किसी के भी लिए पहली बार सेक्स करना काफी सोचने का विषय हो सकता है फिर चाहे आप किसी के भी साथ सेक्स क्यों न कर रहें हों.

किसी भी 3 अलग लिंगों (किन्नर, महिला और पुरूष) के बीच पहली बार सेक्स होना और आनंद उठाने के लिए कई सेक्स पोजीशन का इस्तेमाल किया जा सकता है.

लेकिन हमें यह बिल्कुल भी नही भूलना चाहिए कि दुनिया में हर तरह की सोच और पसंद रखने वाले लोग होते है. जिन्हें समाज में अपनाया भी जा रहा है. उन्हीं में से एक केटेगरी उन लोगों की होती है जिन्हें अपने लिंग में ही लोग पसंद (kinnar sex) आते है. ऐसा होना कोई बिमारी आदि नही होता है. आज हम आपको बताने वाले है गे सेक्स के बारे में जुड़े मिथक, ग़लतफ़हमीओं और सेफ गे सेक्स कैसे किया जाता है –

गे सेक्स के कितने प्रकार होते है? – Types of gay sex in hindi?

गे सेक्स के बारे में बताने से पहले यह जानना जरूरी है कि ऐसे बहुत सारे शब्द है जो अलग प्रकार के सेक्स को संदर्भित करते है. जैसे –

  • गे सेक्स – यह दो पुरूषों के बीच होता है लेकिन इसका मतलब यह नही की किसी पुरूष को गे बोल दिया जाए. इसके लिए बायसेक्सुअल शब्द का प्रयोग किया जाता है जिसमें लोग अपने लिंग के इंसान को पसंद करते हैं.
  • इसके अलावा यह पैनसेक्सुअल, क्वीर या हेट्रोसेक्सुअल के रूप में जाना जा सकता है.
  • गे सेक्स सिर्फ सिसजेंडर कपल्स तक सीमित नही होता है.
  • इसके अंदर महिला, पुरूष व तीसरे लिंग (kinnar sex) वाले लोग भी आ सकते है.
  • हेट्रोसेक्सुअल कपल्स की बात करें तो वे ओरल, मैनुअल या पेनेट्रेटिव सेक्स कर सकते है जो उनकी अपनी पसंद पर निर्भर करता है. 
  • इसी तरह गे सेक्स भी दो पुरूषों के बीच अपनी पसंद अनुसार हो सकता है.

(पढ़ें – अपने पार्टनर को बेहतर ढंग से जानने में मदद करता है तांत्रिक सेक्स)

अलग लोगों के लिए सेक्स का अलग मतलब होता है?

जैसा की अधिकतर जगह पढ़ने को मिलता है कि सेक्स का मतलब होता – योनि में पेनिस का प्रवेश होता है. कुछ लोग उसे ही असली सेक्स मानते है. लेकिन कुछ लोगों के लिए सेक्स का मतलब अलग होता है. जैसे –

  • ओरल सेक्स – जिसे योनि, पेनिस या एनस पर किया जा सकता है.
  • मैनुअल सेक्स – जिसमें हैंड जॉब, फिंगरिंग, क्लीटोरल प्ले, एनल प्ले आदि किया जा सकता है.
  • ब्रेस्ट और निप्पल से खेलना
  • वेजाइना में पेनिस का प्रवेश करके
  • एनस में पेनिस का प्रवेश करके
  • सेक्स टॉय का इस्तेमाल
  • एक दूसरे को हस्तमैथुन करना
  • जनांनग को रब करना
  • चुंभन और गले लगना

गे सेक्स की परिभाषा अपनी पसंद और तरीकों पर निर्भर करती है इसके लिए कोई विशेष रूल बुक नही है.

