क्या आप अपने लिंग में आने वाले तनाव को बनाए रखने के समय से खुश नही है? तो आप अकेले नही है. इसके लिए यह जानना जरूरी है कि आप किसी समस्या से परेशान है या लिंग में सामान्य तनाव न रख पाना एक रेगुलर प्रक्रिया बन गया है.

किसी भी तरीके से समझें, अपने पार्टनर से बात करके, कुछ लाइफ़स्टाइल बदलावों के साथ नई आदतों से आपको लाभ मिल सकता है. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है ऐसी ही कुछ बातें – 

लिंग में तनाव (खड़ा) कैसे बनाएं रखें – how to get harder erection in hindi

बिस्तर पर कुछ नया आज़माए

  • सेक्स टॉय – वाइब्रेटर, पेनिस रिंग, बट्ट प्लग, एनल बीड से पेनिस, क्लीटोरिस या एनस को उत्तेजित किया जा सकता है.
  • सेक्स परफोर्मेंस पर कम फोकस करना – इसके स्थान पर छूने के एहसास को महसूस करे जिससे ज्यादा आनंद उठाया जा सके.
  • रोल प्ले करना – कोई परिस्थिति को बनाना या स्टोरी जैसी एक्टिंग करना जिससे सेक्स में मज़ा आए.
  • नई पोजीशन – योनि में पेनिस के प्रवेश वाले टाइम पर अपनी पार्टनर के पैरों को कंधों पर रख सकते है. इसके अलावा पीछे से डॉगी स्टाइल में भी सेक्स किया जा सकता है.
  • अन्य प्रकार के सेक्सुअल कॉन्टैक्ट – इसके लिए अपने मुँह या दूसरे हिस्सों का इस्तेमाल कर सकते है जिससे उत्तेजना अच्छी बन जाए.
  • दूसरे प्रकार के सेक्स – जरूरी नही कि हमेशा वेजाइनल सेक्स ही किया जाए. आप अपने पार्टनर से बात करके एनल सेक्स भी ट्राई कर सकते है.

फ़ूड, सब्ज़ियाँ, अनाज और दाल

  • इनमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में ब्लड फ्लो को बेहतर करती है जिसमें पेनिस शामिल है.
  • पेनिस तक ब्लड फ्लो का होना हेल्दी और नियमित इरेक्शन में लाभ देता है.
  • एंटीऑक्सीडेंट में पूर्ण फ़ूड्स हार्ट रिस्क को कम करने और बॉडी टिश्यू को बचाने में मदद करता है.
  • पालक, फॉलेट, हरी सब्जियाँ टेस्टोस्टेरोन लेवल को बूस्ट करती है.
  • विटामिन बी12 वाले फ़ूड्स भी इरेक्टाइल हेल्थ में मदद करती है.
  • ओटमील आदि फ़ूड्स भी मांसपेशियों को रिलैक्स करके ब्लड फ्लो को बेहतर करते है.

फैटी, तला हुआ और प्रोसेस्ड फ़ूड्स नही खाए

  • तला हुआ, फैटी और प्रोसेस्ड फ़ूड्स खाने से सेक्सुअल और पूरी हेल्थ पर खराब असर होता है.
  • इससे हार्ट रोग, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ होने का रिस्क रहता है.
  • ऐसे में फैटी, तले हुए और प्रोसेस्ड भोजन को खाने से बचना चाहिए.

पार्टनर से बात

अपने पार्टनर से बात करें क्योंकि इससे ही आप एक दूसरे की इच्छाओं और अनुभवों को जान सकेंगे. साथ ही इसे समय में अपनी घबराहट, तनाव के कारण या अपनी सेक्स लाइफ से संबंधित बातें एक दूसरे को बता सकते है.

अच्छी हेल्दी और निष्कर्ष वाली बातों के लिए टिप्स –

  • सेक्स लाइफ के प्रति असंतोष होने का मतलब यह नही कि आप अपने पार्टनर या रिलेशनशिप से असंतोष प्रकट करें.
  • अपने दिमाग को किसी भी खराब स्थिति के बारे में सोचने न दें.
  • अपने पार्टनर पर भरोसा बनाए रखें.
  • सेक्स लाइफ के बारे में बात करने का मतलब यह नही होता है कि आप अपने पार्टनर से अलग होने वाले या वाली है.
  • इससे आपको कुछ नया करने में मदद मिल सकती है.
  • अधिकतर लोग सेक्स संबंधी व्यवहार को मीडिया आदि से सीखते है. जिसमें सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के पहलू होते है.
  • ध्यान रहें कि आपके लिए जो सेक्स का मतलब है जरूरी नही कि आपके पार्टनर के लिए भी वही हो.
  • टाइमिंग बहुत जरूरी होती है क्योंकि यह कोई मल्टीटास्क नही होता है जिसमें आप अपने पार्टनर को खराब बातों को बिना सुने हुए रख सकते है.

