आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है ब्रेस्ट मिल्क को नैचुरली कैसे बढ़ाया जाएं – 

ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के उपाय – How to increase breast milk naturally in hindi?

आप ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाने के लिए निम्न चीज़े कर सकती है. लेकिन आपकी मिल्क सप्लाई बूस्ट होने में समय आपकी लो सप्लाई के आधार पर होगा. इसमें से अधिकतर तरीके कुछ दिनों में काम करना शुरू कर देते है.

बार-बार ब्रेस्टफीड कराना

  • बार बार स्तनपान कराएं और अपने शिशु को तय करने दें कि वह कब रूकता है.
  • शिशु के स्तनपान करने के दौरान ब्रेस्ट से मिल्क बनाने वाले हार्मोन ट्रिगर करते है जिससे दूध बनता है.
  • इस क्रिया के दौरान स्तन की मांसपेशियों से दूध निकलता है.
  • इसलिए शिशु जितना स्तनपान करते है ब्रेस्ट में उतना ही अधिक दूध बनता है.
  • दिन में शिशु को 8 से 12 स्तनपान कराने से ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ाया जा सकता है.

फीडिंग के बीच में पंप

  • स्तनपान के बीच में पम्पींग से ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाया जा सकता है.
  • पंप करने से पहले ब्रेस्ट को गर्म करने से पंप का इस्तेमाल आसान हो जाता है.
  • पंप का इस्तेमाल फीडिंग के बाद बचे हुए मिल्क को निकालने, बच्चे को फीड न करने आदि स्थिति में किया जाता है.

दोनों ब्रेस्ट से फीड कराना

  • अपने शिशु को दोनों ब्रेस्ट से स्तनपान कराना चाहिए.
  • शिशु को पहली ब्रेस्ट से उसके स्लो होने तक फीड करने दें या रूक जाने पर दूसरी ब्रेस्ट से फीड कराए.
  • दोनों स्तनों से स्तनपान कराने से मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है.
  • दोनों ब्रेस्ट से मिल्क पंप करने से मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है बढ़ता है.
  • साथ ही इससे मिल्क में फैट कंटेट अधिक हो जाता है.

क्या ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ाया जा सकता है – can you increase breast milk production in hindi

अगर आपको लगता है कि आप अपने शिशु को स्तनपान कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध नही बना पा रही है तो आप अकेली नही हैं.

रिसर्च के अनुसार दुनियाभर में ऐसी कई माँ है जो शिशु को जन्म देने के बाद स्तनपान कराने पर इस समस्या का सामना करती है. जबकि काफी सारी महिलाओं को ऐसी कोई समस्या नही होती है.

हालांकि, अगर आप ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ाना चाहती है तो इसे ज्यादा करने के कई तरीके होते है.

ब्रेस्ट मिल्क को जल्दी से बढ़ाने वाले फ़ूड्स – foods to increase breast milk quickly in hindi

पूर्ण अनाज खाना

इसके लिए ओट्स, गेहूँ, अलसी के बीज आदि खाने चाहिए. आप इनकी कुकीज़ बना सकते है. जिसे बनाने के लिए जरूरी सामग्री –

  • 2 कप आटा
  • 2 कप ओट्स
  • 1 चम्मच वीट जर्म
  • ¼ कप शराब बनाने वाली सुराभांड
  • 2 चम्मच अलसी के बीज
  • 1 कप बटर
  • 2 एग यॉल्क
  • ½ कप सफेद चीनी
  • ½ कप ब्राउन शुगर
  • ¼ कप पानी
  • 1 ½ चम्मच प्योर वैनिला
  • 1 चम्मच बेकिंग सोडा
  • ½  चम्मच नमक

बनाने का तरीका

  • ओवन को 175 डीग्री सेल्सियस पर प्रीहीट करें.
  • अलसी के बीज को पानी में छोटे बाउल में डालकर 5 मिनट के लिए सोखने दें.
  • दोनों प्रकार की शुगर और बटर को बाउल में मिक्स कर लें.
  • जिसके बाद अंडे का यॉल्क और वैनिला एक्सट्रेक्ट को मिलाएं.
  • 30 सेकेंड तक धीमी आंच पर मिलाएं.
  • दूसरे बाउल में आटा, बेकिंग सोडा, शराब बनाने वाली सुराभांड, वीट जर्म और नमक को मिलाएं.
  • बटर मिक्सचर को उसमें जोड़े.
  • जिसके बाद मिक्सचर को कुकीज की शेप में काटर थोड़ी थोड़ी दूरी पर रख दें.
  • इसके बाद 10 से 12 मिनट तक किनारे गोल्डन न होने तक उन्हें पकाएं.

इसके अलावा आप इनमें ड्राई फ्रूट्स, चॉकलेट चिप्स या नट्स आदि मिला सकते है.

अन्य फ़ूड्स, हर्ब्स और सप्लीमेंट

ऐसे कई फ़ूड्स है जो ब्रेस्ट मिल्क के प्रोडक्शन को बढ़ा सकते है. 

  • अदरक
  • मैथी
  • लहसुन
  • शराब बनाने वाली सुराभांड
  • सौंफ
  • सुखी थीस्ल
  • अल्फाल्फा
  • स्पिरुलिना

किसी भी नए सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर से बात कर सलाह ली जानी चाहिए.

मिल्क सप्लाई कम होने के कारण – causes of low milk supply in hindi

भावनात्मक फैक्टर

  • घबराहट, तनाव जैसे मुद्दों के कारण दूध कम बन सकता है.
  • शांत और रिलैक्स करने वाले वातावरण में रहकर तनाव मुक्त रहा जा सकता है.
  • इससे मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद मिलती है.

मेडिकल कंडीशन

  • प्रेगनेंसी के कारण हाई ब्लड प्रेशर
  • पीसीओएस
  • डायबिटीज़

निम्न दवाओं के कारण

  • साइनस और एलर्जी वाली दवाओं
  • कुछ विशेष प्रकार के हार्मोनल बर्थ कंट्रोल
  • स्मोकिंग
  • शराब पीने
  • पहले हुई ब्रेस्ट सर्जरी जैसे ब्रेस्ट साइज कम करने वाली सर्जरी
  • सिस्ट हटाने या मास्टरेक्टॉमी
  • निप्पल पीयरसिंग से नर्व को नुकसान होता है.

डॉक्टर से मदद कब लें

अगर आपको लगता है कि आपके शिशु को जरूरत के अनुसार दूध नही मिल रहा है या संतुष्ट नही हो पा रहा है तो आपको डॉक्टर से बात करके सलाह ली जानी चाहिए. कम मिल्क का प्रोडक्शन समस्या होने पर इसे रूटीन और फीड कराने की तकनीक में कुछ बदलाव के साथ ठीक किया जा सकता है. जबकि किसी अन्य सवाल व समस्या के लिए डॉक्टर से बात करें.

References –

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