इस लेख में आप जानेंगे प्रोटीन की कमी के संकेत और लक्षणों के बारे में –

प्रोटीन की कमी के लक्षण क्या होते है? – what are protein deficiency symptoms?

फैटी लिवर

  • प्रोटीन की कमी के अन्य लक्षणों में लिवर सेल्स के आसपास फैट का बढ़ना होता है जिसे फैटी लिवर भी कहा जाता है.
  • इलाज न मिलने पर फैटी लिवर रोग विकसित हो जाता है.
  • फैटी लिवर रोग होने पर इंफ्लामेशन, लिवर संकुचन और संभावित लिवर फेलियर हो सकता है.
  • मोटापे से पीड़ित लोगों में फैटी लिवर काफी आम कंडीशन है.
  • इसके अलावा जो लोग ज्यादा शराब पीते है उनको भी यह कंडीशन हो सकती है.

मांसपेशियों को नुकसान

  • शरीर में प्रोटीन की सबसे बड़ी खान मांसपेशियां होती है.
  • डाइटरी प्रोटीन की कमी के कारण, शरीर का बचाव और शरीर के जरूरी फंक्शन जैसे काम करने के लिए टिश्यू स्केलेटल मांसपेशी से प्रोटीन लेता है.
  • जिसके परिणामस्वरूप कम प्रोटीन के कारण समय के साथ मांसपेशी घट जाती है.

इंफेक्शन का रिस्क बढ़ना

  • शरीर में प्रोटीन की कमी का सीधा असर इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है.
  • जिस कारण इम्यून सिस्टम कमजोर होने से इंफेक्शन आदि होने का रिस्क बढ़ जाता है.
  • साथ ही प्रोटीन का सही सेवन न करने से भी इम्यून सिस्टम के फंक्शन पर प्रभाव पड़ सकता है.

बच्चों के विकास में रुकावट

  • प्रोटीन न सिर्फ मांसपेशी और बोन मास को बनाए रखने बल्कि शरीर की ग्रोथ के लिए भी जरूरी है.
  • इसके अलावा बढ़ती उम्र के बच्चों में प्रोटीन की कमी या पर्याप्त मात्रा न मिल पाने के कारण ग्रोथ में रुकावट आ सकती है.
  • कई सारे अध्ययनों में कम प्रोटीन सेवन और विकास में बाधा को देखा गया है.

स्किन, हेयर और नाखून समस्या

  • प्रोटीन की कमी के कारण प्रोटीन से बने स्किन, बाल और नाखून पर असर दिखता है.
  • बच्चों में इसकी कमी के कारण फ्लैकी आदि स्किन, लाल होना और स्किन पर डिपिगमेंटिड पैच होना होता है. (जानें – बालों की जड़ों के दर्द के बारे में)
  • बालों का पतला होना, रंग चले जाना, एलोपेशिया और दो मुंहे बाल, कमजोर नाखून इसके सामान्य लक्षण है.

भूख और कैलोरी सेवन बढ़ना

  • हालांकि, खराब भूख लगना भी प्रोटीन की कमी के लक्षणों में से एक है.
  • लेकिन इसके विपरीत होना कमी का माइल्डर रूप है.
  • शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर शरीर इसे ठीक करने के लिए भूख बढ़ा देता है.
  • जरूरी नहीं कि हर किसी के साथ ऐसा हो, यह लोगों में कुछ विशेष फूड्स की भूख बढ़ा सकता है.
  • जबकि कुछ लोग भूख के चलते कम प्रोटीन और ज्यादा कैलोरी वाले फ़ूड्स खा लेते है.
  • खराब प्रोटीन के सेवन से वजन बढ़ना और मोटापा हो सकता है.
  • परंतु प्रोटीन के सही सेवन से कैलोरी सेवन को कम करके वजन घटाया जा सकता है.
  • अगर आपको ज्यादा भूख लगती है तो डाइट में प्रोटीन को शामिल करें.