मेडिटेरियन डाइट

  • कुछ रिसर्च के मुताबिक मेडिटेरियन डाइट की मदद से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मुद्दों में मदद मिलती है.
  • मेडिटेरियन डाइट अन्य कंडीशन जैसे ब्लड फ्लो बेहतर करने, एंटीऑक्सीडेंट बढ़ाने, कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद करती है.
  • सब्ज़ियाँ जैसे काले, पालक, गाजर.
  • फल जैसे सेब, केला और अंगूर.
  • नट्स और बीज जैसे बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज
  • इसके अलावा दही, चीज़, एवोकोडो, एक्सट्रा कच्चा ऑलिव ऑयल, आलू आदि.

शराब का सेवन न करें

  • शराब का सेवन ज्यादा करने से सेक्सुअल डिस्फंक्शन का रिस्क बढ़ जाता है.
  • एक या दो ड्रिंक्स के सेवन से इरेक्टाइल मुद्दों के रिस्क को कम करने में मदद मिलती है.
  • लेकिन सीधे रूप से ज्यादा शराब पीने से सेक्सुअल परफॉरमेंस पर फर्क पड़ता है.

रोजाना एक्सरसाइज

  • कुछ रिसर्च के अनुसार शारीरिक गतिविधि का इरेक्टाइल फंक्शन पर नेगेटिव असर पड़ता है.
  • एक दिन में 20 मिनट एक्सरसाइज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने और वजन बनाए रखने में मदद करता है. 
  • आप घर में प्लैंक, पुशअप, सिटअप, बरपीस, स्क्वाट आदि कर सकते है.

हेल्दी वजन बनाए रखना

  • मोटापा या ज्यादा वजन होना सेक्स ड्राइव को प्रभावित करता है.
  • साथ ही अधिक वजन होने के कारण टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल हो सकता है.
  • इसलिए जरूरी है कि संतुलित डाइट और नियमित एक्सरसाइज करना जरूरी है.

नींद पूरी करना

  • नींद पूरी न होने के कारण अनिद्रा आदि हो सकती है जिससे ईडी का रिस्क बढ़ जाता है.
  • रात को 6 से 8 घंटों की नींद बहुत जरूरी होती है इसके लिए जरूरी है कि अपने आसपास के सभी इलैक्ट्रोनिक गैजेट को बंद कर दें.
  • शाम को 6 बजे के बाद कैफीनेटिड ड्रिंक्स को न पीए.
  • एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें.
  • अपने रूम के तापमान को सेट करके रखें.

कैफीन पीए

  • इससे ब्लड फ्लो बेहतर करने के साथ साथ मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है.
  • साथ ही इरेक्शन को बनाए रखने में मदद मिलती है.
  • इसके लिए आप बिना चीनी वाली ब्लैक कॉफी, चाय पी सकते हैं.

तनाव को कम करने

  • रिसर्च के अनुसार तनाव को कई सारे रोगों का कारण माना जाता है जिसमें से एक इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी है.
  • तनाव और घबराहट के कारण कई रोगों का रिस्क बढ़ सकता है जिसमें हार्ट रोग, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रोल, ज्यादा वजन, मोटापा आदि हो सकता है.
  • तनाव को मैनेज करने के लिए म्यूजिक को सूने, एरोमाथेरेपी, हंसना जरूरी है.

निकोटिन का उपयोग न करें

  • सिग्रेट, सीगार, हुक्का, तंबाकू आदि से ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुँचता है.
  • साथ ही नाइट्रिक ऑक्साइड का प्रभाव कम होता है.
  • नाइट्रिक ऑक्साइड ब्लड वैसल्स को खोलने और ब्लड फ्लो को इरेक्ट होने पर आसानी से पहुँचाता है.

हर्ब्ल सप्लीमेंट

  • एमिनो एसिड – मांसपेशियों को रिलैक्स करके ब्लड फ्लो को बढ़ाते है.
  • जिनसेंग – इसके लिए आप अश्वगंधा या माका रूट आदि ले सकते है जिससे लिबिदो को बेहतर किया जा सकता है.

डॉक्टर से संपर्क कब करें

जब आपको लगातार निम्न स्थितियों का सामना करना पड़े –

  • इरेक्शन होने और बनाए रखने में समस्या
  • सेक्स परफॉरमेंस को लेकर तनाव या चिंता
  • इरेक्शन के बारे में ज्यादा सोचना आदि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लक्षण हो सकते है.

कम टेस्टोस्टेरोन लेवल भी सेक्सुअल परफॉरमेंस को प्रभावित कर सकते है. डॉक्टर से मिलें अगर आप निम्न लक्षण देखते है –

  • मांसपेशियों का नुकसान
  • याद्दाश्त कमजोर होना
  • असामान्य हेयर लॉस
  • सीमेन वॉल्यूम कम होना
  • लगातार थकान
  • फोकस करने में परेशानी
  • पुरूषों में चेस्ट पर फैट आना

इसके अलावा डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट आदि कराने के लिए कह सकते है. किसी और समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए.

References –

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