इस लेख में आप जानेंगे साइनस इंफेक्शन के लक्षणों, इलाज और बचाव के बारे में –

साइनस इंफेक्शन के लक्षण – sinus infection symptoms

साइनस सिरदर्द

  • साइनस के चलते हमेशा बने रहने वाला प्रेशर और सूजन के कारण आपको सिरदर्द के लक्षण दिख सकते है.
  • साइनस दर्द के कारण आपको कान में दर्द, दांत में दर्द समेत जबड़े या गालों में दर्द भी हो सकता है.
  • सुबह के समय साइनस का दर्द बेहद खराब होता है क्योंकि फ्लूइड सारी रात जमा होता रहता है.
  • इसके अलावा वातावरण के प्रेशर में बदलाव के कारण सिरदर्द ज्यादा खराब हो जाता है.

गले में खराश और खांसी

  • लंबे समय तक साइनस का डिस्चार्ज गले में पीछे की तरफ गिरने से असहजता महसूस होती है.
  • जिससे लगातार खांसी बने रहने जो लेटने पर या रात को नींद के दौरान और सुबह उठने पर खराब हो जाते है.
  • इससे रात को नींद लेने में परेशानी होती है.
  • सीधे सोना या सिर को ऊंचा रखकर सोने से खांसने की तीव्रता और दोहराव में कमी आती है.

नाक बहना

  • साइनस इंफेक्शन के कारण नाक बहने पर आपको बार बार नाक सिनकने की जरूरत पड़ सकती है.
  • नाक से डिस्चार्ज क्लाउडी, हरा या पीला हो सकता है.
  • यह डिस्चार्ज आपके संक्रमित साइनस से आकर और नाक के रास्ते में जम जाता है.
  • डिस्चार्ज आपकी नाक को बाईपास करके गले के पीछले हिस्से में भी गिर सकता है.
  • जिससे आपको गले में खराश, खुजली या असहजता हो सकती है. (जानें – नाक बहने का घरेलू इलाज)
  • इसे पोस्टनेजल ड्रिप कहते है और इसमें आपको रात को लेटने पर नींद में जाने और सुबह उठने पर खांसी उठती है.
  • इससे आपकी आवाज में भारीपन भी आ सकता है.

आवाज़ भारी होना

  • पोस्ट नेजल ड्रिप से आपको गले में परेशानी का अनुभव हो सकता है.
  • यह अजीब उत्तेजना से शुरू होकर खराब हो सकता है.
  • इंफेक्शन के कुछ हफ्तों या उससे अधिक रहने पर म्यूकस से गले में इंफ्लेम या खुजली हो सकती है.
  • जिस कारण गले में खराश और आवाज में भारीपन हो सकता है.

क्रोनिक बनाम एक्यूट

  • विशेषज्ञों के अनुसार एक्यूट साइनसाइटिस केवल थोड़े समय चार हफ्तों से कम तक रहता है.
  • जबकि एक्यूट इंफेक्शन सर्दी या अन्य सांस संबंधी रोगों का हिस्सा होता है.
  • क्रोनिक साइनस इंफेक्शन 12 हफ्तों अधिक या बार बार लौटना हो सकता है.
  • इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने माना हैं कि साइनसाइटिस के मुख्य मापदंड में चेहरे पर दर्द, संक्रमित नाक बहना और नाक बंद होना है.
  • कई सारे साइनस इंफेक्शन के आम लक्षण एक्यूट और क्रोनिक दोनों रूपों में होते है.
  • इंफेक्शन का अंदेशा होने पर डॉक्टर से सलाह लेकर कारण पता लगाकर ट्रीटमेंट लिया जाना चाहिए.

नाक बंद होना

  • आपकी इंफ्लेम्ड साइनस के कारण नाक से सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है.
  • इंफेक्शन के कारण नेजल पैसेज और साइनस की सूजन हो सकती है.
  • नाक बंद होन के कारण आपको सूंघने या स्वाद न आने में परेशानी हो सकती है.
  • आपकी आवाज़ में भी भारीपन हो सकती है. 

साइनस में दर्द

  • साइनसाइटिस का सबसे आम लक्षण दर्द है.
  • नाक के आगे, आंखों के ऊपर नीचे कई अलग साइनस मौजूद होते है.
  • साइनस इंफेक्शन होने पर इनमें से किसी में भी दर्द हो सकता है.
  • इंफ्लामेशन और सूजन के कारण साइनस में ऐंठन और हल्का प्रेशर महसूस हो सकता है.
  • आपको माथे, नाक के किसी भी साइड, जबड़े के ऊपरी हिस्से या आंखों में बीच दर्द महसूस हो सकता है.
  • जिससे आपको सिरदर्द भी हो सकता है.

साइनसाइटिस

  • मेडिकली इसे राइनोसाइनसाइटिस कहा जाता है, यह एक ऐसा साइनस इंफेक्शन है जो नाक की कैविटी के संक्रमित, सूजन और इंफ्लेम्ड होने पर होता है.
  • इसका कारण वायरस होता है और यह दूसरे ऊपरी सांस संबंधी लक्षणों के चले जाने पर भी रहते है.
  • कुछ मामलों में बैक्टीरिया या रेयर फंगस के कारण साइनस इंफेक्शन होता है.
  • अन्य कंडीशन जैसे एलर्जी, नेजल पॉलिप्स और दांत का इंफेक्शन भी साइनस के दर्द और लक्षणों में योगदान दे सकते है.

