आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाएं –

वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाएं – homeopathic medicine for weight loss in hindi

  • कल्केरिया कार्बोनिका – यह ऑइस्टर शेल से बनते है.
  • ग्रैफाइटिस – यह कार्बन से बनती है.
  • पल्सेटिला निग्रिकेस – यह विंडफ्लावर से बनती है.
  • नेट्रम म्यूरिएटिकम – यह सोडियम क्लोराइड से बनती है.
  • इग्नेशिया – यह पेड़ के बीज से बनती है.

क्या वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक उपचार कारगर है – does homeopathy treatment for weight loss work in hindi

  • वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं के उपयोग पर सीमित अध्ययन उपलब्ध है.
  • रिसर्च में देखने को मिला कि होम्योपैथी उपचार के साथ पोषण देने पर ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है.
  • साथ ही यह भी देखा गया कि होम्योपैथिक ट्रीटमेंट से बीएमआई पर कुछ खासा फर्क नही पड़ता है.
  • प्रेगनेंसी के दौरान होम्योपैथी उपचार लेने से भूण पर असर पड़ सकता है.
  • गर्भावस्था के दौरान इस उपचार को सुरक्षित नही माना जाता है.
  • प्रेगनेंट होने पर होम्योपैथी दवाओं के उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.

वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट – side effects of using homeopathic medicine for weight loss in hindi

इसके साइड इफेक्ट के बारे में कोई ठोस जानकारी नही है. लेकिन कुछ साइड इफेक्ट का अनुभव हो सकता है जैसे –

  • हाल में ली जा रही दवाओं के साथ इंटरैक्शन
  • एलर्जिक रिएक्शन जैसे रेश होना
  • मतली

कुछ होम्योपैथिक उपचार में टॉक्सिक सामग्री होती है जिनके ठीक से न घूलने पर समस्या हो सकती है. इनके इस्तेमाल से पहले होम्योपैथिक डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए.

वजन कम करने का प्रभावी तरीके – proven way to lose weight in hindi

  • डाइट पर कंट्रोल के साथ एक्सरसाइज को वजन घटाने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक माना जाता है.
  • सुरक्षित रूप से वजन कम करने के लिए कम कैलोरी खाना और शारीरिक एक्सरसाइज ज्यादा करना होता है.
  • हेल्दी महिलाओं को दिन में कम से कम 1200 कैलोरी खानी चाहिए.
  • हेल्दी पुरूषों को दिन में कम से कम 1500 कैलोरी खानी चाहिए.
  • वजन कम करने के लिए हफ्ते दर हफ्ते के हिसाब से लक्ष्य रखें.
  • तेजी से वजन कम करना नुकसान दे सकता है.

होम्योपैथिक दवाओं से वजन कम करने की सोच रहे है तो होम्योपैथी विशेषज्ञ से जरूर सलाह लेनी चाहिए.

अंत में

अलग अलग कंडीशन का उपचार करने के लिए होम्योपैथी प्राकृतिक उपायों जैसे प्लांट, मिनरल और जानवरों के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करता है. कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें इससे लाभ मिलता है लेकिन वैज्ञानिक रूप से ऐसे कोई तथ्य नही है जो होम्योपैथिक उपचार को सपोर्ट करते है.

इसकी शुरूआत 18 वी शताब्दी में हुई थी. यह ‘लाइक क्योर लाइक’ के मूल सिद्धांत पर काम करती है जिसका अर्थ होता है कि अगर कोई चीज़ बीमारी का कारण होती है तो वह उसका इलाज भी हो सकती है.

इसके लिए कुछ अर्क को पानी के साथ मिलाकर होम्योपैथिक दवाएं तैयार की जाती है. जिसमें से कुछ टॉक्सिक होती है. हालांकि यह काफी ज्यादा घूलनशील होते है जिसके लेवल माइक्रोस्कोप तक से देखे जाने मुश्किल होते है.

इसी कारण रोग का इलाज कर इसका प्रभाव देखने को मिलता है.

अगर बात करें वजन घटाने की तो हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के साथ ऐसा करना काफी प्रभावी माना जाता है. होम्योपैथिक उपायों की बात करें तो वजन कम करने के लिए यह प्रभावी हो सकते है. परंतु हेल्थ के लिए यह सुरक्षित है या नही, इसके लिए कोई ठोस सबूत नही है.

किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए.

आपने सुना होगा की होम्योपैथिक दवाओं के उपयोग से आसानी से वजन कम किया जा सकता है. लेकिन इसको लेकर पुष्टि करने वाला कोई भी वैज्ञानिक या मेडिकल अध्ययन उपलब्ध नही है.

अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए किसी डॉक्टर या डाइटीशियन से संपर्क कर डाइट और एक्सरसाइज प्लान लेना चाहिए जिससे सुरक्षित रूप से वजन कम किया जा सकें.

References –

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