इस लेख में आप जानेंगे दांतों की संवेदनशीलता के घरेलू उपायों और बचाव करने के तरीकों के बारे में –

सेंसिटिव दांतों के घरेलू उपाय – Sensitive teeth home remedies in hindi

शहद और गुनगुना पानी

  • शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण हो है और इसका उपयोग घावों को मैनेज करने के लिए भी किया जाता है.
  • शहद की मदद से तेज़ी से घाव भरने, सूजन, दर्द कम करने में मदद मिलती है.
  • सेंसिटिव दांतों के दर्द को कम करने के लिए एक चम्मच शहद और गुनगुने पानी को मुंह में रख घूमाएं और कुल्ला कर लें.
  • इससे मौखिक हेल्थ को मदद मिलती है.

नमक के पानी से गरारे

  • नमक को प्रभावी एंटीसेप्टिक माना जाता है जो इंफ्लामेशन को घटाने में कारगर है.
  • सेंसिटिव दांतों के लक्षणों को कम करने के लिए दिन में दो बार नमक के पानी से गरारे करने चाहिए.
  • इसके लिए आप 1 गिलास गुनगुने पानी में ½ से लेकर ¾ चम्मच नमक को मिला लें.
  • इसके बाद घोल को मुंह में 30 सेकेंड तक रखें और फिर कुल्ला कर लें.

हल्दी

  • भोजन के अलावा हल्दी का उपयोग कई एंटी इंफ्लामेटरी इलाजों में भी किया जाता है.
  • हल्दी में मौजूद करक्यूमिन जैसे कंपाउंड को एंटी इंफ्लामेटरी प्रभावों के लिए जाना जाता है.
  • इसका उपयोग आयुर्वेदिक इलाजों में किया जाता है जैसे पाचन संबंधी विकारों और घावों को भरना आदि.
  • मौखिक हेल्थ से लेकर दांतों की संवेदनशीलता को कम करने के लिए, दांतों पर हल्दी मसाज करने से लाभ मिलता है.
  • इसका आप पेस्ट भी बना सकते है जिसके लिए 1 चम्मच हल्दी, ½ चम्मच नमक, ½ चम्मच सरसों का तेल मिलाकर पेस्ट बनाना.
  • दर्द से राहत के लिए मसूड़ों और दांतों पर इस पेस्ट को लगाया जा सकता है.

हाइड्रोजन पेरोक्साइड

  • यह हल्की एंटीसेप्टिक और डिसइंफेक्टेंट होती है.
  • सामान्यता इसका उपयोग जले, कटे और अन्य प्रकार के घावों पर इंफेक्शन से बचाव के लिए किया जाता है.
  • इसका उपयोग मसूड़ों के घावों को ठीक करने और इंफ्लामेशन से बचाव करने के लिए भी किया जाता है.
  • हाइड्रोजन पेरोक्साइड को माउथवॉश के रूप में उपयोग करने के लिए 2 ढक्कन हाइड्रोजन पेरोक्साइड को उतनी ही मात्रा के पानी में मिला लें.
  • इस सॉल्यूशन को मुंह में 30 सेकेंड तक रखें और कुल्ला कर लें.
  • इसके बाद मुंह को सादा पानी से कुल्ला कर लें.

ग्रीन टी

  • ग्रीन टी के कई हेल्थ बेनिफिट्स होते है.
  • इसका उपयोग कैंसर से बचाव करने और कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ अध्ययनों में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों पर होता है.
  • ग्रीन टी ओरल हेल्थ में भी सहायक होती है.
  • दांतों की संवेदनशीलता के मामलों में, बिना मीठी ग्रीन टी को दिन में दो बार माउथवॉश के रूप में उपयोग किया जाता है जिससे दांतों को मजबूती और इंफ्लामेशन कम होती है.

केप्साइसिन

  • कई सारी मिर्चों में केप्साइसिन मौजूद होता है जो एक कंपाउंड है.
  • इसी कारण यह मिर्चों को तीखा बनाता है.
  • केप्साइसिन में एनलजेसिक गुण होते है जिनका उपयोग इंफ्लामेशन और दर्द को कम करने के लिए होता है.
  • सेंसिटिव दांतों के लिए केप्साइसिन को टॉपिकल जैल या माउथवॉश के रूप में उपयोग किया जा सकता है.
  • इसे लगाने पर जलन हो सकती है लेकिन इससे दर्द के लक्षणों में राहत मिलती है.

टूथपेस्ट

  • सेंसिटिव दांतों के लिए कुछ विशेष टूथपेस्ट होते है जिनमें नसों को उत्तेजक से बचाने वाले कंपाउंड मौजूद होते है. (जानें – ब्रश करते समय खून आने के बारे में)
  • सबसे सक्रिय सामग्रियों में से एक पोटेशियम नाइट्रेट होता है जो दर्द के सिग्नलों को ब्लॉक करके, उन्हें दिमाग तक सिग्नल नहीं पहुंचने देता है.
  • इसका कुछ बार इस्तेमाल करने के बाद संवेदनशीलता कम हो जाती है.
  • डेंटिस्टों द्वारा सॉफ्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश और लो एसिड या फ्लूओराइड माउथवॉश उपयोग करने की सलाह दी जाती है.

सेंसिटिव दांतों से बचाव कैसे करें

  • घरेलू उपायों से दर्द के लक्षणों से अस्थाई रूप से राहत मिल सकती है.
  • लेकिन कुछ चीज़े है जो दांतों को नुकसान होने से रोक सकती है.
  • इसके लिए जरूरी है कि अच्छी ओरल हाइजीन को बनाए रखा जाए जिससे दांतों और मुंह को साफ रखा जा सके. (जानें – पीले दांतों से छुटकारा कैसे पाएं)
  • छीलना और इर्रिटेशन से बचने के लिए सॉफ्ट ब्रश का उपयोग करें.
  • एसिडिक फ़ूड्स और पेय पदार्थों के सेवन को सीमित करें, अधिक सेवन से दांतों के इनेमल को नुकसान हो सकता है.
  • नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जांच के लिए जाएं.
  • अगर आप रात को सोते समय दांतों को कटकटाते है तो माउथगार्ड का उपयोग करें.

सेंसिटिव दांतों के दर्द से छुटकारा कैसे पाएं – pain relief for sensitive teeth in hindi

  • नियमित रूप से दंत विशेषज्ञ से जांच कराते रहने से इसका पता लगाया जा सकता है.
  • इसके अलावा भोजन या पेय पदार्थों के बाद दांत में दर्द का अनुभव करने पर डेंटिस्ट से जांच करवानी चाहिए.
  • किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले संवेदनशीलता के कारणों का पता लगाना जरूरी होता है.
  • जबकि दांतों के दर्द को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपचारों को आज़माया जा सकता है.

अंत में

दांतों के दर्द और सेंसिटिविटी का इलाज करने के लिए कई घरेलू उपायों को आज़माया जा सकता है. हालांकि, डेंटिस्टों द्वारा इसके लिए उचित उपचार दिया जाता है.

घरेलू उपायों से दर्द को अस्थाई रूप कम कर राहत मिल सकती है लेकिन असहजता को कम करने का यह स्थाई रूप नहीं है. (जानें – दांतों के कालेपन के बारे में)

लक्षणों के कुछ दिनों से अधिक बने रहने के कारण आपको अतिरिक्त ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है. इसके लिए डेंटिस्ट से बात उचित सलाह ली जानी चाहिए.

References –

 

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