गे सेक्स से जुड़े मिथक – Myths about gay sex in hindi

  • दोनों में से किसी एक को गर्लफ्रैंड बनना पड़ता है – कुछ लोगों को मानना है कि एक पार्टनर पेनिट्रेशन करता है जबकि दूसरा उसका आनंद उठाता है.
  • यह आसान है क्योंकि आप दोनों पुरूष है – ध्यान रहें कि अगर आप पुरूष है तो आप दोनों के पेनिस एक जैसे नही हो सकते है. पेनिस का साइज छोटा या बड़ा हो सकता है.
  • सेक्स टॉय का इस्तेमाल – पेनिस की शेप वाले सेक्स टॉय जिसे एक पार्टनर गुदा में प्रवेश किया जाता है. इससे आनंद मिल सकता है लेकिन यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है.
  • ऑर्गेज़म – काफी लोगों का मानना है कि सेक्स तब खत्म होता है जब एक या दोनों पार्टनर को ऑर्गेज़म होता है. बिना ऑर्गेज़म के भी आनंद उठाया जा सकता है जबकि सेक्स के दौरान ऑर्गेज़म होने पर सेक्स को स्टॉप किया जा सकता है.
  • एसटीआई या प्रेगनेंसी से बचाव – महिला और पुरूषों के बीच सेक्स होने पर प्रेगनेंट होने के चांस होते है. लेकिन गे सेक्स में ऐसा नही होता लेकिन जननांग के ज़रिए एसटीआई हो सकती है.

खुद को जानना

  • हस्तमैथुन से खुद को रिलैक्स किया जा सकता है. 
  • साथ ही यह पता लगाया जा सकता है कि कि आपको कैसा महसूस होता है.
  • इससे आपको यह भी पता लग सकता है कि कुछ खास जगहों पर छुने से आनंद मिलता है.
  • इसे अपने पार्टनर को बताने पर अधिक आनंद उठाया जा सकता है.
  • अगर आपके पार्टनर की भी पसंद एक जैसी है तो हस्तमैथुन करके लाभ उठाया जा सकता है.
  • ध्यान रहें कि हर कोई अलग होता है और सभी की पसंद अलग होती है.

अपने पार्टनर से बात करें

  • एक दूसरे की रज़ा मंदी जरूरी है.
  • इसलिए अगर आपके पार्टनर को सेक्स करने का मन है तो पता होना चाहिए कि सही समय है या नहीं.
  • याद रखें कि सेक्स से पहले रज़ा मंदी जरूरी है जिसे मन न होने पर मना किया जा सकता है.
  • नर्वस होने पर अपने पार्टनर से बात करनी चाहिए.
  • साथ ही अपनी मनोस्थिति को अपने पार्टनर से साझा करना चाहिए.
  • सेक्स से पहले या दौरान आप पूछ सकते है कि क्या में चुंबन कर सकता हूँ, सेक्स कर सकता हूँ, क्या हमें रूकना चाहिए आदि.
  • अगले लेवल पर जाने से पहले एक दूसरे से पूछना चाहिए.

चेस्ट और निप्पल प्ले से क्या आशा रखनी चाहिए

याद रखें कि कुछ पुरूषों के निप्पल संवेदनशील होते है, इसलिए प्यार से अपने पार्टनर से पूछ कर प्रेशर अप्लाई करें. इसके दौरान –

  • अंंगुलियों से निप्पल रब करना 
  • प्यार से निप्पल को पुल करना
  • लिकिंग करना, चूसना या निप्पल पर किस करना
  • निप्पल पर सेक्स टॉय का इस्तेमाल जैसे वाइब्रेटर आदि
  • निप्पल पर बर्फ की ब्लॉक या टिंगलिंग ल्यूब का प्रयोग करना

मैनुअल जेनिटल या एनल उत्तेजना से क्या आशा रखें

अपने हाथों का इस्तेमाल कर मैनुअल रूप से उत्तेजना की जा सकती है. अलग-अलग मोशन की इस्तेमाल या प्रयोग करके मज़ा उठाया जा सकता है.

(जानें – पुरूषों में जी-स्पॉट का पता कैसे करें)

पुरूष पार्टनर के लिए

  • एक दूसरे के पेनिस को पकड़कर हैंड जॉब देना.
  • प्रेशर और स्पीड के लिए अपने पार्टनर से पूछ सकते है.
  • पेनिस हेड को प्यार से रब या मसाज करना.
  • स्क्रोटम को छूना और मसाज करना.
  • गुदा के बाहर की स्कीन को छूना.
  • गुदा में फिंगर प्रवेश करना.

