दुनियाभर में काफी सारी प्राचीन चिकित्सा के तरीकों में जिनसेंग का उपयोग होता आ रहा है. धीरे से बढ़ने वाले इस छोटे पौधे के तीन प्रकार होते है जो इसके बढ़ने पर निर्भर करते है. यह फ्रैश, वाइट या रेड होते है.

फ्रैश जिनसेंग को 4 साल से पहले काट लिया जाता है. जबकि सफेद जिनसेंग को 4 से 6 साल के बीच काटा जाता है. वहीं लाल जिनसेंग को 6 साल के बाद काटा जाता है.

हर्ब काफी सारे प्रकार की है, लेेकिन अमेरिकन और एशियन जिनसेंग सबसे ज्यादा पॉपुलर है. इन दोनों जिनसेंग में अंतर इनमें मौजूद एक्टिव कंपाउंड और शरीर पर उनके प्रभाव होते है. ऐसा माना जाता है कि अमेरिकन जिनसेंग रिलैक्स करने वाले एजेंट के रूप में काम करती है वहीं एशियन जिनसेंग के स्फूर्तिदायक प्रभाव होते है.

जिनसेंग में दो महत्त्वपूर्ण कंपाउंड होते है – जिनसेनोसाइड्स और जिनटोनिन. यह दोनों कंपाउंड के सेहत पर काफी अच्छे प्रभाव पड़ते है और फायदा होता है. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है जिनसेंग के फायदे – 

जिनसेंग के फायदे – ginseng benefits in hindi

इम्यून सिस्टम को बेहतर करने

  • कुछ अध्ययनों में सर्जरी या कीमोथेरेपी लेने वाले कैंसर मरीजों के इम्यून सिस्टम पर इसके प्रभावों को फोकस किया गया है.
  • जिसमें इम्यून सिस्टम के फंक्शन में सुधार और लक्षणों का कम दिखना देखा गया है.
  • रिसर्च में यह भी जानने को मिला कि जिनसेंग लेने पर कुछ वैक्सीन का प्रभाव बढ़ जाता है. 

इंफ्लामेशन कम करने वाले एंटीऑक्सीडेंट

  • जिनसेंग में जरूरी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते है.
  • कुछ टेस्ट ट्यूब अध्ययनों के अनुसार, जिनसेंग का अर्क लेने से इंफ्लामेशन कम होने और सेल्स में एंटीऑक्सीडेंट क्षमता बढ़ती है.
  • उदाहरण के लिए, कोरियन रेड जिनसेंग पर हुए टेस्ट ट्यूब अध्ययन में इसके अर्क से एक्जिमा वाले रोगियो में स्किन सेल्स में एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी बेहतर होती है.
  • रिसर्च के अनुसार यह भी देखने को मिला है कि रेड जिनसेंग से ऑक्सीडेटिव तनाव कम होने और एंटीऑक्सीडेंट की एक्टिविटी बेहतर होती है.

एनर्जी लेवल बढ़ाने

  • जिनसेंग को थकान से लड़ने और एनर्जी को बढ़ाने में मदद करने के रूप में जाना जाता है.
  • इसमें कुछ तत्व ऐसे होते है जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने, एनर्जी बनाने सेल्स को ज्यादा विकसित करने में मदद करते है.
  • इससे थकान से लड़ने में मदद मिलती है.
  • कुछ शोधों में यह भी देखने को मिला है कि थकान से लड़ने के साथ साथ शारीरिक गतिविधि बेहतर करने में मदद मिलती है.

कैंसर के खिलाफ

  • कुछ प्रकार के कैंसर रिस्क को कम करने में जिनसेंग मदद करता है.
  • हर्ब में मौजूद तत्व सूजन को कम करके एंटीऑक्सीडेंट प्रोटेक्शन उपलब्ध कराते है.
  • हालांकि एक अध्ययन में यह भी बताया गया है कि जिनसेंग के सेवन से कुछ प्रकार के कैंसर जैसे लिप्स, माउथ, गला, पेट, कोलन, लिवर और फेफड़ों के कैंसर विकसित होने के आसार कम हो जाते है.
  • कीमोथेरेपी लेने वाले लोगों में जिनसेंग सेहत में सुधार करता है.