हड्डियों के फ्रैक्चर होने का रिस्क बढ़ना

  • मांसपेशियों के अलावा हड्डियों का नुकसान होना भी लो प्रोटीन के सेवन के कारण होता है.
  • प्रोटीन का सही सेवन न करने के कारण हड्डी कमजोर हो जाती है जिससे फ्रैक्चर का रिस्क बढ़ जाता है.
  • अध्ययनों में देखने को मिला है कि हाई प्रोटीन का सेवन करने से रिस्क को कम किया जा सकता है. (जानें – हेयरलाइन फ्रैक्चर के बारे में)

एडिमा

  • इसकी विशेषता स्किन का फूलना और सूजन दिखना होता है.
  • वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका कारण मानव सीरम एल्बुमिन की कम मात्रा के कारण होता है.
  • प्रोटीन का यह प्रकार खून के तरल हिस्से या प्लाज्मा में होता है.
  • एल्बुमिन का फंक्शन ब्लड सर्कुलेशन के प्रेशर को बनाए रखना होता है.
  • साथ ही एल्बुमिन फ्लूइड को अतिरिक्त मात्रा में शरीर के टिश्यू तक पहुंचने से बचाव करता है.
  • मानव सीरम एल्बुमिन के लेवल कम होने पर गंभीर प्रोटीन की कमी हो सकती है जिससे फ्लूइड बढ़कर सूजन दिखने लगती है.
  • इसी कारण पेट की कैविटी में फ्लूइड जमा होकर प्रोटीन की कमी हो जाती है.

प्रोटीन की कमी क्या होता है? – what is protein deficiency?

  • जब आपके द्वारा सेवन की गई मात्रा शरीर की जरूरतों को पूरा न कर पाए उसे कमी कहते है.
  • विश्व भर में बहुत सारे लोग प्रोटीन की कमी से पीड़ित रहते है.
  • विशेष रूप से भारत जैसे विकासशील देशों में करीब 30 फीसदी से अधिक बच्चों को डाइट से सही प्रोटीन की मात्रा प्राप्त नहीं होती है.
  • इसके कई कारणों में से एक असंतुलित डाइट का सेवन करना है.
  • लंबे समय तक कम प्रोटीन का सेवन करने से शरीर की संरचना में बदलाव होते है जैसे मांसपेशियों का कम होना आदि. (जानें – शाकाहारियों के लिए प्रोटीन सोर्स)

आपको कितने प्रोटीन की जरूरत होती है?

  • हर किसी की प्रोटीन जरूरत एक जैसी नहीं होती है.
  • इसके पीछे कई सारे फैक्टर जैसे शरीर का वजन, मांसपेशियों का घनत्व, आयु और शारीरिक एक्टिविटी करना शामिल होता है. (जानें – बेस्ट प्री वर्कआउट सप्लीमेंट के बारे में)
  • प्रोटीन की जरूरत में सबसे जरूरी शरीर का वजन होता है.
  • उदाहरण के लिए प्रति किलो वजन के अनुसार उपयुक्त ग्राम प्रोटीन दिया जाता है.
  • 75 किलो वजन वाले लोगों को 66 ग्राम प्रोटीन की रोजाना जरूरत पड़ती है.
  • वहीं एथलीट या युवाओं को हाई प्रोटीन की जरूरत पड़ सकती है.

अंत में

कुछ पोषक तत्व प्रोटीन जितने जरूरी होते है. यह मांसपेशियों, स्किन, एंजाइम और हार्मोन समेत शरीर के जरूरी टिश्यू में अहम भूमिका निभाते है.

अधिकांश फ़ूड्स में प्रोटीन की कुछ मात्रा होती है. लेकिन शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण कई हेल्थ समस्याएं हो सकती है.

शरीर में हर जगह प्रोटीन होता है जैसे स्किन, मांसपेशी, बाल, हड्डी, ब्लड आदि. इसकी कमी से गंभीर समस्याएं हो सकती है. अच्छी हेल्थ के लिए प्रोटीन रिच डाइट का सेवन करना चाहिए.

References –

 

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