साइनस इंफेक्शन के लिए डॉक्टर से कब मिलें

  • बुखार, नाक बहना, नाक बंद होना या चेहरे में दर्द 10 दिन से अधिक तक रहना या बार बार होने पर डॉक्टर से मिलकर सलाह लें.
  • बुखार क्रोनिक या एक्यूट साइनसाइटिस का विशिष्ट लक्षण नहीं होता है. (जानें – एलर्जी के घरेलू उपाय)
  • क्रोनिक इंफेक्शन का कारण वाली कोई अंतर्निर्हित कंडीशन हो सकती है जिसके लिए आपको विशेष ट्रीटमेंट की जरूरत होती है.

साइनस इंफेक्शन का इलाज

नाक की सिंचाई

  • हाल ही में हुए अध्ययनों में देखा गया है कि नाक की सिंचाई करने से एक्यूट और क्रोनिक दोनों प्रकार के साइनसाइटिस समेत एलर्जिक राइनाइटिस और मौसमी एलर्जी में उपयोगी साबित हुए है.
  • नल के पानी के मामले में पहले उसे उबाल लें और फ़िर उसे ठंडा होने के लिए रख दें.
  • इसके अलावा आपके घर में फ़िल्टर होने पर आप उसका उपयोग कर सकते हैं.
  • नाक के लिए सॉल्यूशन बनाने के लिए 1 कप गुनगुने पानी में ½ चम्मच नमक और ½ चम्मच बेकिंग सोडा डाले.
  • इसे आप नेजल स्प्रे के माध्यम से नाक में डाल सकते है या फिर सीधे धारा बनाकर भी नाक में डाला जा सकता है.
  • सलाइन और बेकिंग सोडा के मिस्कचर से साइनस को साफ कर डिस्चार्ज, सूखापन और एलर्जी करने वाले दूषक बाहर हो जाते है. 

एंटीबायोटिक्स

  • एमोक्सिलिन जैसी दवाओं का उपयोग एक्यूट साइनसाइटिस में किया जाता है.
  • इसे अन्य प्रकार के ट्रीटमेंट के फेल हो जाने पर किया जाता है.
  • डॉक्टर की सलाह के बाद ही एंटीबायोटिक्स का सेवन किया जाना चाहिए.
  • दवा के साइड इफेक्ट में रैश, दस्त, पेट की समस्या आदि हो सकते है.

ओटीसी दवाएं

  • आप नेजल स्प्रे का उपयोग कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहें यह थोड़े समय के लिए राहत देता है. साथ ही इसका उपयोग 3 दिन से अधिक नहीं किया जाना चाहिए.
  • लंबे समय तक उपयोग करने से नाक बंद होने फिर से शुरू हो सकता है.
  • जबकि हमेशा ध्यान रखें कि लंबे समय तक उपयोग लक्षणों को खराब कर सकता है.
  • इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, प्रोस्टेट समस्या, ग्लूकोमा या नींद में परेशानी वाले लोगों को डिकंजेस्टेट नहीं लेने चाहिए.
  • पहले से कोई रोग होने पर अपने डॉक्टर से बात कर बेहतर विकल्प जानें.

क्या साइनस इंफेक्शन से बचाव हो सकता है?

  • नाक और साइनस को असहज करने वाली चीज़ों से बचें.
  • सिगरेट आदि पीने से साइनसाइटिस का रिस्क बढ़ सकता है.
  • स्मोकिंग करने से नाक, मुंह, गला और सांस लेने के सिस्टम के नैचुरल एलिमेंट को नुकसान होता है.
  • सर्दी खांसी के मौसम में पर्सनल हाइजीन को बनाए रखना चाहिए.
  • किसी चीज़ से एलर्जिक होने पर डॉक्टर से बात कर उचित उपचार लिया जाना चाहिए. 

बच्चों में साइनस इंफेक्शन

बच्चों में एलर्जी और नाक कान के इंफेक्शन की संभावना रहती है. निम्न लक्षण होने पर आपके बच्चे को साइनस इंफेक्शन हो सकता है –

  • सर्दी का बुखार के साथ 7 से अधिक दिन तक रहना
  • आंखों के आसपास सूजन
  • नाक से पतला, रंग वाला म्यूकस
  • पोस्ट नेजल ड्रिप के बाद सांस की बदबू, मतली या उल्टी होना
  • सिरदर्द
  • कान में दर्द

बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर से बात कर सलाह लें. बच्चे के 2 साल से कम होने पर ओटीसी या सर्दी की दवाएं न दें.

अधिकांश बच्चे एंटीबायोटिक्स की मदद से साइनस इंफेक्शन से पूरी तरह ठीक हो जाते है. साइनसाइटिस के गंभीर मामलों में या दूसरी अन्य जटिलताओं के मामलों में एंटीबायोटिक्स का उपयोग होता है. (जानें – साइनस आपकी हेल्थ को कैसे प्रभावित करता है)

इलाज का असर न होने या क्रोनिक साइनसाइटिस विकसित होने के मामलों में डॉक्टर आपको ईएनटी विशेषज्ञ के पास रेफर कर सकते हैं.

अंत में

सही इलाज और दवाओं के साथ एक्यूट साइनसाइटिस एक या दो हफ्तों में ठीक हो जाता है. क्रोनिक साइनसाइटिस के गंभीर मामलों में विशेषज्ञ या लंबे समय तक ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है. जिसमें बार बार इंफेक्शन होने के कारण का पता लगाया जाता है. (जानें – बच्चों के लिए हेल्दी आदतें)

क्रोनिक साइनसाइटिस 3 या अधिक महीनों तक रह सकता है. अच्छी हाईजीन, साइनस को साफ और नमी भरा रखने से लक्षणों को तेज़ी से ठीक करने में मदद मिलती है.

References –

 

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