ब्लड शुगर कम करने

  • डायबिटीज वाले रोगियों में जिनसेंग को ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद के रूप में जाना जाता है.
  • इसके अलावा जिनसेंग को पैक्रियेटिक सेल्स फंक्शन बेहतर करने, इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद करता है.
  • रेड जिनसेंग को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में सबसे प्रभावी माना जाता है.

दिमाग के फंक्शन को बेहतर करने

  • जिनसेंग के सेवन से दिमाग का फंक्शन बेहतर करने जैसे याददाश्त, मूड और व्यवहार बेहतर करने में मदद मिलती है.
  • टेस्ट ट्यूब अध्ययनों में देखने को मिला है कि जिनसेंग में मौजूद तत्व दिमाग को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते है.
  • इसके बेहतर असर के लिए नियमित रूप से डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ ली जानी चाहिए.
  • एक अध्ययन में देखने को मिला है कि यह दिमाग का फंक्शन और अल्जाइमर रोगियों में व्यवहार को ठीक करने में मदद करता है.

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या

  • रिसर्च के अनुसार, ईडी की समस्या वाले रोगियों में जिनसेंग काफी फायदा देता है.
  • इसमें मौजूद कंपाउंड ब्लड वेसल्स और पेनिस टिश्यू में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके सामान्य फंक्शन करने में मदद करती है.
  • अध्ययन के अनुसार, जिनसेंग शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का प्रोडक्शन बढ़ाकर, पेनिस में मांसपेशी रिलैक्शेसन बेहतर करके, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है.

डाइट में आसानी से लेने

  • जिनसेंग की जड़ का उपयोग काफी तरीकों से किया जा सकता है.
  • इसे कच्चा या हल्का से पकाकर भी खाया जा सकता है.
  • इसे पानी में उबालकर अर्क को पी सकते है.
  • भोजन करने से पहले इसे लेने से भोजन को अवशोषण बेहतर होता है.
  • जिनसेंग को चाय में डालकर रेसिपी आज़माई जा सकती है.
  • यह टैबलेट, कैप्सूल, ऑयल फॉर्म में उपलब्ध है.

साइड इफेक्ट

  • रिसर्च के अनुसार जिनसेंग को सुरक्षित माना जाता है और इसके कोई खासा साइड इफेक्ट नहीं होते है.
  • डायबिटीज की दवा लेने लोगों को ब्लड शुगर लेवल देखते रहने चाहिए.
  • कोशिश करनी चाहिए कि यह लेवल ज्यादा कम न हो.
  • जिनसेंग को एंटीकॉगुलेंट ड्रग के प्रभाव को कम करने के रूप में जाना जाता है.
  • इसका सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से बात करनी चाहिए.
  • कम अध्ययनों के कारण जिनसेंग को प्रेगनेंट या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के अलावा बच्चों को भी नहीं दिया जाना चाहिए.
  • जिनसेंग का ज्यादा इस्तेमाल इसकी प्रभावशिलता को कम कर सकता है.

अंत में

जिनसेंग एक हर्बस सप्लीमेंट है जिसका उपयोग कई शातब्दीयों से होता आ रहा है. इसे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंप्लामेटरी गुणों के लिए जाना जाता है. यह ब्लड शुगर लेवल को बेहतर करने और कुछ विशेष प्रकार के कैंसरों में काफी बेनेफिट्स देती है.

इन सभी के अलावा जिनसेंग का उपयोग इम्यून सिस्टम को अच्छा करने, दिमाग के फंक्शन को बढ़ाने, थकान से लड़ने और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लक्षण बेहतर करने में मदद करते है. इसे कच्चा या हल्का से स्टेम करके भी खाया जा सकता है. अगर आप किसी विशेष कंडीशन को बेहतर या हेल्थ को बूस्ट करना चाहते है तो जिनसेंग को आज़मा सकते है.

References –

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