  • जिस कंधे में रोटेटर कफ की समस्या है उस तरफ करवट करके सोने से दर्द गंभीर हो सकता है.
  • इससे हाथ भी कमजोर होता है और काम करने की क्षमता पर भी फर्क पड़ता है.

मोच और खिंचाव

  • लिगामेंट में स्ट्रैच के कारण टियर होने पर मोच हो सकती है.
  • हाथ में मोच आने के कई कारण हो सकते है जैसे चोट लगना आदि.
  • जबकि खिचांव तब होता है जब मांसपेशी मुड़ जाती है या टेंडन में स्ट्रैच आता है.
  • यह कुछ भी भारी वस्तु गलत तरीके से उठाने के कारण हो सकती है.

उल्टे हाथ में दर्द होने पर क्या करें – what to do if you have left arm pain in hindi

हार्ट अटैक अचानक या धीरे धीरे शुरू होकर आता है. जिसके सबसे आम लक्षणों में सीने में कठिनाई या दर्द होता है. हार्ट अटैक की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता की जरूरत होती है. इसके अलावा निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए –

  • अगर आपको पहले से कोई हार्ट की समस्या है और आपको अचानक उल्टे हाथ में दर्द होता है तो तुरंत डॉक्टर से बात की जानी चाहिए.
  • अगर कोई हड्डी ठीक से नही जुड़ती है तो लंबे समय में यह काफी परेशानी दे सकती है.
  • किसी भी फ्रैक्चर या हड्डी टूटने की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
  • रोटेटर कफ, बर्साइटिस, टेंडन में चोट आदि स्थिति के इलाज न होने पर फ्रोजन शॉल्डर की जटिलताएँ हो सकती है.

इस तरह की कंडीशन में तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है. जबकि उपचार न मिलने पर समस्या ज्यादा गंभीर हो सकती है.

उल्टे हाथ में दर्द का निदान – diagnose of pain in left arm in hindi 

  • उल्टे हाथ में दर्द के साथ हार्ट अटैक के लक्षण होने पर मेडिकल सहायता लेने में देर न करें.
  • इसके लिए अस्पताल में तुरंत दवाओं के साथ हार्ट की जांच की जाती है.
  • हाथ में दर्द के अन्य कारणों का पता लगाने के लिए एक्स-रे, एमआरआई या सीटी स्कैन किए जा सकते है.

उल्टे हाथ और कंधे में दर्द का उपचार – treatment pain in left arm and shoulder in hindi

  • हार्ट रोग की स्थिति में दवाओं के साथ लक्षणों में राहत और हार्ट हेल्थी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए. 
  • गंभीर हार्ट रोग की स्थिति में सर्जरी जैसे ब्लॉकेज में बायपास किया जा सकता है.
  • टूटी हड्डियों की स्थिति में उनके पोजीशन पर वापस लाने के साथ प्लास्टर आदि किया जाता है जिससे उसे जुड़ने में मदद मिलेंं.
  • जबकि मोच व खिचाव के लिए दिन में कई बार बर्फ से सिकाई आदि की जा सकती है.

अंत में

अगर आपके लेफ्ट हाथ में दर्द का कारण कोई हार्ट रोग है तो ऐसे में आपको लंबे समय तक उपचार की जरूरत पड़ सकती है.

काफी सारे मामलों में हाथों में किसी चोट के कारण हुए दर्द को आराम और उपचार के साथ ठीक किया जा सकता है. (जानें – कंधों को चौड़ा कैसे करें)

कुछ कंधे की समस्या को ठीक होने में समय लग सकता है जबकि कुछ समस्याएं अधिक गंभीर भी हो सकती है. आयु के आधार पर रिकवर करने में समय लगता है.

References –

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