अधिकतर लोगों को लगता है कि यीस्ट इंफेक्शन सिर्फ महिलाओं से संबंधित मुद्दा है लेकिन यीस्ट इंफेक्शन जिसे थ्रश के रूप में जाना जाता है. इसका होने का कारण कैंडिडा अल्बिकैंस फंगस होती है जो पुरूषों को भी प्रभावित कर सकती है. यह थ्रश – मुंह, गले, स्किन और जननांगों पर हो सकते है.

हर कोई जल्दी से जल्दी इस तरह के इंफेक्शन से छुटकारा पाना चाहता है. आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है पुरूषों में यीस्ट इंफेक्शन होने के लक्षण, कारण और इसको दूर करने के घरेलू उपाय – male yeast infection home remedy in hindi

पुरूषों में यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण – male thrush or yeast infection symptoms in hindi

पुरूष और महिला दोनों के शरीर में कैंडिडा यीस्ट के हेल्दी लेवल होते है. हालांकि, यीस्ट के बनने पर कई सारे लक्षण विकसित हो सकते है. काफी सारे पुरूष जननांगों पर किसी भी गंभीर या लेकर हल्के प्रकार के लक्षण महसूस नही करते है. वहीं कुछ को निम्न लक्षण अनुभव हो सकते है –

  • पेनिस के हेड पर लाल होना और खुजली
  • सेक्स के दौरान असहजता
  • पेशाब के दौरान जलन
  • पेनिस और इसके आसपास खुजली होना
  • गंध आना
  • फोरस्किन के आसपास लाल या इंफ्लामेशन होना

यीस्ट इंफेक्शन के कारण बेलैनाइटिस हो सकता है जिसके लक्षण –

निम्न स्थितियों के कारण यीस्ट इंफेक्शन के चलते बेलैनाइटिस का रिस्क बढ़ सकता है –

  • वजन ज्यादा होने
  • डायबिटीज
  • एंटीबायोटिक्स के कारण
  • खराब हाइजिन
  • फोरस्किन होने

पुरूष यीस्ट इंफेक्शन के कारण – causes of male yeast infection in hindi

  • पुरूषों का यीस्ट इंफेक्शन से प्रभावित होना आम नही है. लेकिन यह हो सकता है.
  • कुछ फ़ूड्स जैसे बीयर, ब्रेड समेत कुछ डेयरी प्रोडक्ट यीस्ट ग्रोथ के हाई लेवल को प्रोमोट कर सकते है जिससे यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है.
  • पुरूषों में इसका मुख्य कारण सेक्स संपर्क होता है.
  • यीस्ट इंफेक्शन से प्रभावित महिला के साथ असुरक्षित सेक्स करने से यीस्ट का संक्रमण फैल सकता है.
  • इसे सेक्सुअली ट्रांसमेटिड इंफेक्शन नही माना जाता है लेकिन यह एक से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है.
  • इसे एसटीआई इसलिए नही माना जाता क्योंकि यीस्ट इंफेक्शन बहुत कम मात्रा में ट्रांसफर होता है.

घर पर पुरूष यीस्ट इंफेक्शन का इलाज कैसे करें – how to treat male yeast infection at home in hindi

लहसुन

  • इसे एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए जाना जाता है.
  • इसके लिए लहसुन को डाइट में शामिल करना चाहिए.
  • जबकि क्रीम आदि लगाने के मामले में लहसुन अर्क वाली क्रीम के साइड इफेक्ट कम होते है और इंफेक्शन को दूर करने में मदद मिलती है.

टी ट्री ऑयल

  • इसमें घावों को भरने वाले गुण होते है.
  • अध्ययनों के अनुसार, इस ऑयल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीप्रोटोज़ोअल, एंटीफंगल और एंटीवायरल लाभ होते है.
  • इसके एंटीफंगल गुणों को यीस्ट इंफेक्शन के इलाज में उपयोगी माना जाता है.
  • इलाज करने के लिए इस ऑयल को पेनिस हेड पर लगाना होता है.
  • शुद्ध टी ट्री ऑयल के मामलों में उसे ऑलिव ऑयल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें.

नारियल तेल

  • इसका उपयोग कई तरह की स्वास्थ संबंधी कंडीशन में किया जाता है.
  • जैसे कब्ज, बालों को रिपेयर करने और स्किन को मॉइस्ज करना आदि.
  • एक अध्ययन के अनुसार यह कैंडिडा अल्बिकान्स पर भी काफी प्रभावी है.

दही

  • यह प्राकृतिक प्रोबायोटिक है जिसे डाइट में शामिल करने से काफी सारे लाभ होते है.
  • इसमें मौजूद अच्छा बैक्टीरिया कैंडिडा और थ्रश के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है.
  • इसके लिए ताजा दही बेहतर रहती है.

सेब का सिरका

  • कैंडिडा फंगस वाले यीस्ट का उपचार करने में सेब के सिरका के एंटीफंगल गुण काफी प्रभावी है.
  • इसे एरिया पर टॉपिकल रूप से लगाया जा सकता है.
  • शुरूआत में हो सकता है कि आपको इसकी गंध थोड़ी अजीब लगे, लेकिन कुछ समय में यह उड़ जाती है.
  • सेब के सिरका से जलन होने पर इसे थोड़े पानी के साथ मिलाकर लगाना चाहिए.

अंत में

वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन की ही तरह पुरूष यीस्ट इंफेक्शन भी काफी असहज हो सकता है.  अगर आपको लगता है कि आपको यीस्ट इंफेक्शन हो गया है तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर उचित उपचार लिया जाना चाहिए.

अगर आपके सेक्स पार्टनर को ऐसे कोई यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण है तो भी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. इंफेक्शन के साफ हो जाने तक सुरक्षित सेक्स ही किया जाना चाहिए.

References –

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