इस लेख में आप जानेंगे कुत्ते के काटने पर इलाज, मदद कब लें, जटिलताएं और इंफेक्शन से बचाव के बारे में –

कुत्ते के काटने पर इलाज – dog bite treatment

  • अगर आपको किसी कुत्ते ने काट लिया है तो ऐसे में जरूरी है कि इंजरी पर तुरंत ध्यान दें.
  • ऐसा करने से बैक्टीरियल इंफेक्शन के रिस्क को कम किया जा सकता है.
  • साथ ही इससे घाव की गंभीरता को जान पाने में मदद मिलती है.
  • कुछ मामलों में आपको फर्स्ट एड लेने की आवश्यकता पड़ सकती है.
  • जबकि अन्य मामलों में तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट चाहिए होता है. (जानें – कुत्तों से जुड़े फैक्ट्स)
  • फिर चाहे कुत्ता आपको हो या किसी और को कुत्ते का काटने आपके दिमाग को हिला सकता है.
  • मेडिकल सहायता के मामलों में खुद से ड्राइव करके अस्पताल न जाएं, किसी की सहायता लें.
  • ऐसे मामलों में डॉक्टर द्वारा निम्न सवाल किए जा सकते है –

कुत्ते की वैक्सीनेशन हिस्ट्री के बारे में –

  • कुत्ते के काट लेने के बाद सबसे पहले आपको खुद और कुत्ते के बीच दूरी बना लेनी चाहिए.
  • ऐसा न करने से कुत्ता आपको फिर से काट सकता है.
  • आपको यह पता करना चाहिए कि कुत्ते को रेबीज के इंजेक्शन लगे हुए है या नहीं.

प्राथमिक उपचार करें

  • प्राथमिक उपचार के प्रकार पर निर्भर करता है कि काटने की गंभीरता कितनी है.
  • स्किन के न कटने या फटने पर, एरिया को गुनगुने पानी और साबुन से धो लें.
  • इसके बाद एंटीबैक्टीरियल लोशन लगा सकते है. (जानें – बैक्टीरियल बनाम वायरल इंफेक्शन के बीच अंतर)
  • स्किन के फट जाने पर एरिया को गुनगुने पानी के साथ साबुन को घाव पर हल्के हाथों से लगाकर साफ करें.
  • इससे कीटाणुओं को बाहर करने में मदद मिलेगी.
  • काटने वाले एरिया पर खून निकलने के मामले में साफ कपड़े से घाव को साफ करें और ब्लड फ्लो को रोकने के लिए कपड़ा लगा सकते है.
  • साथ ही उसपर एंटीबैक्टीरियल लोशन और बैंडेज से कवर कर सकते है.
  • फिर चाहे कुत्ते के काटने का घाव बड़ा या छोटा हो, लेकिन इंफेक्शन पूरी तरह से भरा है या नहीं इसके साइन को मॉनिटर करना चाहिए.
  • इसके अलावा काटने वाले स्थान पर लाल होना, सूजन, गर्मी और छूने पर ऐंठन होना आदि को चेक करते रहें.
  • घाव के बदतर होने, दर्द होना या बुखार विकसित होने के मामलों में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.

कुत्ते के काटने पर डॉक्टर से मदद कब लें

  • अगर आपको कुत्ते के वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी नहीं है
  • तेज दर्द होना
  • ब्लीडिंग के बंद न होना
  • दर्द के हड्डी, टेंडन या मांसपेशी तक फैलने
  • फिंगर को मोड़ने में असमर्थता या फंक्शन करने में परेशानी
  • पस या फ्लूइड का निकलना
  • लाल, सूजन या इंफ्लामेशन दिखना

इसके अलावा –

  • अगर आपको याद न हो कि आखिरी बार टिटनेस का इंजेक्शन कब लगा था.
  • बुखार बने रहना
  • कमजोर महसूस करना
  • बेहोशी आदि

कुत्ते के काटने पर होने वाली जटिलताएं

नर्व और मांसपेशियों को नुकसान

  • कुत्ते के काटने का गहरा घाव नसों, मांसपेशियों और ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है.
  • अगर घाव ऊपर से छोटा दिख रहा है यह तब भी हो सकता है.

स्कैरिंग

  • कुत्ते के काटने से स्किन को नुकसान होने पर निशान पड़ सकता है.
  • कई मामलों में हल्का निशान समय के साथ हल्का हो जाता है.
  • गंभीर निशान के मामलों में या चेहरे आदि पर निशान पड़ने पर प्लास्टिक सर्जरी या ग्राफ्टिंग की जरूरत पड़ सकती है. (जानें – ज़ख्म भरने की प्रक्रिया के बारे में)

रेबीज

  • यह गंभीर वायरल कंडीशन है जो इलाज न मिलने पर सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकती है.
  • वहीं इलाज न मिलने के कारण गंभीर स्थिति के मामले में कुछ ही दिन के भीतर इंफेक्शन के कारण मौत भी हो सकती है.
  • अगर आपको किसी कुत्ते ने काटा है और उसकी वैक्सीनेशन को लेकर आपको जानकारी नहीं मिली है तो तुरंत मेडिकल सहायता लें. 

हड्डी टूटना

  • किसी बड़े कुत्ते के काटने के कारण हाथ, पैर आदि की हड्डी फ्रैक्चर, टूटना, कुचलना हो सकता है.
  • हड्डी टूटने की आशंका होने पर मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत पड़ती है.

टिटनेस

  • यह एक बैक्टीरियल रोग है.
  • बचपन से लगने वाले टीको में यह भी रहता है.

इंफेक्शन

  • कुत्ते के मुंह में कई सारे बैक्टीरिया रहते है.
  • अगर कुत्ते के काटने से स्किन ब्रेक हो जाती है तो कीटाणु बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकते है.
  • जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है या डायबिटीज से पीड़ित लोगों में इंफेक्शन का रिस्क अधिक होता है.
  • कुत्ते का काटने के बाद इंफेक्शन के संकेत दिखने पर डॉक्टर से मिलकर सलाह लें.

कुत्ते के काटने से होने वाले इंफेक्शन से बचाव कैसे करें

  • कुत्ते के काटने से शरीर में खतरनाक बैक्टीरिया प्रवेश कर सकते है.
  • जिसका इलाज न होने पर जान की हानि भी हो सकती है.
  • कुत्ते के काटने पर घाव को साफ करके एंटीबायोटिक लगाना बहुत जरूरी है.
  • घाव को कवर करके रखना और बैंडेज को बदलते रहना जरूरी है.
  • इंफेक्शन के संकेत को जानने के लिए घाव पर ध्यान देते रहना चाहिए.
  • इसके अलावा इंफेक्शन के प्रकार पर निर्भर करते हुए काटने के बाद लक्षण दिखने में 24 से लेकर 14 दिन का समय लग सकता है.
  • इंफेक्शन तेजी से पूरे शरीर में फैल सकता है.
  • संकेत दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

अंत में

कुत्ते का काटना काफी डरावना और इलाज न मिलने पर गंभीर जटिलताएं हो सकती है. (जानें – कुत्तों के लिए घातक फ़ूड्स के बारे में)

बैक्टीरियल इंफेक्शन की काफी सारी आम जटिलताएं हो सकती है. इसलिए अनजाने कुत्तों से दूर रहे, जबरदस्ती उन्हें न छेड़े.

References –

 

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