चीन में बैन है यह सोशल प्लेटफॉर्म – जानकर हो जाएंगे हैरान
व्हॉट्सऐप (Whatsapp)
चीन नें लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस सेवा व्हॉट्सऐप (Whatsapp) के वीडियो, वॉयस चैट और तस्वीरों पर प्रतिबंध लगाने के बाद इसके टेक्स्ट सेवा पर भी प्रतिबंध लगा दिया. फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने वर्ष 2014 में व्हॉट्सऐप का अधिग्रहण किया था.
फेसबुक (Facebook)
साल 2009 से ही फेसबुक चीन में बैन है. रिपोर्ट की माने तो सोशल प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध यह बताता है कि चीन ने इन मैसेजों से निपटने के लिए विशेषीकृत सॉफ्टवेयर प्रणाली विकसित किया हुआ है. यह प्रणाली एन्क्रिपशन प्रणाली पर निर्भर करती है जिसका प्रयोग सोशल प्लेटफॉर्म जैसी सेवाओं में होता है.
इंस्टाग्राम (Instagram)
इसकी शुरूआत 2010 में हुई थी. इसपर लोग अपनी फोटो आदि अपलोड करते है. वर्ष 2014 में ही इंस्टाग्राम को चीन द्वारा बैन किया जा चुका है.
ट्विटर (Twitter)
इसकी शुरूआत वर्ष 2006 में अमेरिका में हुई जिसे चीन ने बाद में बैन कर दिया.
गूगल (Google)
गूगल से सिर्फ इसके सर्च इंजन तक सीमित न समझे. इसके अंदर गूगल की सारी सर्विसेज जैसे गूगल मैप, जी-मेल, गूगल प्लस, आदि पर भी चीन में प्रतिबंध है.
इसके स्थान पर चीनी सरकार द्वारा बायडू(Baidu), याहू (Yahoo) आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है.
यूट्यूब (Youtube)
चीन के अधिकतर हिस्से में आप यूट्यूब भी ऐक्सेस नही कर सकते है.
विकिपीडिया (Wikipedia)
इस देश के पास अपने नागिरकों को सूचित करने के लिए अपने ही साधन है.
इन सभी के अलावा नेटफ्लीक्स, कौरा, बीबीसी न्यूज़, ब्लॉगस्पॉट आदि भी चीन में बैन है.
अपनी अलग दुनिया
इस कारण से दुनिया के बचे हुए हिस्सो में चीन को लेकर कुछ भी स्पष्ट जानकारी नही है. जिसके चलते वहां की सरकार चीज़ों को गुप्त रख पाने में अधिक सक्षम है. जबकि चीन ने अपने देश में सोशल मीडिया के दूसरे माध्यम विकसित किए हुए जिसमें दुनियाभर में लोकप्रिय टिक टॉक, हैलो एप, म्यूजिकली आदि जैसे प्लेटफॉर्म शामिल है.