ओरल जेनिटल या एनल उत्तेजना से क्या आशा करें

ओरल सेक्स का मतलब होता है पार्टनर को आनंद देने के लिए मुँह और जीभ का इस्तेमाल करना, इसके लिए चुंबन, लिक करना या चूसना किया जा सकता है जो विशेष अंगों जैसे –

पुरूष पार्टनर के लिए –

  • पेनिस
  • स्क्रोटम या शाफ्ट
  • जांघ का अंदरूनी हिस्सा
  • गुदा 

फिंगरिंग या दूसरे किसी पेनिट्रेशन से क्या उम्मीद रखें

अधिकतर पेनिट्रेशन को पेनिस से जोड़ कर देखा जाता है, लेकिन सेक्स टॉय, फिंगर आदि के उपयोग से वेजाइना या एनस में पेनिट्रेट किया जा सकता है.

एनल

गुदा सेक्स से पहले जरूरी है कि थोड़ी बहुत तैयारी की जाए क्योंकि गुदा खुद से लूब्रिकेशन नही करता है. इसलिए आप –

  • गुदा में पेनिस
  • गुदा में फिंगरिंग
  • डिलडो या वाइब्रेटर का उपयोग
  • सेक्स टॉय का प्रयोग

सेक्स पोजीशन का इस्तेमाल – Top sex positions for gay in hindi

  • ओरल या मैनुअल सेक्स के लिए पैरों को खोलकर लेट जाएं
  • योनि में पेनिस प्रवेश के लिए मीशनरी सेक्स
  • एनल सेक्स के लिए डॉगी स्टाइल

एसटीआई

यह कई सारे फैक्टर पर निर्भर करता है जैसे –

  • आप किसी प्रकार की सेक्सुअल एक्टिविटी कर रहे हैं
  • आप और आपके पार्टनर की सेक्सुअल हिस्ट्री
  • कंडोम का इस्तेमाल या कोई अन्य मेथड

सेफ सेक्स कैसे करें – safe sex tips for kinnar sex in hindi

अन्य इंफेक्शन और एसटीआई के रिस्क को कम करने के लिए –

  • डेंटल डैम – इसका उपयोग ओरल सेक्स के अलावा वेजाइनल या एनल सेक्स के लिए किया जा सकता है.
  • एक्सटर्नल कंडोम – योनि या गुदा में पेनिस या ब्लो जॉब के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
  • इंटरनल कंडोम – इसे योनि में पेनिस प्रवेश या गुदा में पेनिस प्रवेश के लिए किया जाता है.
  • ग्लवस या फिंगर कॉट्स – फिंगरिंग, हैंड जॉब और क्लीटोरल उत्तेजना के लिए इस्तेमाल किए जा सकते है. इन्हें ल्यूब के साथ प्रयोग करने पर आसानी रहती है.
  • हाथों को साफ रखना – फिंगरिंग, क्लीटोरल उत्तेजना और हैंड जॉब के लिए हाथों को साफ रखना बहुत जरूरी होती है. साथ ही नाखूनों को छोटा रखना चाहिए.
  • लूब्रिकेट करना – पेनिट्रेटिव सेक्स के लिए ल्यूब का इस्तेमाल करने से टियर और जलन से बचा जा सकता है. खासकर एनल सेक्स के लिए क्योंकि गुदा खुद से लूब्रिकेशन नही बनाता है.
  • प्यूबिक साफ सफाई – अपने प्यूबिक एरिया को साफ रखना जरूरी होता है. जिससे किसी प्रकार का इंफेक्शन दूसरे को न हो.
  • सेक्स टॉय साफ रखें – डिलडो या दूसरे पेनेट्रेटिव टॉय पर कंडोम का इस्तेमाल करना बेहतर रहता है. इससे यह साफ भी रहते है.
  • समय समय पर टेस्ट – अगर आप एक पार्टनर या अधिक के साथ सेक्स करते है तो टेस्ट करवाना जरूरी है. 

अंत में

पहली बार सेक्स करना काफी अच्छा हो सकता है लेकिन हम आशा करते है कि ऊपर बताई गई जानकारी आपकी मदद करेगी. लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि सेक्स एक स्कील होती है जिसमें आप समय के साथ बेहतर होते जाते है.

References –

 

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