इस लेख में आप जानेंगे विटामिन-के रिच फ़ूड्स के बारे में –
विटामिन-के रिच फ़ूड्स – Vitamin k rich foods in hindi
- काले
- हरी सेम
- हार्ड चीज
- सरसों का साग
- किवी
- मटर
- कॉलार्ड ग्रीन
- सोयाबिन तेल
- पालक
- एवोकाडो
- ब्रोकली
- सॉफ्ट चीज
- ब्रसल स्प्राउट्स
विटामिन-के रिच सब्जियां
- काले
- सरसो का साग
- पत्तागोभी
- ब्रोकली
- कॉलार्ड ग्रीन
- ब्रसल स्प्राउट्स
- पालक
विटामिन-के रिच फल
- किवी
- एवोकाडो
- आलूबुखारा
- अनार
- काले शहतूत
- ब्लूबेरी
- टमाटर
- अंगूर
- अंजीर
विटामिन-के रिच नट्स और दाल
- हरी सेम
- वालनट्स
- सोयाबीन
- हेजलनट्स
- काजू
- राजमा
- चिलगोजा
- पेकान
- हरी मटर
विटामिन-के
- विटामिन-के कंपाउंड का ग्रुप है जो दो ग्रुप में होता है – विटामिन-के1 और विटामिन-के2.
- इसका विटामिन-के1 प्रकार सबसे आम है जो प्लांट सोर्स से प्राप्त किया जा सकता है.
- जबकि विटामिन-के2 जानवरों वाले फूड्स से प्राप्त किया जा सकता है.
निम्न फूड्स में रोजाना विटामिन-के की मात्रा –
- काले – प्रति 100 ग्राम 817 एमसीजी
- वालनट्स – प्रति 100 ग्राम 2.7 एमसीजी
- हरी सेम – प्रति 100 ग्राम 48 एमसीजी
- आलूबुखारा – प्रति 100 ग्राम 60 एमसीजी
- हार्ड चीज – प्रति 100 ग्राम 87 एमसीजी
- अनार – प्रति 100 ग्राम 16 एमसीजी
- सरसों का साग – प्रति 100 ग्राम 593 एमसीजी
- ब्लैकबेरी – प्रति 100 ग्राम 20 एमसीजी
- किवी – प्रति 100 ग्राम 40 एमसीजी
- हेजलनट्स – प्रति 100 ग्राम 14 एमसीजी
- मटर – प्रति 100 ग्राम 26 एमसीजी
- अंगूर – प्रति 100 ग्राम 15 एमसीजी
- कॉलार्ड ग्रीन – प्रति 100 ग्राम 407 एमसीजी
- सोयाबीन तेल – प्रति 100 ग्राम 184 एमसीजी
- टमाटर – प्रति 100 ग्राम 43 एमसीजी
- राजमा – प्रति 100 ग्राम 8.4 एमसीजी
- पालक – प्रति 100 ग्राम 483 एमसीजी
- अंजीर – प्रति 100 ग्राम 16 एमसीजी
- एवोकाडो – प्रति 100 ग्राम 21 एमसीजी
- ब्लूबेरी – प्रति 100 ग्राम 19 एमसीजी
- ब्रोकली – प्रति 100 ग्राम 141 एमसीजी
- काजू – प्रति 100 ग्राम 34 एमसीजी
- सॉफ्ट चीज – प्रति 100 ग्राम 59 एमसीजी
- ब्रसल स्प्राउट्स – प्रति 100 ग्राम 140 एमसीजी
अंत में
हमारे शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक विटामिन-के है जो ब्लड क्लोटिंग, हार्ट हेल्थ और हड्डियों में अहम भूमिका निभाते है. (जानें – पनीर के फायदे और नुकसान)
विटामिन-के की कमी काफी रेयर होती है जो समय के साथ सेहत पर असर डालती है. सही से सेवन न करने पर ब्लीडिंग, कमजोर हड्डियां और हार्ट रोग का रिस्क विकसित हो सकता है. इसलिए ऊपर बताई गई लिस्ट वाले फ़ूड्स खाने से लाभ मिल सकता है.
References –
- https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/11356998/
- https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/2625450/
- https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/18202532/